4/24/2024

काशी में गृहमंत्री अमित शाह ने पीएम मोदी के केंद्रीय चुनाव कार्यालय का किया उद्घाटन

काशी में गृहमंत्री अमित शाह ने पीएम मोदी के केंद्रीय चुनाव कार्यालय का किया उद्घाटन 

वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पीएम मोदी के चुनाव को ऑपरेट करने के लिए लोकसभा चुनाव कार्यालय खुलने जा रहा है. इसके उद्घाटन के लिए गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वाराणसी पहुंच चुके हैं. कार्यालय का उद्घाटन करने के साथ ही गृहमंत्री एक छोटी चुनावी जनसभा को भी संबोधित करेंगे.

वाराणसी में महमूरगंज स्थित केंद्रीय चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करने के साथ ही यहां पर आयोजित पूजा पाठ और हवन में हिस्सा लिया. गृह मंत्री अमित शाह के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी समेत कई केंद्रीय और कैबिनेट मंत्री भी मौजूद रहे. अमित शाह वाराणसी में ही आज रात्रि विश्राम करेंगे. अगले दिन संगठन की बैठक में शामिल होंगे और यहां से रवाना हो जाएंगे.

बता दें कि प्रधानमंत्री के इस केंद्रीय चुनाव कार्यालय से ही सारी एक्टिविटी को ऑपरेट किया जाएगा. यहां पर एक हाईटेक कंट्रोल रूम भी बनाए जाने की तैयारी है. जिससे भाजपा हाईटेक वर आगे काम बढ़ाएगी और चुनावी प्रचार प्रसार यही से ऑपरेट होगा. वाराणसी लोकसभा के प्रभारी सतीश द्विवेदी ने बताया कि गृहमंत्री अमित शाह कार्यालय के उद्घाटन के बाद कार्यकर्ताओं से भी रूबरू होंगे. इस बैठक में वाराणसी के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को बुलाया गया है. जिनसे गृहमंत्री सीधे संवाद भी करेंगे.

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पहुंचे वाराणसी, चुनावी कार्यालय का उद्घाटन कर काशी से मथेंगे पूर्वांचल, पन्ना प्रमुखों से करेंगे बातचीत

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पहुंचे वाराणसी, चुनावी कार्यालय का उद्घाटन कर काशी से मथेंगे पूर्वांचल, पन्ना प्रमुखों से करेंगे बातचीत


वाराणसी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह वाराणसी पहुंच चुके हैं। लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट पर पार्टी कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने उनका भव्य तरीके से स्वागत किया। उनके साथ भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल, डिप्टी सीएम केशव मौर्य भी मौजूद रहे।

इसके बाद केंद्रीय गृहमंत्री सड़क मार्ग से महमूरगंज रवाना हो गए। जहां वह चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करेंगे। गृहमंत्री के काफिले का शहर में जगह-जगह कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। इसके बाद वह चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। साथ ही पन्ना प्रमुखों से बातचीत करेंगे। 

लोकसभा चुनाव से पहले अमित शाह का यह पहला काशी दौरा है। केंद्रीय गृहमंत्री काशी से ही पूर्वांचल में प्रचार प्रसार अभियान की शुरुआत करेंगे। इसके साथ ही वह कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चुनावी मंत्र देंगे।

लोकसभा चुनाव के 'सातवें फाटक' पर वाराणसी सीट और पीएम मोदी के निशाने पर तीन रेकॉर्ड, क्या बरकरार रहेगा जलवा?

लोकसभा चुनाव के 'सातवें फाटक' पर वाराणसी सीट और पीएम मोदी के निशाने पर तीन रेकॉर्ड, क्या बरकरार रहेगा जलवा?

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में मौसम की तल्‍खी के बीच चुनावी पारा चढ़ने लगा है। इसी के साथ दुनिया के सभी छोटे-बड़े देशों की निगाहें एक बार फिर भारत की सांस्‍कृतिक राजधानी बनारस पर टिकी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इतिहास दोहराने के लिए वाराणसी लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में दावेदार हैं तो सियासी कुरुक्षेत्र के सातवें फाटक (सातवें चरण) से उन्हें पार लगाने का जिम्‍मा बनारसियों का होगा। इस बार पीएम मोदी के निशाने पर तीन रेकॉर्ड हैं। पहला रेकॉर्ड है वाराणसी सीट से जीत की हैट्रिक। इससे पहले दो सांसद ही यहां से जीत की हैट्रिक लगा सके हैं। इसके अलावा मोदी, पूर्व प्रधानमंत्रियों जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी की तरह यूपी के एक निर्वाचन क्षेत्र से तीन चुनाव जीतने के रेकॉर्ड की बराबरी कर सकते हैं। बतौर प्रधानमंत्री नेहरू फूलपुर लोकसभा सीट से लगातार तीन चुनाव जीते थे, जबकि इंदिरा ने भी रायबरेली से यही रिकॉर्ड बनाया था।

हालांकि, इंदिरा रायबरेली से जीत की हैट्रिक नहीं लगा सकी थीं। प्रधानमंत्री मोदी के मुकाबले में कांग्रेस ने एक बार फिर अजय राय को उतारा है, जबकि बसपा ने पूर्व पार्षद सैयद नेयाज अली (मंजू भाई) को प्रत्‍याशी बनाया है। 2019 के चुनाव में 63.60% वोट पाकर पीएम मोदी की बड़ी जीत के बावजूद वाराणसी में सबसे ज्यादा मत पाने का रेकॉर्ड पूर्व सांसद चंद्रशेखर सिंह के नाम है। 1977 में जनता पार्टी के उम्‍मीदवार रहे चंद्रशेखर ने 66.22% मत हासिल किए थे। दशकों से RSS और BJP के मजबूत गढ़ वाराणसी में पीएम के सामने यह रेकॉर्ड अपने नाम करने की भी लक्ष्य है। इस बार पीएम मोदी के सामने कांग्रेस-सपा के संयुक्त उम्मीदवार अजय राय बड़े-बड़े दावे कर रहे हैं। वहीं, बसपा के सैयद नियाज अली मंजू अपनी लड़ाई सीधे पीएम नरेंद्र मोदी से करार देते हुए अजय राय के तीसरे स्थान पर रहने और अपनी जीत की हुंकार भर रहे हैं।

*सपा-बसपा का खाता नहीं खुल पाया*

बनारस शहर संस्‍कृतियों के संगम के लिए जाना जाता है। देशभर की संस्‍कृतियां काशी में रच-बसी हैं। अलग सोच और अलग अंदाज में जीने वाले बनारसियों ने सबसे ज्यादा लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा कांग्रेस और BJP का साथ दिया है। यहां से सात-सात बार BJP और कांग्रेस उम्‍मीदवारों ने जीत दर्ज की है। बनारस यूपी की उन लोकसभा सीटों में एक है, जहां सपा या बसपा ने कभी जीत हासिल नहीं की। माफिया मुख्‍तार अंसारी ने बसपा के सिंबल पर 2009 में और अतीक अहमद ने 2019 के चुनाव में निर्दलीय प्रत्‍याशी के तौर पर किस्‍मत आजमाई थी, लेकिन जनता ने दोनों को नकार दिया था।

*वाराणसी लोकसभा सीट एक नजर में*

कुल वोटर: 19.62 लाख
पुरुष: 10.65
महिला: 8.97

*टूटा कांग्रेस का तिलिस्‍म*

बनारस से देश के पहले से लेकर तीसरी आम चुनाव में जीत दर्ज करने वाली कांग्रेस का तिलिस्‍म वर्ष 1967 के आम चुनाव में माकपा उम्‍मीदवार सत्‍यनारायण सिंह ने तोड़ा था। इमरजेंसी के बाद 1977 में हुए चुनाव में जनता पार्टी के चंद्रशेखर ने जीत दर्ज की। 1989 में जनता दल के अनिल शास्‍त्री को मतदाताओं ने संसद भेजा। अन्‍य चुनावों में कांग्रेस और BJP उम्‍मीदवारों ने बाजी मारी। तीन दशक से ज्‍यादा समय से बनारसियों को बाहरी प्रत्याशी ही भा रहे हैं। छह बाहरी उम्‍मीदवार संसद में बनारस का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इनमें दिग्‍गज कम्‍युनिष्‍ट नेता सत्‍यनारायण सिंह, अनिल शास्त्री, श्रीशचंद्र दीक्षित, डॉ. मुरली मनोहर जोशी ओर अंतिम कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।

*वाराणसी लोकसभा सीट पर पिछले चुनावों का परिणाम*

*चुनाव वर्ष प्रत्याशी दल कुल वोट*

2019 नरेंद्र मोदी भाजपा 6,74,664
शालिनी यादव सपा 1,95,159
अजय राय कांग्रेस 1,52,548

2014 नरेंद्र मोदी भाजपा 5,81,022
अरविंद केजरीवाल आप 2,09,238
अजय राय कांग्रेस 75,614
विजय प्रकाश जैसवाल बसपा 60,579
कैलाश चौरसिया सपा 45,291

2009 डॉ. मुरली मनोहर जोशी भाजपा 2,03,122
मुख्तार अंसारी बसपा 1,85,911
अजय राय सपा 1,23,874
डॉ. राजेश कुमार मिश्रा कांग्रेस 66,386

*सबसे छोटी और बड़ी जीत का रेकॉर्ड BJP के नाम*

वाराणसी से सबसे बड़ी और सबसे छोटी दोनों जीत का रेकॉर्ड BJP के नाम है। 2009 में BJP के कद्दावर नेता डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने कड़े मुकाबले में बसपा के मुख्‍तार अंसारी को महज 17,211 मतों से शिकस्‍त दी थी। 2019 के चुनाव में पीएम मोदी ने सपा की शालिनी यादव को 4,79,505 मतों से पीछे छोड़कर जीत दर्ज की थी। वाराणसी से जीत की पहली हैटट्रिक कांग्रेस के रघुनाथ सिंह ने लगाई थी। वह वर्ष 1952,1957 और 1962 में चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे। BJP के शंकर प्रसाद जायसवाल ने वर्ष 1996, 98 और 1999 में जीत हासिल की थी।

*अजय राय हर बार तीसरे स्थान पर*

कांग्रेस के प्रदेश अध्‍यक्ष अजय राय वाराणसी से बीते तीन लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं और हर बार वह तीसरे स्‍थान ही रहे। राय ने BJP से अलग होकर 2009 में पहला लोकसभा चुनाव सपा के सिंबल पर लड़ा था। 2014 और 2019 में वह कांग्रेस के सिंबल पर लड़े। 2019 में राय को 152548 वोट मिले और उनकी जमानत जब्‍त हो गई थी।

जेल में बंद किसानों से मिले अजय राय, सरकार पर साधा निशाना; कहा- 'मोदी-योगी किसान विरोधी'

जेल में बंद किसानों से मिले अजय राय, सरकार पर साधा निशाना; कहा- 'मोदी-योगी किसान विरोधी'

वाराणसी में मंगलवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय जेल में बंद किसानों से मुलाकात की। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को चौकाघाट स्थित जिला कारागार में किसानों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने सरकार पर निशाना भी साधा।

अजय राय ने कहा की वाराणसी में बिना मुआवजा किसानों का जमीन छीन कर हमारे किसान भाइयों के परिवार को उजाड़ने का कार्य कर रहे है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी। सही मायने में जिस जमीन से किसानों की गृहस्थी है, घर परिवार चल रहा, भरण पोषण हो रहा है,अगर वह जमीन बिना मुआवजे के चली गयी तो निश्चित रूप से परिवार उजड़ जाएगा।

*पिछले 10 सालों से हो रहे हैं किसानों पर जुल्म*

अजय राय ने कहा कि किसान भाई अपने उपजाऊ जमीन के मुआवजे की मांग के खातिर आंदोलनरत है पिंडरा तहसील में काशी द्वार के विरुद्ध किसानों द्वारा चल रहे आंदोलन में आंदोलनरत व धरनारत किसानों को शासन के दबाव में जेल भेजा गया। जो बेहद निंदनीय है। किसानों के प्रति बीजेपी का यह संवेदनहीन रवैया कोई नया है बीते 10 वर्षों से किसानों पर जुल्म सितम हो रहे है।

*मोदी और योगी किसान विरोधी*

अजय राय ने कहा कि पिंडरा तहसील पर हमारे किसान भाई काशी द्वार में सरकार जो जमीन ले रही है उसका मुआवजा मांग रहे है पर किसान विरोधी मोदी सरकार मुआवजा के बदले जेल भेजना उचित समझा।उसी जमीन से किसान अपना जीवन यापन करते है। नरेंद्र मोदी व योगी आदित्यनाथ किसान विरोधी है। हम किसानों के साथ खड़े है और हम किसानों की मांग का समर्थन करते है।

*ये है मामला*

पिंडरा तहसील में काशी द्वार के विरूद्ध किसानों द्वारा चल रहे आंदोलन में आंदोलनरत व धरनारत किसानो को शासन के दबाव में जेल भेजा गया आज दिनांक 23 अप्रैल को उन किसानों से प्रदेश अध्यक्ष INDIA गठबन्धन के प्रत्याशी अजय राय जिला कारागर में मुलाकात किये।व उनकी मांगों को जायज करार देते हुए उनके साथ खड़े रहने व हर लड़ाई लड़ने हेतु आश्वस्त किये।

*जिला कारागार पर मिलने वालों में ये लोग रहे शामिल*

अजय राय,राजेश्वर सिंह पटेल,राघवेन्द्र चौबे, फ़साहत हुसैन बाबू,दिलीप चौबे, राजीव राम,हसन मेंहदी कब्बन,रोहित दुबे,पीयूष श्रीवास्तव,सैय्यद आदिल,विनीत चौबे,बृजेश कुमार जैशल,किशोरी लाल कन्नोजिया,अनुज यादव,शाश्वत चौबे, श्याम बाबू सिंह,रतन सेठ,लक्ष्मी कान्त, रविन्द्र मेहता,गिरीश चौहान, वसीम खां, महमूद खां, गुड्डू अंसारी,राकेश राही, रोहित राही,मो इमरान,राकेश मेहता समेत दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित रहे

वाराणसी में आंधी-पानी के साथ गिरे ओले, सब्जी और गेहूं की फसल को भारी नुकसान

वाराणसी में आंधी-पानी के साथ गिरे ओले, सब्जी और गेहूं की फसल को भारी नुकसान

वाराणसी:- आंधी-पानी के साथ ओले गिरने से सब्जी और गेहूं की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 41 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गर्व हवा चली। अगले चार दिनों तक लू के चलते मुश्किल बढ़ने के अनुमान लगाए जा रहे हैं। बीएचयू के जीओ फिजिक्स विभाग के पूर्व प्रोफेसर और मौसम विज्ञानी सुरेन्द्र नाथ पांडेय ने बताया कि लंबे समय तक गर्मी रहेगी, इससे जनजीवन प्रभावित रहेगा।

सेवापुरी विकास क्षेत्र के कपसेठी बाजार के आसपास के गांव में दोपहर बाद अचानक कड़ी धूप के बीच पानी के साथ ओला पड़ने लगा। आंधी चलने से काफी नुकसान हुआ, वैसे यह सिलसिला ज्यादा देर तक नहीं रुका अन्यथा भारी नुकसान होता।

कई घरों के टीन शेड उड़ गए। गेहूं की फसल को नुकसान हुआ। ज्यादातर किसानों के भूसा अभी खेत में ही पड़े हैं। कई स्थानों पर पेड़ गिरने से लोगों को दिक्कत हुई। ज्यादा नुकसान सब्जी की फसल को हुआ। ओला पड़ने से टमाटर व लौकी की खेती पर ज्यादा असर रहा।