4/21/2019

लोकसभा चुनाव 2019: साइबर योद्धाओं ने संभाली चुनाव की कमान



सरफ़राज़ अहमद


राजनीतिक दलों ने मतदाताओं को लुभाने, अपनी नीतियां प्रचारित-प्रसारित करने, विपक्षी पार्टियों की पोल खोलने के लिए सोशल मीडिया की पूरी टीम तैयार कर ली है। पिछले आम चुनाव में सोशल मीडिया पर एक्टिव रही भाजपा के साथ ही इस बार कांग्रेस और महागठबंधन भी इसमें पीछे नहीं हैं। लोकसभा और विधानसभा क्षेत्रवार युवा कार्यकर्ताओं की टीम बनाकर सभी को जिम्मेदारी दे दी गई है।

भाजपा

काशी क्षेत्र के सोशल मीडिया प्रभारी शशि कुमार हैं। काशी क्षेत्र के सभी 14 संसदीय क्षेत्रों की पार्टी की सोशल मीडिया टीम की निगरानी यहीं से हो रही है। 14 संसदीय क्षेत्रों के लिए 15 सदस्य हैं। हर लोकसभा क्षेत्र में एक सक्रिय सदस्य के साथ ही विधानसभा क्षेत्र स्तर पर तीन-तीन सदस्यों की टीम काम कर रही है। मंडल स्तर पर पांच-पांच सदस्य अलग से काम कर रहे हैं। वाराणसी संसदीय क्षेत्र के लिए 30 कार्यकर्ताओं की टीम है।

कांग्रेस

वाराणसी लोकसभा के लिए पार्टी की ओर से सोशल मीडिया की जिम्मेदारी अरुण सोनी को दी गई है। अरुण सोनी ने बताया कि लोकसभा वार 22 लोगों की टीम काम कर रही है। विधानसभा क्षेत्र स्तर पर एक-एक कार्यकर्ता को जिम्मेदारी दी गई है। उनके निर्देशन में आठ अन्य कार्यकर्ता काम कर रहे हैं। लोकसभा स्तर पर अभिषेकधर दुबे, अमित त्रिपाठी, सरिता पटेल और श्रीश मिश्रा के नेतृत्व में कार्यकर्ता काम कर रहे हैं।

सपा-बसपा गठबंधन

सपा के प्रदेश सचिव प्रदीप जायसवाल को वाराणसी लोकसभा क्षेत्र में सोशल मीडिया से प्रचार की जिम्मेदारी दी गई है। समाजवादी युवजन सभा और समाजवादी छात्र सभा के पांच सक्रिय सदस्यों के नेतृत्व में 50 युवा कार्यकर्ताओं की टीम बनी है। बहुजन समाज पार्टी की ओर से कोई सोशल मीडिया विंग नहीं है। जिलाध्यक्ष लक्ष्मण राम एडवोकेट के मुताबिक कार्यकर्ताओं को अनुशासन में रहकर पार्टी के कैंपेन को ही शेयर करने के निर्देश हैं।

वार रूम से सोशल मीडिया पर निगहबानी

पार्टियों ने सोशल मीडिया पर निगहबानी के लिए वार रूम बनाया है। गुलाबबाग स्थित भाजपा के क्षेत्रीय कार्यालय पर सोशल मीडिया का वार रूम है, हालांकि यह अभी चुनाव कार्यालय में शिफ्ट होगा। कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा के मुताबिक मैदागिन स्थित महानगर कार्यालय और सपा के प्रदीप जायसवाल ने बताया कि उनके आवास पर वार रूम तैयार किया जा रहा है।

फेक पोस्ट का कैसे जवाब दें, इस पर ज्यादा फोकस

तीनों दलों के सोशल मीडिया प्रभारी के मुताबिक आम तौर पर फेसबुक और ह्वाट्सएप यूजर ज्यादा हैं, इसलिए सक्रियता इन्हीं दोनों पर ज्यादा है। इसमें अपनी पार्टियों के पक्ष में पोस्ट शेयर करने से लेकर विपक्षी दलों के पोस्ट पर नजर रखने की जिम्मेदारी अलग-अलग कार्यकर्ताओं को दी गई है। खासतौर से फेक पोस्ट का कैसे

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