4/19/2024

इजरायल-अमेरिका के सबसे बड़े दुश्मन का UP से क्या रिश्ता है? ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई का कनेक्शन जानिए

इजरायल-अमेरिका के सबसे बड़े दुश्मन का UP से क्या रिश्ता है? ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई का कनेक्शन जानिए

बाराबंकी/लखनऊ: इजरायल और ईरान के बीच हालात अब काफी तनावपूर्ण बने हुए हैं। दोनों देशों के बीच एक-दूसरे के खिलाफ हमले से युद्ध के हालात बन गए हैं। ईरान के मिसाइल और ड्रोन अटैक के बाद अब इजरायल के लड़ाकू विमानों ने इस्‍फहान शहर में ईरानी सेना के ठिकानों को निशाना बनाया है। ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली खामेनेई के बर्थडे के दिन ही इजरायल ने जवाबी वार किया है। अमेरिका और इजरायल के सबसे बड़े दुश्मन समझे जाने वाले खामेनेई का उत्तर प्रदेश के अवध इलाके से खास संबंध है।

इजरायल और फिलस्तीन के संगठन हमास के बीच जंग के बीच अब ईरान सुर्खियों में आ गया है। ईरान की कमान बीते साढ़े तीन दशक से आयतुल्लाह खामेनेई के हाथों में है। जंग की स्थिति में वह अभी इजरायल के सबसे बड़े दुश्मन बने हैं। 19 अप्रैल को ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई अपना 85वां जन्मदिन मना रहे हैं। इजरायल ने हमले के लिए इसी दिन को चुना। इन सबके बीच खामेनेई का खास संबंध उत्तर प्रदेश की धरती से भी है।

*अमेरिका और इजरायल के दुश्मन*

मध्य-पूर्व के देशों में ईरान को अमेरिका के सबसे बड़े दुश्मन के तौर पर देखा जाता रहा है। इजरायल ने इसी दिन के हमले के बाद ईरान अलर्ट पर हो गया है। वैश्विक परिस्थितियों में अमेरिका भी मिडिल ईस्ट के अन्य देशों की तरह ईरान में भी अपनी ही पंसद की सरकार चाहता है, जो उसके हितों के लिए काम करे। लेकिन अमेरिका की राह में एक बड़ा रोड़ा है- ईरान के सर्वोच्‍च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई। उनकी मौजूदगी में यह संभव नहीं है। खामेनेई ही अमेरिका के साथ ही इजरायल के भी बड़े दुश्मन बन गए हैं।

*बाराबंकी से खामेनेई का पुराना रिश्ता*

आयतुल्लाहिल अज़्मा सैयद अली ख़ामेनई का जन्म 1939 में ईरान के पवित्र नगर मशहद एक धार्मिक परिवार में हुआ था। ईरान के इस सबसे ताकतवर नेता का संबंध उत्तर प्रदेश के अवध इलाके से खास ताल्लुक है। खामेनेई के बाबा सैयद अहमद मसूवी उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के एक गांव के निवासी थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 1830 के दशक में वह अवध के नवाब के साथ धार्मिक यात्रा पर इराक होते हुए ईरान गए थे।

*ईरान के खामेनेई में ही बस गए बाबा*

बताया जाता है कि खामेनेई के दादा ईरान चले तो गए लेकिन इसके बाद वहां से लौटने की इच्छा ही नहीं हुई। वह ईरान के खामेनेई गांव में ही बस गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक उनके बाद की पीढ़ी ने खामेनेई को अपने सरनेम की तरह इस्‍तेमाल किया, जिसे ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह खामेनेई भी लगाते हैं। ईरान में सर्वोच्च नेता धार्मिक इमाम होता है और शासन चलाने के लिए एक निर्वाचित राष्ट्रपति होता है।

*इस्लामी क्रांति के बाद सुप्रीम लीडर*

शिया बहुल मुल्क ईरान की इस्लामिक क्रांति सन् 1979 में हुई थी, जिसके फलस्वरूप ईरान को एक इस्लामिक गणराज्य घोषित कर दिया गया था। इस क्रांति को फ्रांसीसी क्रांति और रूस की बोल्शेविक क्रांति के बाद विश्व की सबसे बड़ी क्रांति में शुमार किया जाता है। इस क्रांति से ईरान में पहलवी राजवंश का अंत हो गया था और अयातुल्लाह खुमैनी ईरान के सर्वोच्च लीडर बने थे।

No comments:

Post a Comment