4/22/2019

PM नरेंद्र मोदी को चुनाव क्षेत्र से कोर्ट तक चुनौती देने वाले कांग्रेस नेता को प्रशासन का नोटिस, राजनीति गर्म



सरफ़राज़ अहमद


पार्टी पदाधिकारियों ने कहा ये बड़ी राजनीतिक साजिश का हिस्सा।


वाराणसी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2014 के चुनाव में कांग्रेस से चुनौती देने और मोदी को कोर्ट में चैलेंज करने वाले वरिष्ठ नेता को नोटिस जारी कर नजरबंद करने की कोशिश पर बनारस में राजनीति गर्मा गई है। पार्टी के पदाधिकारियों ने इसे गहरी और बड़ी राजनीतिक साजिश करार दिया है। उन्होने कहा कि यह चुनावी मुद्दा बनाया जाएगा। मामला केवल बनारस ही नहीं पूरे प्रदेश में फैलाया जाएगा। पांच बार के विधायक को नोटिस जारी करना लोकतंत्र का मजाक है।

कांग्रेसजनों ने की जिला निर्वाचन अधिकारी से शिकायत

इस मुद्दे पर बनारस कांग्रेस के पदाधिकारियों का शिष्टमंडल जिलाधिकारी / जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र सिंह से मिल कर कड़ी आपत्ति जताई। शिष्टमंडल ने जिला निर्वाचन अधिकारी को पत्रक दिया। बताया कि जिला प्रसाशन ने पांच बार के विधायक एवं मंत्री रहे पूर्व विधायक अजय राय के संदर्भ में दिए गए पीला कार्ड, जिसमे उन्हें धारा 144 द. प्र. सं. के तहत विभिन्न तरह की बंदिशों में बांधने की कोशिश की गई है यह किसी बड़ी राजनीतिक साजिश की ओर इशारा कर रहा है।

बता दें कि पूर्व विधायक अजय राय पांच बार वाराणसी की पिंडरा विधानसभा से विधायक रह चुके हैं। पिछली बार के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के विरुद्ध कांग्रेस के प्रत्याशी भी रह चुके हैं। सन 2014 में उन्हें उत्तर प्रदेश विधानसभा का "सर्वाधिक लोकप्रिय विधायक" की उपाधि भी मिल चुकी है। इसके अलावा पूर्व विधायक को जिला, प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर के अनेक सम्मान और पुरस्कार भी मिल चुके हैं। पूर्व विधायक अजय राय ने अपने सार्वजनिक जीवन के पिछले तीन दशकों ईमानदारी से गुजारा।

वाराणसी कांग्रेसजन इस बात को लेकर हैरत में हैं कि आखिर तीन दशक से लगातार और अथक दिन -रात गरीब, अशक्त, बेसहारा लोगों की निःस्वार्थ भाव से सेवा करने वाले अजय राय के आवास पर ऐसी कौन सी संदिग्ध गतिविधि मिली जिसकी वजह से उन्हें जिला प्रसाशन की तरफ से पीला कार्ड दिया गया है ।
जिला कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा ने कहा कि, पूर्व विधायक अजय राय ने पिछले तीन दशक में अपने निष्कलंक और बेदाग जीवन मे जन सरोकारों से जुड़े विभिन्न मोर्चों पर एक जागरूक विपक्ष की भूमिका का निर्वाह करते हुए कांग्रेस के विभिन्न आंदोलनो में पूरी सक्रियता के साथ सहभागिता की है। वह सही मायने में भारतीय लोकतंत्र के एक सच्चे प्रहरी और सचेतक के रूप में जाने जाते हैं, जिनका नाम लोग बेहद अक़ीदत के साथ लेते हैं। आगामी लोक सभा चुनाव में वे वाराणसी संसदीय सीट से लोकसभा प्रत्याशी भी हो सकते हैं। अतः ऐसी स्थिति में उनको पीला कार्ड जारी करना बेहद शर्मनाक है। हम कांग्रेसजन जिला निर्वाचन अधिकारी महोदय से मांग करते हैं कि वे इस मामले में त्वरित और यथाशीघ्र पूरी निष्पक्षता के साथ जांच कर दोषियों के खिलाफ़ दंडात्मक कार्रवाई करें और पूर्व विधायक अजय राय को जारी किए गए पीले कार्ड को निरस्त करें,अन्यथा हम कांग्रेसजन अपने नेता विधायक के सम्मान में सड़कों पर उतरने को विवश होंगे।

शिष्टमंडल में सीताराम केशरी, रामनगर की चेयरमैन रेखा शर्मा, दुर्गाप्रसाद गुप्ता, चंद्रभाल प्रताप सिंह, देवेंद्र सिंह, शैलेन्द्र सिंह, राघवेंद्र चौबे, मीरा तिवारी ,ओम प्रकाश ओझा, आनन्द सिंह "रिंकू", अशोक सिंह, फ़साहत हुसैन बाबू, डॉ. नृपेन्द्र नारायण सिंह, हसन मेहदी कब्बन, मनीष चौबे, ओम शुक्ला, जितेंद्र श्रीवास्तव , पार्षदगण - असलम खां, हाजी ओकास अंसारी, मयंक चौबे, अनीसुर्रहमान, विनय शाज़ेदा, अफ़ज़ाल अंसारी, तुफैल अहमद अंसारी, रमजान अली,बेलाल अहमद, चंचल शर्मा, रोहित दूबे, विनीत चौबे, किशन यादव, मनोज यादव आदि शामिल थे।

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