वाराणसी मानसून के आने का इंतजार हर किसी को रहता है और गर्मी से राहत के लिए बरसात कीप्रार्थना भगवान से लोग करते हैं, लेकिन कई बार ये बरसात लोगों के लिए मुसीबत लेकर आती है। खास तौर पर प्रशासनिक लापरवाही की वजह से हालात और बेकाबू हो जाते हैं।
कुछ ऐसे ही बेकाबू हालात का सामना प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लोगों को करना पड़ रहा है। क्योंकि आज सुबह यहां हुई लगभग एक घंटे की बारिश ने ही नगर निगम और प्रशासनिक दावों की पोल खोल दी। नाला और नालियों की सफाई का दावा करने वाले निगम की हकीकत उस वक्त सामनेआ गई जब बारिश के दौरान शहर के कई इलाके जलमग्न हो गए और पब्लिक को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा।
कई दिनों से तेज धूप और उमस की वजह से परेशान काशी वासियों ने जब आज सुबह बरसात का स्वागतकिया तो लोगों के मन में इस बात की खुशी थी कि अब गर्मी से तो निजात मिल गई, लेकिन कुछ ही देर बाद उनकी यह खुशी मुसीबत में बदल गई क्योंकि महज 1 घंटे की बरसात के बाद शहर के हालात बेहद खराब हो गए।
कई इलाकों में पानी भरने की वजह से लोगों को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ा। सबसे ज्यादा दिक्कत ऑफिस जाने वाले लोगों को उठानी पड़ी, क्योंकि नई सड़क, गोदौलिया, गिरजाघर, तेलियाबाग कोदइ चौकी समेत कई इलाके जलमग्न रहे। यह सोचने वाली बात है कि अगर महज 1 घंटे की बारिश में यह हाल हुआ है तो अभी तो पूरा मानसून बाकी है, क्या होगा बनारस का।
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