सरफ़राज़ अहमद
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वाराणसी: वैसे तो हमारे देश में कई चिट फण्ड कम्पनियां चल रही हैं, जो लोगों को बेवकूफ बनाकर पैसे इकठ्ठा करती हैं, लेकिन जब चिट फंड में पैसे बांटने का समय आता है तो ये फर्जी किस्म की कंपनिया लोगों की गाढ़ी कमायी लेकर चम्पत हो जाती हैं।
ऐसा ही एक मामला जिला सोनभद्र में सामने आया है, जहां पर रियल एग्री इंडस्ट्री एण्ड सर्विसेज लिमिटेड एवं रियल रैसल रियलकान इण्डिया लिमिटेड तथा रियल रैसल बेनिफिट कम्पनी लिमिटेड ने 2009 में विभिन्न प्रकार के प्रलोभन देकर आम जनता से 2012 से 2015 तक पैसे निवेश करवाया। जब इन पैसों के भुगतान का बारी आयी तो जनता की गाढ़ी कमायी के पैसे लगभग 5 करोड़ रुपये लेकर कंपनी चम्पत हो गयी।
इस फर्जीवाड़े के बाद चिट फण्ड में निवेश करने वाले लोगों ने थाना म्योरपुर जनपद सोनभद्र पर मुक़दमा अपराध संख्या 189/2015 धारा 406, 419, 420 आईपीसी के तहत केस दर्ज कराया। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए इसकी विवेचना आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन, सेक्टर वाराणसी को सौंपी गयी।
मामले की सम्पूर्ण जांच के उपरान्त पाया गया कि अभियुक्तों ने जनता की गाढ़ी कमाई को वास्तव में लूटा है, इसके संबंध में सतेन्द्र कुमार एसपी, ईओडब्ल्यू, सेक्टर वाराणसी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। जिसके बाद टीम ने अभियुक्तों को पकड़ने के लिए दबिश देना शुरू किया।
इसी क्रम में मंगलवार को ईओडब्ल्यू के वाराणसी सेक्टर के निरीक्षक रामनरेष यादव और उनकी टीम ने थाना म्योरपुर सोनभद्र के उपनिरीक्षक अफरोज आलम की टीम के साथ संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए 6 अभियुक्तों को गिरफतार कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्तों में अपरेष दास, कृष्ण कान्त गुप्ता, पंकज कुमार, श्यामलाल ग्राम म्योरपुर थाना म्योरपुर जनपद सोनभद्र के रहने वाले हैं, जबकि बिजय नारायण, लालजी प्रसाद ग्राम व पोस्ट डिबुलगंज थाना अनपरा जनपद सोनभद्र के रहने वाले हैं।
इस गिरफ्तारी के संबंध में मीडिया से बात करते हुए पुलिस अधीक्षक, आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन सेक्टर वाराणसी सतेन्द्र कुमार ने बताया कि फर्जी चिटफण्ड कम्पनियॉ खोलकर जनता के धन का गबन करने वालों के विरूद्व आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन की विभिन्न टीमें लगी हुई हैं तथा ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही
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वाराणसी: वैसे तो हमारे देश में कई चिट फण्ड कम्पनियां चल रही हैं, जो लोगों को बेवकूफ बनाकर पैसे इकठ्ठा करती हैं, लेकिन जब चिट फंड में पैसे बांटने का समय आता है तो ये फर्जी किस्म की कंपनिया लोगों की गाढ़ी कमायी लेकर चम्पत हो जाती हैं।
ऐसा ही एक मामला जिला सोनभद्र में सामने आया है, जहां पर रियल एग्री इंडस्ट्री एण्ड सर्विसेज लिमिटेड एवं रियल रैसल रियलकान इण्डिया लिमिटेड तथा रियल रैसल बेनिफिट कम्पनी लिमिटेड ने 2009 में विभिन्न प्रकार के प्रलोभन देकर आम जनता से 2012 से 2015 तक पैसे निवेश करवाया। जब इन पैसों के भुगतान का बारी आयी तो जनता की गाढ़ी कमायी के पैसे लगभग 5 करोड़ रुपये लेकर कंपनी चम्पत हो गयी।
इस फर्जीवाड़े के बाद चिट फण्ड में निवेश करने वाले लोगों ने थाना म्योरपुर जनपद सोनभद्र पर मुक़दमा अपराध संख्या 189/2015 धारा 406, 419, 420 आईपीसी के तहत केस दर्ज कराया। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए इसकी विवेचना आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन, सेक्टर वाराणसी को सौंपी गयी।
मामले की सम्पूर्ण जांच के उपरान्त पाया गया कि अभियुक्तों ने जनता की गाढ़ी कमाई को वास्तव में लूटा है, इसके संबंध में सतेन्द्र कुमार एसपी, ईओडब्ल्यू, सेक्टर वाराणसी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। जिसके बाद टीम ने अभियुक्तों को पकड़ने के लिए दबिश देना शुरू किया।
इसी क्रम में मंगलवार को ईओडब्ल्यू के वाराणसी सेक्टर के निरीक्षक रामनरेष यादव और उनकी टीम ने थाना म्योरपुर सोनभद्र के उपनिरीक्षक अफरोज आलम की टीम के साथ संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए 6 अभियुक्तों को गिरफतार कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्तों में अपरेष दास, कृष्ण कान्त गुप्ता, पंकज कुमार, श्यामलाल ग्राम म्योरपुर थाना म्योरपुर जनपद सोनभद्र के रहने वाले हैं, जबकि बिजय नारायण, लालजी प्रसाद ग्राम व पोस्ट डिबुलगंज थाना अनपरा जनपद सोनभद्र के रहने वाले हैं।
इस गिरफ्तारी के संबंध में मीडिया से बात करते हुए पुलिस अधीक्षक, आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन सेक्टर वाराणसी सतेन्द्र कुमार ने बताया कि फर्जी चिटफण्ड कम्पनियॉ खोलकर जनता के धन का गबन करने वालों के विरूद्व आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन की विभिन्न टीमें लगी हुई हैं तथा ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही