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1/08/2019

वाराणसी: पांच करोड़ लेकर फरार हुई फर्जी चिटफंड गिरोह के सदस्‍यों को EOW वाराणसी ने दबोचा

सरफ़राज़ अहमद
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वाराणसी:  वैसे तो हमारे देश में कई चिट फण्ड कम्पनियां चल रही हैं, जो लोगों को बेवकूफ बनाकर पैसे इकठ्ठा करती हैं, लेकिन जब चिट फंड में पैसे बांटने का समय आता है तो ये फर्जी किस्‍म की कंपनिया लोगों की गाढ़ी कमायी लेकर चम्पत हो जाती हैं।

ऐसा ही एक मामला जिला सोनभद्र में सामने आया है, जहां पर रियल एग्री इंडस्ट्री एण्ड सर्विसेज लिमिटेड एवं रियल रैसल रियलकान इण्डिया लिमिटेड तथा रियल रैसल बेनिफिट कम्पनी लिमिटेड ने 2009 में विभिन्न प्रकार के प्रलोभन देकर आम जनता से 2012 से 2015 तक पैसे निवेश करवाया। जब इन पैसों के भुगतान का बारी आयी तो जनता की गाढ़ी कमायी के पैसे लगभग 5 करोड़ रुपये लेकर कंपनी चम्पत हो गयी।

इस फर्जीवाड़े के बाद चिट फण्ड में निवेश करने वाले लोगों ने थाना म्योरपुर जनपद सोनभद्र पर मुक़दमा अपराध संख्या 189/2015 धारा 406, 419, 420 आईपीसी के तहत केस दर्ज कराया। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए इसकी विवेचना आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन, सेक्टर वाराणसी को सौंपी गयी।

मामले की सम्पूर्ण जांच के उपरान्त पाया गया कि अभियुक्तों ने जनता की गाढ़ी कमाई को वास्तव में लूटा है, इसके संबंध में सतेन्द्र कुमार एसपी, ईओडब्‍ल्‍यू, सेक्टर वाराणसी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। जिसके बाद टीम ने अभियुक्तों को पकड़ने के लिए दबिश देना शुरू किया।

इसी क्रम में मंगलवार को ईओडब्‍ल्‍यू के वाराणसी सेक्‍टर के निरीक्षक रामनरेष यादव और उनकी टीम ने थाना म्योरपुर सोनभद्र के उपनिरीक्षक अफरोज आलम की टीम के साथ संयुक्‍त रूप से कार्रवाई करते हुए 6 अभियुक्तों को गिरफतार कर लिया। गिरफ्तार अभियुक्तों में अपरेष दास, कृष्ण कान्त गुप्ता, पंकज कुमार, श्यामलाल ग्राम म्योरपुर थाना म्योरपुर जनपद सोनभद्र के रहने वाले हैं, जबकि बिजय नारायण, लालजी प्रसाद ग्राम व पोस्ट डिबुलगंज थाना अनपरा जनपद सोनभद्र के रहने वाले हैं।

इस गिरफ्तारी के संबंध में मीडिया से बात करते हुए पुलिस अधीक्षक, आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन सेक्टर वाराणसी सतेन्द्र कुमार ने बताया कि फर्जी चिटफण्ड कम्पनियॉ खोलकर जनता के धन का गबन करने वालों के विरूद्व आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन की विभिन्न टीमें लगी हुई हैं तथा ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही

12/20/2018

वाराणसी: काशी विद्यापीठ में पूर्व हेड के साथ मारपीट, मौके पर पकड़े गये हमलावार को छात्रों ने छुड़ाया

सरफ़राज़ अहमद
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विभाग के ही शिक्षक पर साजिश रचने का आरोप, घटना से नाराज अध्यापक ने कहा कि दे दूंगा इस्तीफा

वाराणसी. महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ एक बार फिर लचर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा में आ गया है। गुरुवार को परिसर में शारीरिक शिक्षा विभाग के पूर्व हेड प्रो.सुशील कुमार गौतम के साथ कुछ छात्रों ने मारपीट की। मौके पर मौजूद छात्रों ने एक हमलावार को पकड़ लिया। इसी बीच वहां पर पहुंचे अन्य छात्रों ने पकड़े गये हमलावार को छुड़ा कर भगा दिया। परिसर में अध्यापक के साथ हुई घटना से शिक्षकों में रोष व्याप्त है। पीडि़त पूर्व हेड की तहरीर पर सिगरा पुलिस ने विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पूर्व हेड ने कहा कि उन्हें जान से मारने की साजिश हुई है इसके विभाग के एक वर्तमान अधिकारी जिम्मेदार है। घटना से नाराज शिक्षक ने इस्तीफा देने की भी बात कही।

शारीरिक शिक्षा विभाग के पूर्व हेड व राट्रीय सेवा योजना के समन्वयक प्रो.सुशील कुमार गौतम ने कहा कि वह दोपहर को विभाग में एमपीएड के छात्रों को पढ़ा कर निकले थे। विभाग से निकल कर अभी कार तक ही पहुंचे थे कि एक छात्र वहां पर पहुंचा और सिर पर वार किया। इसके बाद दो अन्य छात्र आये और मारपीट करने लगे। इसी बीच उनका गला भी दबाने का प्रयास किया गया। मारपीट की घटना देख कर विभाग के शिक्षक, कर्मचारी व छात्र वहां पर पहुंचे और एक हमलावार को पकड़ लिया। पीडि़त शिक्षक ने पकड़े गये छात्र की मोबाइल से फोटो भी खीची। इसी बीच वहां पर कुछ अन्य छात्र पहुंचे और पकड़े गये हमलावार को छुड़ा कर भगा दिया। पकड़े गये हमलवार का नाम प्रिंस यादव, बीए द्वितीय वर्ष बताया जा रहा है। घटना की जानकारी जब अन्य शिक्षकों को हुई तो वह भड़क गये। परिसर में सुरक्षा के नाम पर लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी अध्यापकों के साथ मारपीट की घटना हो जाती है और हमलावार आराम से भाग भी जाता है। शिक्षकों ने सिगरा थाने पहुंच कर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है। सिगरा थाना प्रभारी सतीश सिंह ने कहा कि मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और जल्द ही दोषियों को पकड़ा जायेगा।

लगातार सुर्खियों में है काशी विद्यापीठ

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ इन दिनों लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। परिसर के ही छात्र आलोक उपाध्याय पर जेएचवी मॉल में डबल मर्डर करने का आरोप लगा है। पर्यावरण कुंभ का उद्घाटन करने खुद डिप्टी सीएम डा.दिनेश शर्मा आये थे और उसी समय अराजक तत्वों ने कार्यक्रम स्थल के पास छेडख़ानी का विरोध करने पर एक छात्र की पिटाई कर दी थी। अब परिसर में पूर्व हेड के साथ मारपीट हो गयी है। इससे साफ हो जाता है कि परिसर में रह रहे अराजक तत्वों का हौसला बहुत बढ़ गया है और परिसर का अनुशासन प्रभावित हो रहा है।

12/04/2018

#VARANASI #BIGNEWS #BHUvsSTUDENTS: 125 छात्र-छात्राओं के ऊपर मुकदमा दर्ज, चीफ प्रॉक्टर के खिलाफ भी हुई FIR...


सरफ़राज़ अहमद
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वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) की चीफ प्रॉक्टर प्रफेसर रोयना सिंह के खिलाफ नर्सिंग छात्रा के साथ बदसलूकी के आरोप में केस दर्ज किया गया है। इस मामले में छात्राओं ने तीन दिन पहले वाराणसी के लंका थाने में तहरीर दी थी, जिसके बाद पुलिस ने मंगलवार को इस संबंध में केस दर्ज किया। लंका थाने में नर्सिंग छात्रा मंजू कुमारी की तहरीर पर इस मामले में केस दर्ज किया गया है और पुलिस अब पूरी घटना की जांच कर रही है।

इससे पूर्व शनिवार को दर्जनों की संख्या में नर्सिंग की छात्राओं ने लंका थाने पर पहुंचकर चीफ प्रॉक्टर के खिलाफ तहरीर दी थी। तहरीर में छात्राओं ने लिखा कि जब वह सब नर्सिंग की डिग्री की मान्यता को लेकर विरोध-प्रदर्शन् कर रही थी, उस वक्त तानाशाही रवैया अपनाते हुए चीफ प्रॉक्टर ने पुरुष सुरक्षाकर्मियों द्वारा छात्राओं के साथ बदसलूकी और मारपीट की। इसी दौरान उन्होंने मंजू कुमारी नाम की छात्रा के कान पर थप्पड़ जड़ दिया, जिससे उसके कान का पर्दा फट गया।

एसएसपी से मिला था NSUI का प्रतिनिधिमंडल..


हालांकि तहरीर के बाद भी कोई कार्रवाई ना होने पर एनएसयूआई का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को एसएसपी से मिला था, जहां छात्रनेताओं ने पुलिस अधिकारियों से चीफ प्रॉक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की थी। मंगलवार की शाम कई छात्रों ने इस मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन भी किए, जिसमें पुलिस द्वारा बल प्रयोग किए जाने पर नाराज हुए छात्रों ने केंद्रीय कार्यालय पर नारेबाजी की। वहीं बेमियादी धरने में छात्रों की संख्या को देखते हुए धरनास्थल खाली करने की नोटिस के साथ मुकदमा दर्ज कराने की कार्रवाई भी की।

11/30/2018

#वाराणसी: पुलिस से मुठभेड़ में घायल हुआ 50 हजार रुपये का इनामी प्रमोद, क्राइम ब्रांच के दरोगा को भी लगी गोली, इनामी बनारसी यादव सहित 2 फरार

सरफ़राज़ अहमद
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वाराणसी। डीरेका परिसर स्थित रेलवे क्रासिंग पर मंडुआडीह, लोहता पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम से गुरुवार की रात मोहांव (चोलापुर) निवासी 50 हजार रुपये इनामी बदमाश प्रमोद गौड़ से मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में प्रमोद गौड़ को गोली लगी। क्राइम ब्रांच के दरोगा प्रदीप यादव भी गोली लगने से जख्मी हुए। इस दौरान प्रमोद के दो साथी भाग निकले।

पुलिस को सूचना मिली कि 3 बदमाश किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने क् लिए डीरेका की तरफ जाने वाले हैं। इस पर पुलिस टीम ने डीरेका प्रशासनिक भवन के पास घेरेबंदी की। 3 लोग बाइक पर आते नजर आये। पुलिस टीम ने रुकने का इशारा किया तो वे पुलिस पर फायरिंग करते हुए भागने लगे। पुलिस टीम ने भी जवाबी फायरिंग की। 50 हजार का इनामी बदमाश प्रमोद गौंड घायल हो गया। उसके 2 साथी अंधेरे का लाभ उठा कर भाग निकले। मौके पर पहुंचे एसएसपी ने बताया कि घायल अपराधी 2016 में पुलिस अभिरक्षा से फरार चल रहा था। उसके ऊपर 50 हजार रुपये का इनाम भी है। उसके दो साथी मौके से भाग निकले। फरार होने वालों में इसका एक साथी बनारसी यादव 25 हजार का इनामी है। मौके से भागने वाले दोनों बदमाशों की तलाश की जा रही है। एनकाउंटर में घायल बदमाश और दरोगा को बीएचयू ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। उसके पास से मिली बाइक, असलहा और कारतूस को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है

11/28/2018

#शहर के तीन स्थानो पर आयकर के छापे से:मचा हड़कंप...नई सड़क और जगतपुर गोदाम को टीम ने खंगाला, कर चोरी पकड़ी गयी, दस्तावेज सीज...


वाराणसी में प्लाइवुड और शीशा कारोबारी की फर्म-गोदाम पर आयकर सर्वे, मचा हड़कंप

कंप्यूटर, हार्ड डिस्क, खरीद बिक्री, स्टॉक रजिस्टर कब्जे में लेकर जांच जारी -

सरफ़राज़ अहमद
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वाराणसी के नई सड़क स्थित प्लाइवुड और शीशा कारोबारी ओबैद अहमद की फर्म व गोदाम पर आयकर की टीम मंगलवार दोपहर सर्वे करने पहुंची। यूपी प्लाइवुड और ब्राइट एल्युमीनियम नाम से चल रही फर्म पर कर चोरी के मामले में सर्वे की यह कार्रवाई की गई। टीम ने बिलिंग संबंधी कागजात के साथ ही कंप्यूटर हार्ड डिस्क अपने कब्जे में ले लिया है।

खरीद बिक्री व स्टॉक रजिस्टर की जांच जारी है।आयकर विभाग की ओर से बड़े पैमाने पर कर चोरी करने वालों की सूची तैयार कराए जाने के बाद अब कार्रवाई शुरू की गई है। अपर आयकर आयुक्त अभय ठाकुर के निर्देशन में करीब 30 से अधिक अधिकारियों की टीम एक साथ नई सड़क स्थित फर्म और रोहनिया गोदाम पर सर्वे करने पहुंची। टीम के पहुंचते ही कर्मचारियों में हड़कंप मच गया।

सूत्रों की मानें तो सर्वे में प्रथम दृष्ट्या जांच के दौरान टीम को कर चोरी के प्रमाण के साथ ही कुछ गड़बडि़यां भी मिली हैं, लेकिन जांच पूरी होने से पहले अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है। संबंधित फर्म के पास स्टॉक इतना अधिक है कि जांच की कार्रवाई बुधवार तक चल सकती है।

सर्वे की कार्रवाई में आयकर अधिकारी पीके श्रीवास्तव, अशोक कुमार यादव, एसपी चौहान, सुनील सिंह, शैलेंद्र सिन्हा, समीर श्रीवास्तव, नवेंदु, दिलीप श्रीवास्तव, आशुतोष, ओमशंकर, वीएस राय आदि शामिल रहे।

प्रथम दृष्टया वार्षिक रिटर्न काफी कम घोषित कर टैक्स की चोरी सामने आई है।  पिछले कई साल के रिटर्न को खंगाले के बाद आयकर विभाग ने सर्वे की कार्रवाई शुरू की। सर्वे पूरा होने के बाद फर्म संचालक पर आयकर और जीएसटी दोनों का शिकंजा कस सकता है।

अपर आयकर आयुक्त अभय ठाकुर ने कहा कि कर चोरी के मामले में ही यूपी प्लाइवुड और ब्राइट एल्युमिनियम फर्म व गोदाम पर सर्वे की कार्रवाई चल रही है। मौके पर मिले कागजात, कंप्यूटर के रिकार्ड की जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि कितने की कर चोरी है। कर चोरी करने वालों पर कार्रवाई जारी रहेगी।

क्षमता से अधिक स्टॉक रखना पड़ सकता है भारी

प्लाइवुड, शीशा और एल्युमीनियम कारोबारी को गोदाम में क्षमता से अधिक सामान रखना भारी पड़ सकता है। हालांकि देर रात तक कार्रवाई चल रही है। सूत्रों की माने तो कागजों में दर्ज आंकड़ों और मौके पर मिले स्टॉक में भारी अंतर मिला है। इसके लिए फर्म संचालक पर बड़ी करवाई हो सकती है। आयकर अधिकारी यह पता लगाने में जुटे हैं कि कर से बचने के लिए आखिर गोदाम के नाम पर कहीं और स्टॉक तो नहीं रखा गया है।

कर चोरी की जानकारी के बाद शुरू सर्वे में अधिकारियों ने जब स्टॉक का मिलान शुरू किया कि तो कागजों में घोषित किए गए स्टॉक से यहां बहुत अधिक समान रखा पाया गया है। सूत्रों की मानें तो आयकर की चोरी साथ ही संबंधित फर्म की ओर से जीएसटी की चोरी भी पकड़ी गई है। ऐसा इसलिए कि कम स्टॉक दिखाने पर आयकर   और जीएसटी दोनों कम देना पड़ेगा।

11/19/2018

#वाराणसी: कचहरी परिसर में लामबंद होकर वकीलों ने जमकर किया हंगामा और तोड़फोड़, चौकियां हटाने को लेकर के किया बवाल


सरफ़राज़ अहमद
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वाराणसी : कचहरी परिसर में चौकी हटाए जाने के विरोध में वकीलों ने जमकर हंगामा किया। साथ ही एसीएम चतुर्थ के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। मामला यहीं नहीं थमा वकीलों ने एसीएम चतुर्थ के कार्यालय में जाकर तोड़-फोड़ की और फाइलों को उठा कर बाहर फेंका। देखते ही देखते पूरा कचहरी परिसर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया।

आपको बता दें कि कचहरी परिसर में चौकी हटाये जाने के विरोध में सारे वकीलों ने लामबंद होकर हंगामा किया, साथ ही जमकर मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। जाने कब से कचहरी परिसर में वकीलों की चौकियां थी जहां से सारे वकील अपना काम किया करते थे। मगर वहीं एसीएम चतुर्थ ने उन चौकियों को वहां से हटवा दिया। जिसके बाद सारे वकीलों ने इस बात पर जमकर बवाल किया। किसी तरह की अनहोनी की आशंका को देखते हुए तुरंत ही कचहरी में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया। देखते-देखते पूरा परिसर पुलिस छावनी में तब्दील हो गया।

वहीं एसीएम चतुर्थ के कार्यालयों में वकीलों ने की तोड़ फोड़ करते हुए वहां पर रखी फाइलों को उठाकर फेंक दिया। साथ ही एसीएम चतुर्थ के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाएं। वहां मौजूद सभी वकीलों की मांग है कि एसीएम चतुर्थ के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार किया जाये।

11/15/2018

#फायरिंग से दहला बनारस: JHV हत्याकांड में फरार 50 हजार का इनामी ऋषभ मुठभेड़ में जख्मी, साथी फरार, क्राइम ब्रांच के सिपाही को भी लगी गोली


सरफ़राज़ अहमद
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वाराणसी। कैंटोनमेंट में जेएचवी मॉल के अंदर बीते 31 अक्टूबर को हुए दोहरे हत्याकांड के मामले में फरार चल रहे पचास हजार के इनामी ऋषभ सिंह रिशु से गुरुवार की रात पुलिस की मुठभेड़ हुई। इस दौरान बाइक सवार ऋषभ का साथी भाग निकला। पुलिस की गोली ऋषभ के पैर में लगी है। एनकाउंटर में क्राइम ब्रांच के हेड कांस्टेबल सुरेंद्र मौर्या भी जख्मी हुए हैं। इलाज के लिए जख्मी सिपाही को मलदहिया स्थित निजी चिकित्सालय व ऋषभ को पं. दीनदयाल अस्पताल में पहुंचाया गया है।

दरअसल रात शिवपुर, लोहता थाने की पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच की टीम को सूचना मिली कि पिसौर पुल के रास्ते पैशन प्रो बाइक सवार दो बदमाश गुजरने वाले हैं। पुलिस टीम ने दोनों को पकड़ने के लिए घेरेबंदी की। बाइक सवार दो बदमाश आते हुए दिखे। रोकने का इशारा करने पर दोनों ने गोली चलाना शुरू कर दिया। अपने बचाव में पुलिस ने भी गोली चलाया। ₹50 हजार के इनामी ऋषभ को पैर में गोली लगी। साथी भाग निकला। क्रॉस फायरिंग में क्राइम ब्रांच के सिपाही सुरेंद्र मौर्या के बाएं हाथ में गोली लगी।

पिस्टल और बाइक बरामद..

एनकाउंटर के दौरान पुलिस को पैशन प्रो बाइक और ऋषभ के पास मौजूद पिस्टल मिली है। मुठभेड़ की जानकारी होने पर एसपी सिटी, एसपीआरए, एसपी क्राइम सीओ कैंट मौके पर पहुंचे। पुलिस ने बताया कि 31 अक्टूबर को जेएचवी मॉल में हुए गोलीकांड के दौरान दो लोगों की मौत हो गई थी जबकि 2 लोग घायल हुए थे। अब तक इस मामले में 3 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। तीनों में से एक की गिरफ्तारी बिहार में हुई है। बिहार में पकड़े गए बदमाश हो पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर बनारस लाने के फेर में है। ऋषभ की तलाश के लिए पुलिस टीम लगी हुई थी इसी बीच उसका सामना पुलिस से हो गया।

11/05/2018

वाराणसी: JHV मॉल डबल मर्डर केस का मुख्य आरोपी आलोक गिरफ्तार...आरोपी के पिता का आरोप- 'बेटे का एनकांउटर कर देगी क्राइम ब्रांच..


रिपोर्ट: हृषिता वाधवानी
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वाराणसी: जेएचवी शूट आउट का मुख्य आरोपी आलोक उपाध्याय को क्राइम ब्रांच ने सोमवार को कैंट रेलवे स्टेशन से उस समय गिरफ्तार कर लिया जब वह शहर छोड़कर भागने की फिराक में था। आलोक पर वाराणसी पुलिस ने 25 हजार का इनाम रखा था। जेएचवी हत्याकांड में अब तक दो गिरफ्तारी हो चुकी है। तीन दिन पहले पुलिस ने हत्याकांड के एक आरोपी रोहित को सारनाथ इलाके से गिरफ्तार किया था। जेएचवी में अंधाधुंध फायरिंग करने वाले बिहार के कुंदन व ऋषभ अब भी फरार चल रहे हैं।

उधर आलोक का पिता भी थाने पर पहुंच गया है। जानकारी के अनुसार पिता अवधेश बेटे आलोक को लेकर आरा बिहार से ट्रेन से लखनऊ जा रहा था सरेंडर कराने। मगर क्राइम ब्राच ने स्टेशन से पकड़ लिया। बेटे के एनकाउंटर के डर से पिता ने कैंट थाने में हंगामा काटा। वहीं आलोक की धरपकड़ में क्राइम ब्राच प्रभारी विक्रम सिंह घायल हुए हैं। जेएचवी में बीते बुधवार को काशी विद्यापीठ के छात्र आलोक व उसके साथियों ने अंधाधुंध फायरिंग करके सुनील गौड़ व गोपी कन्नौजिया की हत्या कर दी थी। गोलीबारी में दो कर्मचारी विशाल व चंदन गंभीर रूप से घायल हो गए थे। शूट आउट के पीछे प्रेमप्रसंग का मामला सामने आया था। घटना के बाद इन आरोपियों के नाम आए थे सामने : आलोक उपाध्याय, रोहित सिंह, ऋषभ सिंह विसू और कुन्दन सिंह के नाम सामने आए हैं। प्रत्येक अभियुक्तों पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वाराणसी द्वारा पचीस हजार रुपये का ईनाम घोषित किया गया था। अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए जनपद के विभिन्न थानों से कई टीमें और क्राइम ब्रांच की टीमें लगायी गई थीं। इसके साथ ही जेएचवी मॉल में लगी सुरक्षा एजेन्सी (हॉक सिक्योरिटी सर्विसेज) के ड्यूटी में लगे कर्मचारियों द्वारा किन परिस्थियों में शस्त्र प्रवेश वर्जित होते हुए भी शस्त्र को मॉल के अंदर प्रवेश दिया गया था। इसकी जाच कर उपरोक्त सिक्योरिटी एजेन्सी का लाइसेंस रद्द करने की आख्या भी प्रेषित की गई थी।

10/08/2018

वाराणसी: शर्मनाक: नाबालिग साली से जीजा ने ही बहला फुसला किया दुष्कर्म


वाराणसी:लंका थाना क्षेत्र के एक गांव में 13 वर्ष की नाबालिग साली से उसके सगे जीजा ने दुष्कर्म किया। परिजनों की तहरीर पर केस दर्ज कर लंका पुलिस ने आरोपी जीजा को गिरफ्तार कर लिया।

जानकारी के अनुसार नाबालिग साली को शनिवार की शाम घर में अकेला पाकर उसका जीजा बहला फुसलाकर उसे खेत में ले गया। उसने नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता रोते हुए घर पहुंचा और परिजनों को सूचना दी। परिजनों ने लंका थाने पहुंचकर तहरीर दिया। बताया कि आरोपित जीजा उसी गांव का रहने वाला है और पीड़िता की बड़ी बहन से शादी कर ली थी। इंस्पेक्टर लंका भारत भूषण तिवारी ने बताया कि पॉस्को एक्ट और दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करके आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। मंगलवार को जेल भेजा जाएगा। 

BHU के छात्रों ने किया प्रदर्शन, केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल के सामने लगे PM विरोधी नारे...


वाराणसी: एससी/एसटी एक्ट को लेकर नाराजगी अब काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के छात्रों में भी दिखने लगी है ,जिसका विरोध भी आज काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में देखने को मिला। जहाँ सवर्ण समाज से आने वाले छात्रों ने इस एससी/एसटी एक्ट का विरोध करते हुए केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल का घेराव किया।

केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल आज काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में रहीं। जहाँ वो एलडी गेस्ट हाउस में रुकी हुई हैं। वो जब अपने कार्य हेतु गेस्ट हाउस से निकलने लगी तो छात्रों का एक समूह नारेबाजी करते हुए उनके पास आ गए और एससी/एसटी एक्ट के विरोध में नारेबाजी करने लगे। छात्रों के समूह को इस तरह से गाडी के सामने आके विरोध के नारे लगाने पर उनके निजी सुरक्षा गार्ड व विश्वविद्यालय के गार्डों ने उन्हें वहां से बल पूर्वक हटा दिया।

विरोध करने वाले छात्रों का कहना है कि हम शांतिपूर्ण तरीके से मंत्री जी के पास आये थे एससी/एसटी एक्ट के विरोध में अपना ज्ञापन देने ,लेकिन मंत्री जी ने उस ज्ञापन को नहीं लिया और हमे सुरक्षा गार्डों के जरिये पीछे हटवा दिया।

10/07/2018

वाराणसी: गोलियों की तड़तड़ाहट से बनारस जिले के इस गांव में खौफ, दुस्साहसी बदमाशों ने किसान को मारी गोली


वाराणसी: चोलापुर थाना क्षेत्र का कटारी गांव रात तकरीबन 10 बजे गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा। पूर्व प्रधान के घर में घुसकर शनिवार रात बदमाशों ने किसान को गोली मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। घायल किसान को इलाज के लिए बीएचयू ट्रामा सेंटर लाया गया। डॉक्टर द्वारा बताया गया कि कुल चार गोलियां घायल के पेट में लगी हैं।

मामला कटारी गांव का है जहां पुर्व प्रधानपति सरोज कन्नौजिया के घर में घुसकर दालान में सो रहे उनके घनिष्ठ रमाशंकर मौर्य (55 वर्ष) को तीन बाइक सवार बदमाशों ने गोली मार दी। वह रोज की तरह खाना खाकर सो रहे थे। रमाशंकर मौर्य मूलतः बड़ागांव थाने के हरहुआ क्षेत्र के निवासी हैं, लेकिन पिछले दो दशकों से सरोज कन्नौजिया के घर पर ही रहते थे। रमाशंकर की शादी नहीं हुई है।

शनिवार रात करीब 10 बजे के आसपास बाइक सवार तीन बदमाश सरोज कनौजिया के घर के सामने आए। एक बदमाश बाइक स्टार्ट कर सड़क पर इंतजार करता रहा। दो बदमाशों दालान में घुसकर सो रहे रमाशंकर पर असलहे का मुंह खोल दिया। रात में गोलियों की तड़तड़ाहट से आसपास के गांव भी थर्रा उठा। जबतक घर के लोग कुछ समझ पाते बदमाश फुर्र हो चुके थे। सूचना मिलते ही पुलिस ने पहुंचकर घायल को ट्रामा सेंटर भेजा, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।

सूत्रों के मुताबिक प्रधानपति सरोज के भाई राजू कनौजिया ने कुछ दिन पहले ही अपनी रेकी की बात सुनकर चोलापुर पुलिस को जान के खतरे की सूचना दी थी। उनका शक है कि बदमाश उन्हें ही मारने की नीयत से आये थे। सीओ पिंडरा सुरेंद्र नाथ ने बताया कि घटना की जानकारी होते ही एम्बुलेंस का इंतजार न करते हुए डायल 100 की ही गाड़ी से घायल को ट्रामा सेंटर भिजवाया गया। वहां जल्द से जल्द उपचार के लिए लंका पुलिस की भी मदद ली गई। बदमाशों की धर पकड़ के लिए कई टीमें गठित की गई हैं। बदमाशों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।

9/30/2018

खाकी वर्दी का ख़ौफ़: कार न रोकने पर पुलिस ने बेगुनाह एप्पल के मैनेजर को मारी गोली, 2 सिपाही गिरफ्तार....


यूपी पुलिस पर एक बार फिर सवालिया निशान खड़े हो गए हैं। लखनऊ पुलिस पर आरोप लगा है कि उसके एक सिपाही ने शनिवार तड़के कार सवार एक युवक को गोली मार दी। गोली लगते ही उसका संतुलन बिगड़ा और गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई। यह देखते ही दोनों आरोपी सिपाही मौके से भाग निकले। दूसरे पुलिस कर्मियों ने विवेक को अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

बताया जा रहा है कि आईफोन बनाने वाली कंपनी ‘एप्पल’ के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी रात को अपनी सहकर्मी सना के साथ लौट रहे थे, उसी समय गोमतीनगर विस्तार के पास दो पुलिसवालों ने उन्हें गाड़ी रोकने का इशारा किया। लेकिन विवेक ने गाड़ी नहीं रोकी।

जिसके बाद विवेक की गाड़ी पर फायरिंग की गईजो सीधे उनके सिर में लगी, जिससे उनकी मौत हो गई। सना की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर फायरिंग करने वाले कांस्टेबल प्रशांत कुमार और संदीप को गिरफ्तार कर लिया है। प्रारंभिक जांच के बाद दोनों आरोपी सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया गया है।

सहकर्मी सना ने बताया क्या हुआ था

घटना के वक्त विवेक के साथ गाड़ी में मौजूद सहकर्मी सना खान ने कहा,’ मैं अपने सहयोगी के साथ घर जा रही थी। उनका नाम विवेक तिवारी है। गोमती नगर विस्तार के पास हमारी गाड़ी खड़ी थी। तब तक दो पुलिस वाले सामने से आए। हमने उनसे बचकर निकलने की कोशिश की।

इसके बाद अचानक गोली चली। हमने वहां से गाड़ी आगे बढ़ाई। आगे हमारी गाड़ी अंडर पास में दीवार से टकरा गई और विवेक के सिर से काफी खून बहने लगा। मैंने सबसे मदद लेने की कोशिश की। थोड़ी देर में पुलिस आई, जिसने हमें अस्पताल पहुंचाया। बाद में सूचना मिली कि विवेक की मौत हो चुकी है।’

पुलिस वालों ने मेरे पति की हत्या की है

मृतक विवेक की पत्नी कल्पना ने बताया कि मेरी कल रात 1:30 बजे विवेक से आखिरी बार बात हुई थी। उन्होंने बताया कि वो सना को घर पर ड्रॉप करके घर आ रहे हैं। जब वो घर नहीं आए तो रात 2 बजे से मैं लगातार दोनों को कॉल कर रही थी, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया।

फिर 3 बजे किसी ने फोन उठाया, उसने बोला की सर और मैम का एक्सीडेंट हो गया है और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिर में भाग कर अस्पताल पहुंची जहां डॉक्टरों ने बताया कि उनकी मौत हो चुकी है। मैं फिर पुलिसवालों के साथ घटनास्थल पर गई जहां मैने देखी की गाड़ी के शीशे में गोली के निशान थे।

ये हादसा नहीं ये मर्डर है। पुलिस वालों ने मेरे पति की हत्या की है। कल्पना ने कहा है कि गोली मारकर हत्या करने के बाद लखनऊ पुलिस पति को चरित्रहीन साबित करने में लगी रही। कल्पना ने सवाल उठाया कि गाड़ी न रोकने पर गोली चलाने का अधिकार पुलिस को किसने दिया। उन्होंने अब योगी सरकार से न्याय की मांग की है।

विवेक को गोली मारने वाले सिपाहियों के समर्थन में यूपी पुलिस, 5 करोड़ रुपए देने का ऐलान


एप्पल इंडिया कंपनी के मैनेजर विवेक तिवारी को कार नहीं रोकने पर जान लेने वाले यूपी पुलिस के सिपाहियों के समर्थन में सोशल मीडिया पर अभियान शुरू हो गया है। यूपी सरकार एक करोड़ रुपए की मांग के अनुरूप विवेक के पीड़ित परिजनों को 25 लाख रुपए देने का ही आश्वासन दे पाई, वहीं, यूपी पुलिस ने गोली मारने वाले पुलिसकर्मियों की मदद के लिए 5 करोड़ रुपए की सहायता देने का ऐलान कर दिया है।

यूपी पुलिस के पुलिसकर्मियों ने इसके लिए फेसबुक पर लंबा पोस्ट लिखा है। पोस्ट में गोली मारने वाले पुलिसकर्मियों का बैंक अकाउंट नंबर दिया गया है। लोगों ने इन बैंक अकाउंट्स में रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करना भी शुरू कर दिए हैं। रुपए ट्रांसफर करने के बाद लोग पोस्ट पर ही इसका स्क्रीन शॉट भी शेयर कर रहे हैं।

गौरतलब है कि शुक्रवार-शनिवार की रात विवेक तिवारी मोबाइल लॉन्चिंग के बाद घर लौट रहे थे। इसी दौरान गोमती नगर विस्तार में दो पुलिस कर्मियों ने कार रोकने का इशारा किया। रात अधिक होने और सहयोगी सना खान साथ होने के कारण विवेक ने कार नहीं रोकी तो प्रशांत चौधरी एक अन्य पुलिसकर्मी ने बाइक आगे लगाकर उन्हें रुकने पर मजबूर किया और फिर गोली मार दी। इससे विवेक की मौत हो गई थी। दोनों के नाम जगजाहिर हैं, इसके बाद भी यूपी पुलिस ने घटना की एफआईआर में दोनों को नामजद नहीं करते हुए अज्ञात लिखा है।

पुलिस की कार्रवाई को DGP ने बताया हत्या, बोले-पुलिस को नहीं है किसी की जान लेने का अधिकार..


एप्पल के मैनेजर को गोली मारने वाले पुलिस वालों की बढ़ेंगी मुश्किलें, डीजीपी ने कर दिया यह बड़ा ऐलान
वाराणसी/गाजियाबाद: बात-बात पर एनकाउंटर करने वाली यूपी पुलिस लखनऊ में एप्पल के मैनेजर की हत्या के बाद सवालों के घेरे में है। इस घटना के बाद जनता का दबाव बढ़ने के बाद जहां खुद मुख्यमंत्री ने इसे एनकाउंटर मानने से इनकार किया है। वहीं, अब डीजीपी ने अपने बयान से इस घटना में आरोपी पुलिस वालों की परेशानी और बढ़ा दी है। एक कार्यक्रम में गाजियाबाद पहुंचे उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने साफ शब्दोंमें कहा कि लखनऊ में एप्पल के मैनेजर के साथ जो कुछ भी हुआ है, वह हत्या है। सेल्फ डिफेंस की दलील देकर एेसी घटना को जायज नहीं ठहराया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यही वजह है कि आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजा जा चुका है।

दरअसल, शहर में कानून व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त रखने के उद्देश्य से शनिवार को गाजियाबाद में आयोजित संवाद कार्यक्रम में पहुंचे प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि लखनऊ में जोएप्पल के मैनेजर की पुलिस की गोली से मौत हुई है। उसे किसी प्रकार जायज नहीं ठहराया जा सकता है। उन्होंने कहाकि किसी भी पुलिस अधिकारी को सेल्फ डिफेंस के तहत किसी निहत्थे की जान लेने का कोई अधिकार नही है। मैं समझता हूं कि यह सीधे-सीधे हत्या का मामला है, जो इन पुलिस कर्मियों ने किया है । इसी के तहत उन पर हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है । उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम में भी इस बात की पुष्टि हुई है कि गन शॉट से विवेक की मौत हुई।

वहीं, इस मौके पर एक और सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस का कोई गलत इस्तेमाल नहीं हो रहा है। जहां भी इस तरह की कार्रवाई हो रही है, उस पर सख्त कदम उठाया जा रहा है । अगर पुलिसकर्मी गलत काम करते हैं तो उन्हें न केवल गिरफ्तार किया जाता है, बल्कि उन्हें सस्पेंड भी किया जाता है। उन्हें बर्खास्त भी किया जाता है। डीजीपी ने कहा कि उनका सीधा संवाद पुलिस से जुड़ने का एक कारण यह भी है कि उन्हें बताया जाए कि पुलिसकर्मी समाज की सेवा के लिए हैं, न कि किसी का रक्षक और किसी का भक्षक बनने के लिए।

हालांकि, एप्पल के मैनेजर की मौत के माले में यह भी कहा कि आधी रात के वक्त जब वह जा रहे थे तो उनकी गाड़ी में एक महिला अधिकारी थी । दोनों कि एक ही कंपनी में काम कर रहे थे । रास्ते में एक जगह जब गाड़ी खड़ी थी तो यूपी पुलिसके 2 सिपाही चेतक पर खड़े थे । उन्होंने गाड़ी को इंटर सेप्ट किया और कहा कि गाड़ी से बाहर आए। लेकिन उन्होंने गाड़ी से निकलने से मना कर दिया और गाड़ी को चेतक पर चढ़ाने की कोशिश की। सेल्फ डिफेंस में सिपाहियों ने गोली चलाई, जिसमें गोली विवेक तिवारी को लगी और बाद में गाड़ी जाकर एक्सीडेंट हो गई, जिसमें विवेक तिवारी की मौत हो गई। हालांकि, उन्होंने यह भीकहा कि पुलिस का यह काम अपराध की श्रेणी में आता है। इसी वजह से पुलिस द्वारा फ़ौरन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया और दोनों सिपाहियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है । इसके साथ ही बर्खास्त भी किया दजा चुका है।

इस मौके पर उन्होंने पुलिसिंग व्यवस्था में कई सुधार किए जाने के निर्देश दिए और पुलिस के आला अधिकारियों से रू-बरू हु। इस दौरान डीजीपी ओपी सिंह मीडिया से भी मुखातिब हुए। डीजीपी ने मीडिया कर्मियों से लखनऊ में हुई घटना के बारे में भी जानकारी साझा की।

9/22/2018

वाराणसी: कल रात से गायब है यह युवक,अपहरण की आशंका...पुलिस जाँच में जुटी


वाराणसी: ऑल इंडिया यूनाइटेड विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के वाराणसी महानगर अध्यक्ष रमेश विश्वकर्मा का बड़ा पुत्र रोहन विश्वकर्मा शुक्रवार रात से गायब हो गया है. जिसका 9 से 10 बजे के बीच गायघाट स्थित घर के समीप से अज्ञात लोगों द्वारा अपहरण कर लिए जाने की आशंका है. रोहन का सभी संभावित ठिकानों पर तलाश के बावजूद भी अब तक कुछ पता नहीं चल सका है. इस संबंध में स्थानीय थाने पर सूचना दर्ज करा दिया गया है.

9/15/2018

इनामी बाबू यादव की तरह हुई रईस की मौत, दोनों ही हत्या करने निकले थे


विरोधियों के पलटवार से नहीं मिला बचने का मौका, मुन्ना बजरंगी से जुड़ा है मामला

वाराणसी: सुपारी किंग मुन्ना बजरंगी का शार्प शूटर बाबू यादव की तरह ही रईस बनारसी भी मारा गया है। दोनों ही घटना में एक बड़ी समानता है। दोनों ही विरोधी को मारने गये थे और विरोधी के पलटवार ने जिंदगी का अंत कर दिया।

पूर्वांचल मेंं एक समय बाबू यादव व अन्नू त्रिपाठी का दबदबा होता था। सुपारी किंग मुन्ना बजरंगी के दोनों शूटरों ने विरोधी दल को पस्त किया हुआ था। मुन्ना बरजंगी को बाहुबली मुख्तारअंसारी का साथ था। एक समय हालत यह हो गयी थी कि उस समय फरार चल रहे बृजेश सिंह के क्षेत्र में अन्नू त्रिपाठी हस्तक्षेप करने लगा था। सभासद बंशी यादव की जिला कारागार की गेट पर अन्नू त्रिपाठी व बाबू यादव ने वर्ष 2004४ में हत्या कर दी थी। इसके बाद अन्नू त्रिपाठी पकड़ा गया था और कुछ समय बाद जेल में उसकी भी हत्या हो गयी थी। बाबूयादव अकेला बच गया था। 30 जुलाई 2008 को बाबू यादव अपने दो सहयोगियोंके साथ सिद्धगरी बाग स्थित बृजेश सिंहके आवास पर हमला बोलने गये थे। आवास केसुरक्षाकर्मी ने जवाबी फायर किया था उस समय बाबू यादव को गोली लग गयी थी और वह मौके पर ही मारा गया था बाबू यादव के दो साथी को पुलिस ने तुरंत ही सिगरामें एनकाउंटर कर दिया था। बाबू यादव विरोधी दलों के पलटवार का शिकार हुआ था उसी तरह रईस बनारसी भी मारा गया।

राकेश अग्रहरि की हत्या करने गया था रईस बनारसी

रईस बनारसी व दीपक वर्मा एक साथ राकेश अग्रहरि की हत्या करने गये थे। दशाश्वमेध थाना क्षेत्र के पतालेश्वर स्थित आवास के पास राकेश अग्रहरि बैठाथा। रईस को शक था कि उसके खास आदमी प्रभु साहनी की हत्या में राकेश अग्रहरि शामिल था और बदला लेने के लिए ही दोनों वहां पर पहुंचे थे। सूत्रों की माने तो रईस ने बाइक से उतरते ही राकेश से कहा था कि अब तेरा अंत आ गया है। इतना सुनते ही राकेश ने कहा कि मौततो तेरी आयी है और राकेश ने असलहा निकाल कर रईस पर फायरिंग कर दी। राकेश की गोली से रईस व दीपक वर्मा दोनों ही घायल हो गये। सूत्रों की माने तो राकेश की गोली फंस गयी थी इसी बीच दीपकवर्मा ने राकेश से असलहा छीन लिया और फायर करके उसे मार दिया। रईस को गर्दन में गोली लगी थी वह अपने खास मुमताज केपास जाना चाहता था इसलिए इनामी बदमाश दीपक वर्मा के साथ वह नई सड़क पहुंचा। दीपक ने रईस को वही पर छोड़ दिया। इसकेबाद दीपक वर्मा बाइक लेकर चला आया। घायल रईस लगातार मुमताज को बुलाने की बात करता रहा ओर थोड़ी देर में उसका अंत हो गया। बाबू यादव की तरह ही रईस भी विरोधी से बदला लेने में मारा गया।

9/14/2018

वाराणसी में आज गोलियों की तड़तड़ाहट: क्रास फायरिंग में रईस बनारसी 50 हजार इनामी और राकेश अग्रहरि मारे गए....


वाराणसी: बनारस में देर शाम हुई आपसी गैंगवार में दो हिस्ट्रीशीटर मारे गए इनमें से एक की शिनाख्त राकेश अग्रहरि और दूसरा रईस बनारसी  के रूप में हुई है एसपी सिटी दिनेश सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार यह क्रास फायरिंग का मामला समझ में आ रहा है। पातलेश्वर में क्रास फायरिंग में दोनों को गोली लगी थी। एक वही पर गिर गया। दूसरा व्यक्ति हेलमेट पहने हुए बाइक सवार के साथ नई सड़क की तरफभागा जहां बाइक सवार ने उतार दिया और ये भाग कर मस्जिद तक पहुंचा था। इनमें से राजेश अग्रहरि कीमौत घटनास्थल पर ही हो गई जिसकी पुष्टि कबीर चौरा अस्पताल के डॉक्टरों ने की वहीं दूसरे अपराधी रईस बनारसी को नई सड़क की लंगड़ा हाफिज मस्जिद से इलाज के लिए कबीरचौरा अस्पताल लाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। दो लोगोंकी हत्या की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है। मौके पर पुलिस के आला अधिकारी पहुंच गये हैं। बता दें कि 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना जन्मदिन बनारस में अपने मतदाताओं के साथ मनाने वाले हैं उसके उनके आने के 3 दिन पहले दिनदहाड़े हुई इन इस गंगवार ने पुलिस प्रशासन पर बड़े सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं अधिकारियों के हाथ पांव फूले हुए हैं। राकेश अग्रहरि के ऊपर अपनी सौतेली मां की हत्या का प्रयास कराने का आरोप है तो वहीं दूसरी तरफ रईस अग्रहरि अभी पिछले दिनों कानपुर में हुई  हत्या से चर्चित हुआ था। बड़ा सवाल यह है कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर प्रशासन और पुलिस के अधिकारी दिन रात एक किए हुए हैं और शहर में एसपीजी की ही मौजूदगी है ऐसे में गैंगवार की इस घटना में लखनऊ से लेकर दिल्ली तक के कान खड़े कर दिए हैं। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गये हैं और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। हत्या की वजह और कारणों का पता लगाया जा रहा है।

9/06/2018

भारत बंद :प्रधानमंत्री संसदीय क्षेत्र काशी में जगह-जगह चक्काजाम व PM का पुतला फूंके सोशल साइट तक विरोध


वाराणसी: सरकार के एससी एसटी एक्ट के विरोध में कई संगठनों ने गुरूवार को भारत बंद का आह्वाहन किया था। इस बंद का असर प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में जबरदस्त तरीके से देखने को मिला।

कुछ संगठनों ने बंद के समर्थन में एससी-एसटीएक्ट का पुतला फूंक कर अपना विरोध दर्ज कराया है। अखिल हिंदू ब्राह्मण सभा की तरफ से इस विरोध प्रदर्शन के बाद संगठन से जुड़ेप्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हम लोगों को परेशान करने की व्यवस्था नरेंद्र मोदी ने बनाया है।

वहीं एक्ट के विरोध में काशी हिन्दू विश्वविध्यालय के वर्तमान और पूर्व छात्र नारेबाजी करते हुए हैदराबाद गेट पर पहुंच गये और वहां मौजूद दुकानों को बंद करवाते हुए नारेबाजी करने लगे। स्टूडेंट्स में चक्का जाम कर प्रधानमंत्री के फैसले का विरोध जताया। इस दौरान छात्रों ने प्रधानमंत्री का पुतला भी फूंका। फिलहाल मौके पर भारी मात्रा में पुलिस बल मौजूद है।

शहर के विभिन्न इलाकों में भरता बंद को लेकरलोग सड़कों पर दिखाई दे रहे हैं। शहर के पहाड़िया चौराहे पर भी हिन्दू ब्रह्मण सभा ने भी प्रधानमंत्री का पुतला फूंका और इस कानून का विरोध किया है। इसके साथ ही सिगरा क्षेत्र में मल्टीप्लेक्श के टिकट काउंटर भी बंद रहे।

अगर हम झेलेंगे, अच्छे से रेलेंगे

विरोध प्रदर्शन कर रहे लोग नारा लगा रहे थे कि अगर हम झेलेंगे तो अच्छे से रेलेंगे। प्रधानमंत्री के फैसले का विरोध सड़क से लगाया सोशल साइट तक पुरजोर तरीके से किया गया। बनारस में बंद का असर साफ दिखाई दिया।

8/30/2018

विधायक को ठिकाने लगाने की बना रहे थे योजना, 50 हजार के इनामी सहित चार बदमाश चढ़े STF के हत्थे...




असलहा, कारतूस, नगदी, गाड़ी बरामद....


वाराणसी: स्पेशल टास्क फोर्स यूनिट के हाथ में बड़ी सफलता लगी है। एसटीएफ टीम ने 50 हजार इनामिया बदमाश सहित उसके तीन साथियों को को धर दबोचा है।

गुरुवार की शाम एसटीएफ को जानकारी मिली कि लूट, हत्या, छिनैती जैसे संगीन मामलों को अंजाम देने वाला वांछित 50 हजार इनामी कुख्यात अपराधी चंदन सोनकर कैंट क्षेत्र में मौजूद है। वह किसी के हत्या की योजना बना रहा है। सूचना को सही मानते हुए टीम ने कैंट क्षेत्र मल्टी पर्पज ग्राउंड के समीप घेराबन्दी किया। हल्की मुठभेड़ के बाद अपराधी चंदन सहित उसके तीन अन्य साथियों को गिरफ्तार किया। जबकि एक अन्य फरार हो गया।

एसटीएफ डिप्टी एसपी विनोद सिंह ने बताया कि पकड़े गए कुख्यात बदमाश चंदन ने अपने साथियों संग हमीरपुर के सदर विधायक अशोक चंदेल के हत्या की सुपाड़ी लिया था। वह अपने साथ मौजूद बदमाशों के साथ मिलकर उनको मारने की योजना बना रहा था। बताया कि बदमाशों के पास से 9 एमएम की पिस्टल, 32 बोर की पिस्टल, जिंदा कारतूस व खोखा सहित एक कार, दो बाइक, तीन मोबाइल और 26500 रुपये बरामद हुआ है। फोर्स पकड़े गए बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई के साथ ही उनके आपराधिक इतिहास को खंगाले में जुट गई है।

ये दबोचे गए

एसटीएफ ने चंदन के साथ उत्सव सिंह, अखिलेश सिंह और अभिषेक सिंह को गिरफ्तार किया है। उनका चौथा साथी मोनू सिंह निवासी जौनपुर फरार हो गया।

पिछले साल गिरोह के 5 सदस्य चढ़े थे पुलिस के हत्थे

पिछले वर्ष अगस्त में इनामिया बदमाश चंदन सोनकर गिरोह के 5 सदस्यों को वाराणसी पुलिसने चौकाघाट फ्लाईओवर के नीचे से गिरफ्तार किया था। जिसमें पांचों की शिनाख्त बड़ी पियरी के चंदन यादव, विक्की कुमार, लक्सा के विनोद गिरि, जद्दूमंडी के संदीप गिरि उर्फ सन्नी और चेतगंज के कन्हैया सोनकर के तौर परहुई थी। पांचों के खिलाफ लूट, हत्या का प्रयास, आर्म्स एक्ट सहित अन्य आरोप में 28 से अधिक मुकदमे दर्ज थे।

7/11/2018

निर्माणाधीन फ्लाईओवर के पिलर से टकरायी अनियंत्रित रोडवेज बस


वाराणसी:बड़ागांव थानाक्षेत्र के हरहुआ पुलिस चौकी के सामने बुधवार को एक अनियंत्रित रोडवेज की बस निर्माणाधीन बाबतपुर फ्लाईओवर के पिलर से जा टकरायी। टक्कर इतनी भयानक थी कि दर्जनों यात्री घायल हो गए। घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

जौनपुर-वाराणसी मार्ग पर स्थित हरहुआ पुलिस चौकी के सामने बुधवार उस समय बड़ा हादसा हो गया जब जौनपुर डिपो की लोहिया ग्रामीण बस सेवा की बस निर्माणाधीन बाबतपुर फ्लाई ओवर के पिलर से टकरा गयी। इस टक्कर से मौके पर अफरा तफरी और चीख पुकार मच गई।

स्थानीय लोगों ने बताया कि एकाएक जौनपुर की तरफ से आ रही बस पिलर से जा टकरायी। यात्रियों में चीख पुकार मच गई। हम लोग मौके पर पहुंचे तो बहुत से यात्रियों को चोट आई थी और ड्राइवर बुरी तरह जख्मी था, सभी को नज़दीकी चिकित्सालय पहुंचाया गया जहां डॉक्टर ने गंभीर रूप से घायल ड्राइवर को ट्रामा सेंटर बीएचयू के लिए रेफर किया है।

इस संबंध में थानाध्यक्ष बड़ागांव महेश पांडेय ने बताया कि बस दुर्घटना में 15 लोग घायल हुए हैं जिनका इलाज स्थानीय अस्पतालों में चल रहा है।