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5/27/2019

देश के लिए पीएम, आपके लिए सांसद और सेवक हूं: वाराणसी में बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

वाराणसी


भारत की महान विरासत और दूसरा आधुनिक विजन हमें हमारे कल्चर को भी बरकरार रखना है- मोदी

उत्तर प्रदेश के गांव का गरीब व्यक्ति भी देश की सही दिशा के बारे में सोचता भी है और उस दिशा में चलता भी है-प्रधानमंत्री


*काशी की बेटियों ने जो स्कूटी यात्रा निकाली उसकी पूरे देश में और सोशल मीडिया में बड़ी चर्चा है- नरेंद्र मोदी*


*नतीजे और मतदान दोनों समय मैं निश्चिंत था और बड़े मौज के साथ केदारनाथ में बाबा के चरणों में बैठ गया था -नरेन्द्र मोदी*

*संगठन का दायित्व कैसे निभाया जा सकता है उसका उत्कृष्ट उद्दाहरण मोदी जी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में 13 वर्षो तक नेतृत्व कर दिखाया-अमित शाह*


*बाबा विश्वनाथ का दर्शन अब तक अकेले होता था। आज उसे विश्व के पटल पर लाने का काम मोदी जी ने किया-अमित शाह*

*विगत दो वर्षों में उत्तर प्रदेश का विकास तेजी से बढ़ रहा है-राष्ट्रीय अध्यक्ष*

*काशी अभिभूत है एक महानायक की यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए- मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश*

*बहुत लोग काशी से चुनाव लड़ते थे लेकिन मोदी जी का रोड-शो देख पलायन कर गये - योगी आदित्यनाथ*



                वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगो से कहा कि देश के लिए मैं प्रधानमंत्री हूं, लेकिन आपके लिए मैं आपका सांसद और सेवक हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश देश की राजनीति को नई दिशा दे रहा है। 2014 हो, 2017 हो, 2019 हो, ये हैट्रिक छोटी नहीं है। उत्तर प्रदेश के गांव का गरीब व्यक्ति भी देश की सही दिशा के बारे में सोचता भी है और उस दिशा में चलता भी है। उन्होंने कहा कि यहां की बेटियों ने जो स्कूटी यात्रा निकाली उसकी पूरे देश में और सोशल मीडिया में बड़ी चर्चा है, स्कूटी पर बैठकर हमारी बेटियों ने पूरी काशी को अपने सिर पर बैठा लिया था।
             वाराणसी लोकसभा सीट से दोबारा चुनाव जीतने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र में सोमवार को आकर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में विधिवत बाबा विश्वनाथ का दर्शन पूजन करने के पश्चात बड़ा लालपुर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल सभागार में आयोजित अभिनन्दन समारोह में लोगों को संबोधित करते हुए वाराणसी के नवनिर्वाचित सांसद एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगो को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस चुनाव की सभी कसौटियों पर आप डिस्टिंक्शन मार्क्स के साथ पास हुए हैं, इसलिए आप सभी अभिनंदन के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि मैं काशी के संगठन से जुड़े लोगों का, हर कार्यकर्ता का और हर समर्थक का इस बात के लिए आभार करता हूं कि उन्होंने इस चुनाव को जय-पराजय के तराजू से नहीं तोला। उन्होंने चुनाव को लोक संपर्क, लोक संग्रह, लोक समर्पण का पर्व बनाया। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में जब कार्यकर्ताओं के साथ मेरा मिलना हुआ था तो उस दिन मैंने कहा था कि यहां पर शायद नामांकन तो एक नरेन्द्र मोदी का हुआ होगा। लेकिन ये चुनाव हर घर का नरेन्द्र मोदी लड़ेगा, हर गली का नरेन्द्र मोदी लड़ेगा। चुनाव में अलग-अलग दलों के साथी और निर्दलीय साथी जो मैदान में थे, उनका भी आभार व्यक्त किया कि पूरी गरिमा के साथ काशी के चुनाव अभियान को लोगों ने आगे बढ़ाया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि शायद ही कोई उम्मीदवार चुनाव के समय इतना निश्चिंत होता होगा, जितना मैं था। इस निश्चिंतता का कारण कार्यकर्ताओं का परिश्रम और काशीवासियों का विश्वास था। नतीजे और मतदान दोनों समय मैं निश्चिंत था और बड़े मौज के साथ केदारनाथ में बाबा के चरणों में बैठ गया था।
          प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम दो बातों को लेकर चलने का प्रयास करते हैं। पहला - भारत की महान विरासत और दूसरा आधुनिक विजन हमें हमारे कल्चर को भी बरकरार रखना है और वर्तमान स्थिति का भी ध्यान रखना है। उन्होंने कहा कि आज देश के राजनीतिक कैनवास पर ईमानदारी से रग-रग में लोकतंत्र को जीने वाला कोई दल है, तो वो भाजपा है। हम शासन में आते है तब भी लोकतंत्र की सबसे ज्यादा परवाह करते हैं। हम लोकत्रंत में विश्वास रखने वाले लोग हैं। जहां-जहां हमें मौका मिला है, वहां विपक्ष की आवाज को महत्व दिया है, जनता के अविश्वास के कारण उनकी संख्या चाहे कम ही क्यों न हो। कई राज्यों में हमारे सैकड़ों कार्यकर्ताओं की राजनीतिक विचारधारा के कारण हत्याएं हुई है। हमारे देश में राजनीतिक छुआछूत दिनों दिन बढ़ती जा रही है। कई जगह भाजपा का नाम लेते ही अस्पृश्यता का माहौल बनाया जाता है।            उन्होंने कहा कि जैसे दो शक्ति हैं नीति और रीति, जैसे दो शक्ति हैं नीति और रणनीति, जैसे दो शक्ति हैं पारदर्शिता और परिश्रम, जैसे दो शक्ति हैं वर्क एंड वर्कर वैसे ही दो संकट भी हमने झेले हैं और वो दो संकट हैं-राजनीतिक हिंसा और राजनीतिक अस्पृश्यता:। सरकार का काम है कार्य करना और इसलिए एक तरफ सरकार का कार्य हो और उसमें जब कार्यकर्ता जुड़ जाता है तो 'कार्य+कार्यकर्ता' वो एक ऐसी ताकत है जो करिश्मा करती है। पारदर्शिता और परिश्रम दो ऐसी चीजें हैं, हर परसेप्शन को परास्त करने का साहस रखते हैं। आज हिंदुस्तान ने ये कर के दिखाया है। पारदर्शिता और परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है। देश में समाज शक्ति की जो कैमिस्ट्री है। आदर्शों, संकल्पों की जो कैमिस्ट्री है वो कभी-कभी सारे गुणा-भाग को, अंक गणित को पराजित कर देती है। इस चुनाव में अंक गणित को कैमिस्ट्री ने पराजित किया है। पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव परिणाम वो तो एक गणित होता है। 20वीं सदी के चुनावों के हिसाब-किताब भी गणित और अंकगणित के दायरे में चले होंगे, लेकिन 2014, 2017 और 2019 के चुनाव में देश के राजनीतिक विश्लेषकों को मानना होगा कि अर्थमैटिक के आगे भी केमिस्ट्री होती है। यूपी देश की राजनीति को दिशा दे रहा है। यूपी में जीत की हैट्रिक लगी, 2014 हो, 2017 हो या 2019 हो, ये हैट्रिक छोटी नहीं है। राजनीतिक पंडितों के दिमाग नहीं खुले। उत्तर प्रदेश के गांव का गरीब व्यक्ति भी देश की सही दिशा के बारे में सोचता भी है और उस दिशा में चलता भी है। काशी की बेटियों ने स्कूटी यात्रा निकाली। बेटियों ने जो स्कूटी यात्रा निकाली उसकी पूरे देश में और सोशल मीडिया में बड़ी चर्चा है, स्कूटी पर बैठकर हमारी बेटियों ने पूरी काशी को अपने सिर पर बैठा लिया था। काशी में हर के मोदी चुनाव लड़ रहे थे। काशी के कार्यकर्ता ही नरेंद्र मोदी बन गए। लेकिन ये चुनाव हर घर का नरेन्द्र मोदी लड़ेगा, हर गली का नरेन्द्र मोदी लड़ेगा। काशी की हर गली से कार्यकर्ता चुनाव लड़ रहे थे। काशी ने विश्वास दिखाया। मैं काशी के संगठन से जुड़े लोगों का, हर कार्यकर्ता का और हर समर्थक का इस बात के लिए आभार करता हूं कि उन्होंने इस चुनाव को जय-पराजय के तराजू से नहीं तोला। उन्होंने चुनाव को लोक संपर्क, लोक संग्रह, लोक समर्पण का पर्व माना। उन्होंने कहा कि शपथ से पहले काशी की जनता-जनार्दन को धन्यवाद देने आया हूँ। काशी ने स्नेह और शक्ति दी। काशी में चुनाव लोक उत्सव बना। चुनाव में तू-तू, मैं-मैं बहुत कम हुई। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं  के आदेश का पालन करता हूं। कार्यकर्ताओं का आदेश सिर माथे पर। काशी ने दुनिया को प्रभावित किया।
               अभिनंदन समारोह में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि काशी के सांसद व भारत के पदनामित प्रधानमंत्री के प्रचंड जीत पर भाजपा कार्यकर्ता व काशी की जनता का धन्यवाद करते हैं। रोड-शो के दौरान ही स्पष्ट हो गया था कि चुनाव का निर्णय क्या आने वाला है। कार्यकर्ताओ ने मोदी जी से नामांकन के दिन कहा कि आप मतगणना के बाद काशी आइयेगा शायद ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी के नामांकन के बाद प्रत्याशी अपना प्रचार करने न आया हो। संगठन का दायित्व कैसे निभाया जा सकता है उसका उत्कृष्ट उद्दाहरण मोदी जी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में 13 वर्षो तक नेतृत्व कर दिखाया। मोदी जी ने इसके पूर्व कभी ग्राम प्रधान का भी चुनाव नहीं लड़ा था। पहली बार गुजरात के मणिनगर से विधायक बने और जब उस विधानसभा क्षेत्र को छोड़ा तो वो विधानसभा सबसे विकसित विधानसभा थी। 2014 के काशी और आज के काशी में कितना अंतर आ गया है। काशी विश्व की सबसे पुरातन नगरी है और उसकी चीजों को संभालते हुए नई काशी को विकसित करना कितना चुनौती पूर्ण रहा है और काशी का विकास करने का काम मिडी जी ने किया है। बाबा विश्वनाथ का दर्शन अब तक अकेले होता था। आज उसे विश्व के पटल पर लाने का काम मोदी जी ने किया। विगत दो वर्षों में उत्तर प्रदेश का विकास तेजी से बढ़ रहा है। योगी सरकार भाजपा के संकल्प पत्र के अनुसार चल रही है। दो वर्ष पूर्व कहा जाता था कि विकास के नाम पर चुनाव नहीं जीते जा सकते लेकिन दो वर्षों में यह परिपाटी बदल गई और विकास के नाम पर भाजपा को प्रचंड जीत मिली। मोदी जी के विजन के अनुसार पांच वर्षों में उत्तर प्रदेश सबसे विकसित प्रदेश होगा। 50 वर्षों बाद देश का कोई प्रधानमंत्री दूसरी बार प्रचंड बहुमत से सरकार बनाने जा रहा है।
                 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि काशी अभिभूत है एक महानायक की यात्रा को आगे बढ़ाने के लिए। 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत के बाद शपथ ग्रहण के पूर्व काशी के कार्यकर्ताओं के संवाद कार्यक्रम में अभिनंदन करता हूँ। चुनाव के पूर्व लोग कहते थे कि मोदी जी ने जिस पारदर्शिता के साथ कार्य किया क्या मोदी जी को दूसरी पारी मिलेगी। पीएम मोदी ने सभी चुनौतियों को दूर करते हुए पांच दशक बाद प्रचंड बहुमत से आई है। इस जीत ने साबित किया कि मोदी हैं तो मुमकिन है। जो विजन देश के वैश्विक मानचित्र पर बढ़ाने का हो उसे नई दिशा देने का कार्य हुआ। आज उसका परिणाम भाजपा को प्रचंड बहुमत के रूप में दिखा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछली भाजपा सरकार के किये कार्यों को जनता के समक्ष रखा। चुनाव के पहले हम सब सोचते थे कि कुछ समय मिलेगा तब तक राष्ट्रीय अध्यक्ष जी का नए कार्य के लिए आदेश आता था। जिसका नतीजा है कि भाजपा अपने बल पर 303 सीट अर्जित कर पाई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जोर देते हुए कहा कि बहुत लोग काशी से चुनाव लड़ते थे लेकिन मोदी जी का रोड-शो देख पलायन कर गये। भारत को दुनिया मे महाशक्ति बनाने के लिए एक-एक कार्यकर्ता खड़ा है।
            अभिनंदन समारोह में सांसद चंदौली एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडे ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। इससे पूर्व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को अंगवस्त्रम भेंट कर स्वागत किया।


*सूचना विभाग ने किया जोरदार ब्रांडिंग*

*काशी वासियों का सड़क पर हुजूम देख प्रधानमंत्री हुए अभिभूत*



                वाराणसी से दोबारा सांसद चुने जाने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी दौरे पर आए प्रधानमंत्री के कार्यक्रम का सूचना विभाग ने जोरदार ब्रांडिंग किया। पुलिस लाइन से विश्वनाथ मंदिर तक के मार्गो  तथा बड़ा लालपुर स्थित पंडित दीनदयाल हस्तकला संकुल के कार्यक्रम स्थल पर काशी की जनता का अभिवादन स्वीकार करने विषयक ""धन्यवाद काशी" नामक 250 होर्डिंग व 150 कट आउट लगवाए गए थे। इसके अलावा शहर के जगह-जगह विभिन्न स्थानो पर सूचना एवं संस्कृति विभाग के 500 कलाकारों द्वारा भव्य स्वागत किया गया। जिसमें मथुरा, बांदा, झांसी, ललितपुर महोबा, आजमगढ़, अयोध्या, अंबेडकर नगर, गाजीपुर वाराणसी आदि पूर्वांचल के जनपदों के कलाकार अपने-अपने वेशभूषा में शामिल रहे। जो आकर्षण का केंद्र रहे।
           काशी वासियों का सड़क पर हुजूम देख प्रधानमंत्री हुए अभिभूत। पुलिस लाइन से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन को जाने के दौरान सड़क के दोनों किनारे खड़े काशी वासियों के विशाल जनसमूह का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाथ हिला-हिला कर अभिवादन स्वीकार कर रहे थे।


*प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाबा का किया अभिषेक, शांति और समृद्धि के लिए मांगा आशीर्वाद*


           श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाबा का अभिषेक किया। शांति और समृद्धि के लिए आशीर्वाद मांगा। पिछली बार यानी 2014 में भी मोदी ने 45 मिनट तक बाबा की थी आराधना। पद्मभूषण आचार्य पंडित देवी प्रसाद द्विवेदी ने कराई पूजा। पीएम के माथे पर लगाया चंदन। रुद्राक्ष की माला पहनाई। मोदी ने बाबा विश्वनाथ के शिवलिंग पर द्रव्य दक्षिणा भी अर्पित किया।
         
           इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा पर पहुंचने पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक एवं पुलिस लाइन हेलीपैड पर पहुंचने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य लोगों ने भव्य स्वागत किया।

2/02/2019

वाराणसी: ओमप्रकाश राजभर का गंभीर आरोप, कहा- वोट के लिए भाजपा करा सकती है दंगा



सरफ़राज़ अहमद
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वाराणसी: उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के सहयोगियों में शामिल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने एक बार फिर बीजेपी पर बड़ा हमला बोला है. उन्होंने बीजेपी पर लोगों की भावनाएं भड़काते हुए दंगा करवाकर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया

ओमप्रकाश राजभर ने केंद्र सरकार के अंतरिम बजट पर कहा कि बीजेपी सिर्फ जुमलेबाजी करते हुए लोगों का वोट लेने की खातिर लोगों से बड़े-बड़े वादे कर रही है. यह बजट नहीं बीजेपी का घोषणा पत्र है, जिसमें वह साफ बता रही है कि हमें वोट दीजिए तब यह वादे पूरे होंगे.

हर पार्टी ने गरीबों को लॉलीपॉप दिखाकर लिया वोट

वाराणसी के सर्किट हाउस में ओमप्रकाश राजभर ने ICN NEWS से खास बातचीत में कहा कि हम तैयारी कर रहे हैं और इस बार लोकसभा चुनाव में 80 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेंगे, क्योंकि हम यह जान चुके हैं कि आजादी के 72 साल में गरीबों के साथ सिर्फ धोखा हुआ है. हर पार्टी ने गरीबों को लॉलीपॉप दिखाकर वोट लिया. कांग्रेस आई तो कहा कि गरीबी हटाएंगे और गरीबी रेखा खींच दी. इसके बाद गरीब सिर्फ लाल कार्ड, पीला कार्ड, सफेद कार्ड में उलझ कर रह गया.

बीजेपी आई तो उन्होंने राम मंदिर बनवाने की बात कही और इस के चक्कर में आकर उनकी कई राज्यों में सरकार भी बन गई. सपा-बसपा ने दलित, पिछड़ा अल्पसंख्यकों के उत्थान की बात करके अपना स्वार्थ सिद्ध कर लिया. इसलिए हमने यह तय किया है कि हम अकेला चलो का सिद्धांत अपनाते हुए इस बार उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों और बिहार की 16 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेंगे. बीजेपी को 24 फरवरी तक का समय हमने दिया है, अगर 27% आरक्षण का बंटवारा नहीं होता तो हम अपने फैसले पर अडिग रहेंगे.

अंतरिम बजट को बताया चुनावी जुमला

अंतरिम बजट को लेकर ओमप्रकाश राजभर ने बीजेपी पर बड़ा आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यह चुनावी जुमला है क्योंकि यह बात अगर साल भर पहले होती तो मैं इसे चुनावी जुमला नहीं कहता, लेकिन सच तो यह है कि जब चुनाव आता है तो सरकार बहुत सी बनावटी बातें बजट में पेश करती है. सरकार बनने के बाद राजनीतिक पार्टियां उससे मुकर जाती हैं.

राजभर ने कहा कि खुद अमित शाह जी ने भी मीडिया से बातचीत में कहा था कि 15 लाख रुपए खाते में दिए जाने की बात सिर्फ चुनावी जुमला थी. इसी तरह की बातें कहकर यह लोग वोट बैंक की राजनीति करते हैं, फिर इसे चुनावी जुमला कहकर भूल जाते हैं. ओपी राजभर ने कहा कि मेरा मानना है वोट लेने के लिए भावनाएं प्रस्तुत कर बीजेपी ऐसा कर रही है. वह साफ तौर पर कहना चाह रही है कि अगर आपको व्यवस्थाएं चाहिए तो हमें वोट दीजिए.

ओमप्रकाश राजभर ने बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप

ओमप्रकाश राजभर ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मोहन भागवत बीजेपी के नेताओं से बात करते हैं और उनके इशारे पर भाजपा के सभी नेता काम करते हैं. मोहन भागवत ने कहा कि 1 साल का समय बीजेपी को और दिया जाए. एक तरफ वह समय मांग रहे हैं दूसरी तरफ साधु-संतों से कहा जा रहा है कि आप अयोध्या में कार्य सेवा शुरू करिए. यह लोग संविधान को नहीं मानते हैं जब अयोध्या का मुद्दा न्यायालय में विचाराधीन है तो फैसला आने दीजिए. जो फैसला आएगा उस पर काम करिए. यह आपस में भावनाओं को भड़का कर वोट लेने की कोशिश है.

ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि खुद अमेरिका की खुफिया एजेंसी की खबर है कि वहां के संसद में बयान दिया गया है कि भारत में भावना भड़का कर दंगा करवाने की कोशिश होती है. साधु-संतों को कोई काम तो है नहीं क्या जरूरत है धर्म संसद बैठाने की. सरकार सबके लिए नियम अलग-अलग चला रही है. कुंभ में साधु संत चिलम खींच कर रहे हैं. धुआं धुआं उड़ रहा है. आखिर उनके पास गांजा कहां से पहुंच रहा है.

ओमप्रकाश राजभर ने आज से बनारस से दिल्ली चलने वाली मॉडल ट्रेन का नाम बदल कर बंदे भारत ट्रेन रखे जाने पर कहा कि जब प्रयाग में कुंभ शुरू हुआ तो उसका नाम अर्धकुंभ से कुंभ किया गया फिर महाकुंभ हुआ. अब कुंभ हो गया तो नाम बदलने से कुछ होने वाला नहीं है. मेरा मानना है कि जब तक रेलवे अपने ट्रैक को व्यवस्थित नहीं करता अधिकारी और कर्मचारी ट्रेनों के संचालन को सही समय पर करवाने को लेकर पूरी तरह से एक्टिव नहीं होते तब तक नाम बदलने से कुछ होने वाला नहीं है. 

1/17/2019

वाराणसी: PM के गढ़ में किसान महासम्मेलन कांग्रेस के लिए बडी चुनौती, तय होगा यूपी में पार्टी का भविष्य


सरफ़राज़ अहमद
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पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र से यूपी के किसानों को साधने की तैयारी में कांग्रेस। 18 जनवरी को आ रहे हैं किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष नाना पटोले। राजतालाब में होनी है किसान महा पंचायत। इसी बीच काग्रेस विरोधी किसानों ने भी खोल दिया है मोर्चा।

वाराणसी. लोकसभा चुनाव से पहले किसानों और युवाओं को पार्टी से जोड़ने की कवायद में जुटी कांग्रेस, 18 जनवरी को वाराणसी में किसान महापंचायत करने जा रही है। इस महापंचायत में किसानहित के मामले में बीजेपी की सदस्यसता ही नहीं सांसदी तक छोड़ने वाले महाराष्ट्र के किसान नेता नाना पटोले बनारस आ रहे हैं। पटोले इन दिनों कांग्रेस में हैं और राहुल गांधी ने उन्हें किसान कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया है। अब इस किसान महापंचायत को लेकर बनारस कांग्रेस की प्रतिष्ठा दांव पर है। बहुत दिनों पर बनारस कांग्रेस को चुनौती मिली है कि उसे वाराणसी जो प्रधामनमंत्री का संसदीय क्षेत्र है, बीजेपी का गढ़ जिसे माना जाता है वहां के किसानों को लामबंद कर बडी लकीर खींचनी है। हालांकि इस महापंचायत के लिए मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ से भी किसान कांग्रेस के नेता वाराणसी पहुंच गए हैं। कुछ तो कई दिनों से काशी में डेरा डाले हैं। लेकिन इसी बीच कुछ कांग्रेस विरोधी किसानों ने भी मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने ऐलान किया है कि वो कांग्रेस के किसान महापंचायत का विरोध करेंगे। ऐसे में बनारस कांग्रेस की चुनौती और भी बडी हो गई है। वजह एक और भी है कि कांग्रेस के बाद अगले महीने बीजेपी भी इस काशी में बड़ा किसान महासम्मेलन करने जा रही है। ऐसे में कांग्रेस को एक बड़ी लकीर खींचना और भी जरूरी है ताकि चुनाव से पहले तस्वीर साफ हो सके।

बता दें कि पहले पंजाब फिर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में सत्ता की बागडोर संभालने के बाद काग्रेस का आत्म विश्वास बड़ा है। पिछले साल भर पहले की तस्वीर बदली है। खास तौर पर हिंदी भाषा-भाषी क्षेत्र के राज्यों पर फतह से कांग्रेस यह साबित करने में काफी हद तक सफल रही है कि हिंदी बेल्ट में अभी उसका वजूद है। लेकिन पिछले 29 सालों से यूपी की सियासत से बाहर कांग्रेस को यूपी के लोगों में अपनी जगह बनाने के लिए अभी काफी मशक्कत करनी है। इसी सोच के साथ कांग्रेस ने काशी के किसानों को जोड़ कर बड़ी छलांग लगाने का सपना देखा है। काशी जिसे आरएसएस का गढ माना जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां के सांसद है। ऐसे में इस काशी में शुक्रवार को आयोजित होने वाला किसान कांग्रेस की महापंचायत पर पूरे देश की निगाहें हैं। हर तरफ से लोग यह जानना चाहते हैं कि काशी के किसान क्या सोचते हैं। उनका मूड क्या है। राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो अगर कांग्रेस काशी के किसानों को जोड़ पाने में सफल रहती है तो इसका संदेश दूर तलक जाएगा। लेकिन अगर यह किसान महापंचायत सफल नहीं होती तो उसका भी संदेश भावी राजनीतिक दिशा तय करेगा।

काशी इन दिनों सबसे चर्चित संसदीय क्षेत्र है, यहां हर दल की निगाह लगी है। वैसे भी आजादी के बाद से यह माना जाता है कि काशी देश की राजनीति को दिशा देती रही है। ऐसे में यहां किसान महापंचायत का आयोजन कर कांग्रेस ने दूर की कौड़ी चली है। कारण साफ है, ये महापंचायत ऐसे वक्त हो रहा है जब इसके कुछ ही दिनों पर प्रवासी भारतीय सम्मेले शुरू होगी। उस सम्मेलन में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राष्ट्रपति के अलवा बड़ी तादाद में केंद्रीय कैबिनेट बनारस में होगी। इस सम्मेलन के चलते प्रधानमंत्री किसानों को भी साधेंगे। वह पहले ही कुछ दौरों पर किसानों के लिए बहुत कुछ सौगात दे गए हैं। अब प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दौरान भी कुछ सौगात मिल सकती है।

लेकिन यह भी तय है कि वाराणसी के किसान लंबे अरसे से सत्ता के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं। भूमि अधिग्रहण कानून के उल्लंघन का आरोप बार-बार लगाया जा रहा है। इसमें प्रधानमंत्री की विकास योजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण का मामला भी है, इसमें रिंग रोड फेज-2 का प्रकरण है तो लगभग ढाई दशक पहले के ट्रांसपोर्ट नगर योजना का मामला भी है। बनारस के किसान भूमि अधिग्रहण कानून के उल्लंघन की बात कर रहे हैं, वह कानून जिसे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की देन माना जाता है। जिस कानून की बुनियाद भट्टापारसौल में रखी गई थी। ऐसे में ये महापंचायत कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण हो सकती है, लेकिन राजनीतिक हल्कों में जो सबसे अहम् मुद्दा विचारणीय है कि क्या इसके लिए बनारस कांग्रेस तैयार है? क्या बनारस कांग्रेस इस महापंचायत के मार्फत बीजेपी को जवाब दे पाएगी?

हालांकि इसके लिए बुधवार को बनारस कांग्रेस ने तैयारी बैठक भी की। इसमें बनारस के बडे नेताओं में महाज पूर्व विधायक अजय राय ही नजर आए। अजय राय जो पिछले साढ़े चार साल से हर मुद्दे पर बीजेपी और बनारस के सांसद व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लड़ते नजर आ रहे हैं। इस तैयारी बैठक में भारतीय किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय संयोजक, मध्य प्रदेश के देवेंद्र सिंह पटेल भी शामिल रहे। उन्होंने बनारस में किसान महापंचयत के आयोजन की वजह बताने की कोशिश भी की। बताया कि किसान कांग्रेस का मूल मकसद है हर किसान भाई के चेहरे पर खुशी लाना। मध्यप्रदेश में हमने पिछले पंद्रह वर्षों से तक़लीफ़ झेल रहे अपने किसान भाइयों के चेहरे पर खुशी लाने की कोशिश की। अगर हम इस निरंकुश सत्ता के खिलाफ मजबूती से नही लड़ेंगे तो हमारा वजूद खत्म हो जाएगा। हमे अपने देश को बचाने के लिए खड़ा होना होगा। हमें किसान कांग्रेस के सांगठनिक स्वरूप पर काम करना होगा। इस किसान संगठन की शुरुआत बनारस से होगी। उन्होंने कहा कि हम किसान भाइयों को स्वावलंबी बनाने की सोच रखते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सोच है कि हम छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी किसान समस्याओं को अपने वचनपत्र में शामिल करें, ताकि सरकार बनने पर हम उसे लागू कर सकें।

देवेंद्र सिंह पटेल के अलावा किसान कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम पांडेय भी किसानों के बीच एक पंचायत कर चुके हैं। एक अन्य राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेंद्र सोलंकी भी किसानों से मुखातिब हो चुके हैं। बनारस के राजातालब में तीन विकास खंड के किसानों, ब्लॉक प्रमुख और ग्राम प्रधानों से वार्ता कर चुके हैं किसान कांग्रेस के नेता। बनारस की किसान महापंचायत के सिलसिले में प्रयागराज में भी बड़ा सम्मेलन आयोजित हो चुका है। इस किसान महापंचायत के लिए देवेंद्र पटेल के अलावा राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर बिहार से मुकेश बाबा, डॉ आरसी पांडेय, रवि जाधव बनारस पहुंच चुके हैं। ये सभी गांव-गांव घूम कर किसानों संग वार्ता करने में जुटे हैं। वैसे पूर्व सासंद डॉ राजेश मिश्रा, उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के विनय शंकर राय मुन्ना, रामसुधार मिश्रा भी इन राष्ट्रीय स्तर के किसान नेताओं संग गांव-गांव, पुरवा-पुरवा घूम रहे हैं। अब शुक्रवार को नाना पटोले के आगमन की प्रतीक्षा है। पटोले जिन्हें कभी प्रधानमंत्री का नजदीकी माना जाता था, वो अब उन्हीं के संसदीय क्षेत्र से किसान हित में बड़ी लकीर खींचने आ रहे है। वह इस महापंचायत में फरवरी से शुरू होने वाली किसान सम्मान यात्रा की तारीख की घोषणा भी करेंगे। कहा तो यह जा रहा है कि बनारस के किसानों की मांग पर ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बनारस में किसान महापंचायत आयोजित करने का निर्देश दिया है।

लेकिन इस बीच यूनीटेक आवासीय परियोजना से पीड़ित किसानों ने बुधवार को कांग्रेस किसान महापंचायत के विरोध का ऐलान कर कांग्रेसी खेमें में हलचल पैदा कर दी है। इन किसानों के नेता दिनेश नारायण सिंह ने कहा है कि 2005-06 में केंद्र की तत्कालीन कांग्रेस सरकार और प्रदेश की सपा सरकार ने नौ गांवों के किसानों की जमीन हड़पी है। तब जबरन भूमि अधिग्रहण का डर दिखाया गया था। पीड़ित किसानों के परिवार के नौजवानों को नौकरी का झांसा दिया गया था। सिंह कहते हैं कि अब फिर से सत्ता पर काबिज होने के लिए कांग्रेस घड़ियाली आंसू बहा रही है। किसानों को फिर से छलने का काम किया जा रहा है। पिलखिनी गांव में सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में कहा गया कि 18 जनवरी को किसान, कांग्रेस किसान पंचायत का विरोध करेंगे। कांग्रेस सरकार में किसानों पर हुए अत्याचारों की पोल खोलेंगे। ऐसे में कांग्रेस की यह किसान महापंचायत को लेकर तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गई है।

1/16/2019

वाराणसी: PBD तैयारियों का विदेश राज्यमंत्री ने लिया जायजा, बोले 18 जनवरी तक हो जाएगी पूरी तैयारी


सरफ़राज़ अहमद
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वाराणसी। काशी में पहली बार हो रहे प्रवासी भारतीय सम्मलेन की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। टेंट सिटी से लेकर टीएफसी तक सारी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद है। पीएमओ लगातार प्रवासी सम्मेलन की तैयारियों का जानकारी ले रहा है। अधिकारी लगातार निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का हाल जान रहे हैं।

इन्हीं तैयारियों का जायजा लेने बुधवार की दोपहर केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र पहुंचे। प्रवासी भारतीय दिवस के मद्देनजर बाबतपुर एयरपोर्ट, टेंट सिटी, ट्रेड फेसिलिटी सेंटर और बड़ा लालपुर स्टेडियम का निरिक्षण किया।

निरीक्षण के बाद पत्रकार वार्ता के दौरान विदेश राज्यमंत्री ने कहा कि बीते साल दिसंबर माह में मैं आया था। तब से अब में काफी तेजी से काम हुआ है। सम्मेलन की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा होने वाले इस आयोजन का हम बराबर निरिक्षण कर रहे हैं।

पहले से कहीं ज्यादा काम हो चुके हैं। जब हम 18 जनवरी की रात में यहां पहुंचेंगे तो ये टेंट, सिटी का रूप ले चुके होंगे। हम सभी कार्य को अच्छे तरीके से कर रहे हैं। आयोजन सफल बनाने की ओर अग्रसर हैं।

बताते चलें कि 21 से 23 जनवरी तक बनारस में होने वाले प्रवासी भारतीय सम्मेलन में 150 देशों से लगभग 5 हजार अतिथि आएंगे। जिनका वेलकम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित 9 राज्यों के मुख्यमंत्री करेंगे व प्रवासियों की सम्मानित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद करेंगे।

1/13/2019

अरविंद केजरीवाल नहीं लड़ेंगे अगला लोकसभा चुनाव, पिछली बार मोदी को टक्कर देने पहुंचे थे वाराणसी


सरफ़राज़ अहमद
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लोकसभा के पिछले चुनाव में वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को चुनौती देने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आगामी आम चुनाव नहीं लड़ेंगे। मगर, उनकी आम आदमी पार्टी (आप) काशी से किसी अन्य मजबूत प्रत्याशी को जरूर खड़ा करेगी।

आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने आज टेलीफोन पर ‘भाषा’ को बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल अगला लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। वह दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं और अपने राज्य पर विशेष ध्यान देना चाहते हैं।

उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के तत्कालीन दावेदार नरेन्द्र मोदी को पिछले लोकसभा चुनाव में वाराणसी सीट पर चुनौती दी थी। पार्टी इस बार वाराणसी में केजरीवाल के बजाय किसी अन्य मजबूत प्रत्याशी को खड़ा करेगी।...

1/10/2019

वाराणसी: CM Yogi ने देखा परियोजनाओं का प्रेजेंटेश, Ideal Scenery के साथ आध्यात्मिकता बनाए रखते हुए किया जाएगा सौन्दर्यीकरण

सरफ़राज़ अहमद
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वाराणसी। सीएम योगी आदित्यनाथ के गुरुवार को वाराणसी दौरे के दौरान बाबतपुर एयरपोर्ट सभागार में स्वदेश योजना के तहत सारनाथ के विकास के लिए वर्ल्ड बैंक द्वारा भारत सरकार को ₹ 53.81 करोड़ की प्रस्तावित परियोजनाओं का प्रेजेंटेशन किया गया। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री, यूपी की पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, राज्य मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी मौजूद थे।

मेडिटेशन विकसित किए जाएंगे

प्रस्तावित परियोजनाओं के तहत सारनाथ का आइडियल सिनेरियो के साथ उसकी आध्यात्मिकता को बनाए रखते हुए सौन्दर्यीकरण कराया जाएगा। सारनाथ के धम्मचक्र स्थल के ऐतिहासिक वृक्ष को संरक्षित करने के साथ ही सारनाथ क्षेत्र के सड़क व ड्रेनेज सिस्टम को व्यवस्थित तरीके से विकसित किया जाएगा। सारनाथ के खुले स्थलों के साथ-साथ मेडिटेशन (ध्यान सेंटक) भी विकसित किए जाएंगे। सारनाथ स्थित सुहेलदेव तिराहा के सामने पार्किंग, वेडिंग जोन, सारनाथ में बने आधुनिक स्वागत केंद्र को तोड़कर पार्किंग व वेडिंग जोन मुनारी मार्ग स्थित बुद्धा थीम पार्क के उपलब्ध जमीन पर पार्किंग, वेडिंग जोन और फूड प्लाजा, सारनाथ के सारंग तालाब के पास पानी टंकी के पास वेडिंग जोन तथा सारनाथ रेलवे स्टेशन के बाहर सामने उपलब्ध भूखंड पर वेंडिंग जोन बनाये जाने का प्रस्ताव शामिल हैं।

बनाई गई है ये कार्ययोजना

बताया गया कि एलबीएस इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरने के बाद सारनाथ आने वाले पर्यटक को सीधे सारनाथ के बुद्धा थीम पार्क होते हुए डियर पार्क, मूलगंध कुटी व धमेक स्तूप तक पहुंचने की कार्ययोजना बनाया गया है। शहर के तरफ से आने वाले पर्यटकों के वाहनों की पार्किंग सुहेलदेव तिराहा के पास बनने वाले पार्किंग स्थल पर होगी।

सुविधा मुहैया कराए जाने पर फोकस

याद होगा कि बुद्धिस्ट सर्किट से संबंधित यूपी के कुशीनगर, कपिलवस्तु, फर्रुखाबाद स्थित संकिसा, कौशांबी, सारनाथ व श्रावस्ती जिला हैं। भारत सरकार की तरफ से सारनाथ व कुशीनगर को विशेष तौर पर पर्यटन को बढ़ावा दिए जाने के लिए पर्यटकों को सुविधा मुहैया कराए जाने के उद्देश्य से फोकस किया जा रहा है। प्रजेंटेशन वर्ल्ड बैंक के अधिकारियों ने दिया।

यह थे मौजूद

इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना-पर्यटन अवनीश कुमार अवस्थी, एडीजी पीवी रामाशास्त्री, कमिश्नर दीपक अग्रवाल, डीएम सुरेंद्र सिंह, संयुक्त निदेशक पर्यटन अविनाश मिश्रा, पर्यटन अधिकारी कीर्तिमान श्रीवास्तव मौजूद थे।

वाराणसी: बाबा दरबार में CM Maharashtra ने नवाया शीश, मंदिर विकास के काम की सराहना के बाद बोले भाग्यशाली हूं


सरफ़राज़ अहमद
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वाराणसी। विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर योजना को बढ़ावा देते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व का वो देवालय जहां लाखों-लाखों भक्त दर्शन की चाह रखते हैं, वहां परिवर्तन हो रहा है, उसकी मैं सराहना करता हूं। सीएम देवेंद्र फडणवीस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र की सराहना की।

गुरुवार की दोपहर सीएम महाराष्ट्र बाबतपुर हवाई अड्डा पहुंचे। सड़क मार्ग से काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे। बाबा श्री काशी विश्वनाथ का उन्होंने विधि-विधान से षोडशोपचार पूजन किया। मंदिर विकास कार्यों का जायजा लिए।

सीईओ से जाना विकास कार्य

मंदिर मुख्य कार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह ने सीएम महाराष्ट्र को मंदिर विकास कार्यों से अवगत कराया। उन्होंने कार्य स्थल का निरीक्षण कराया। इसके बाद मंदिर सीईओ के साथ मुख्यमंत्री फडणवीस मंदिर कार्यालय भी गए। मंदिर प्रशासन की तरफ मुख्यकार्यपालक ने उन्हें अंगवस्त्रम, रुद्राक्ष की माला व प्रसाद भेंट किया। कुछ देर तक वार्ता किया।

मंदिर विकास कार्यों की सराहना

मंदिर से बाहर निकलते वक्त चीफ मिनिस्टर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि सीएम बनने के बाद पहली बार काशी आया हूं। बाबा विश्वनाथ का दर्शन करके काफी प्रशन्न हूं। मंदिर विकास परिवर्तन कार्यों को जाना व समझा। बोले बाबा दरबार में आ कर काफी खुश हूं।

पीएम मोदी का जताया आभार

उन्होंने कहा काशी विश्वनाथ देवालय में परिवर्तन कार्य हो रहा है। इसके लिए मैं सीएम योगी आदित्यनाथ व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दिल से आभार प्रकट करता हूं। पीएम के नेतृत्व में काशी में काफी विकास हुआ है।

गीत रामायण कार्यक्रम में सम्मिलित होने पहुंचे काशी

इस दौरान उनके साथ यूपी के राज्यमंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी भी थे। महाराष्ट्र क् मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस काशी में हो रहे गीत रामायण कार्यक्रम में सम्मलित होने आए हैं। इसी कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ भी सरीख होंगे।

बाबा दरबार में दर्शन करने के बाद महाराष्ट्र मुख्यमंत्री संकट मोचन दरबार के दर्शन करने के बाद अस्सी से राजघाट तक नौका विहार करेंगे और फिर कार्यक्रम में सम्मलित होंगे।

1/09/2019

दो दिवसीय दौरे पर CM योगी कल वारणसी में, केंद्रीय पर्यटन मंत्री के साथ करेंगे बैठक, बेहद खास है इस बार का दौरा, इन कामों के लिए पहुंच रहे वाराणसी CM योगी...

सरफ़राज़ अहमद
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CM योगी आदित्यनाथ देंगे प्रवासी सम्मेलन की तैयारियों को अंतिम रुप , वाराणसी में दो दिवसीय दौरा कल से..

पीएम नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरीडोर की प्रगति देखेंगे, गीत रामायण का होगा शुभारंभ

वाराणसी. सीएम योगी आदित्यनाथ का बनारस में दो दिवसीय दौरा 10 जनवरी से आरंभ होगा। मुख्यमंत्री प्रवासी सम्मेलन की तैयारियों को अंतिम रुप देने के साथ पीएम नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरीडोर की प्रगति को देखेंगे। सीएम के आगवनी में गीता रामायण का भी शुभारंभ होगा।

सीएम योगी आदित्यनाथ का आगमन 10 जनवरी शाम को होगा। शहर में रात्रि प्रवास के दौरान काशी विश्वनाथ कॉरीडोर का स्थलीय निरीक्षण करेंगे। इसके बाद 11 जनवरी को बड़ालालपुर स्थित प्रवासी सम्मेलन स्थल के साथ टेंट सिटी देख कर तैयारियों को अंतिम रुप देंगे। इसके बाद बाबतपुर हवाई अड्डे से पुणे के लिए प्रस्थान कर जायेंगे। सीएम योगी आदित्याथ के आगमन को बेहद खास माना जा रहा है। प्रवासी सम्मेलन आरंभ होने में कुछ दिन ही बचे हैं ऐसे में समय से तैयारी नहीं हुई तो यूपी सरकार की बड़ी किरकिरी होगी।

सीएम योगी आदित्यनाथ करेंगे गीता रामायण का शुभारंभ..

सीएम योगी आदित्यनाथ दो दिवसीय मराठी गीता रामायण का शुभारंभ करेंगे। प्रवासी सम्मेलन के पहले महाराष्ट्र व यूपी सरकार के बीच हुए सांस्कृतिक समझौते के तहत ही गीता रामायण का आयोजन किया गया है। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में आयोजित होने वाले इस रामायण में राज्यपाल राम नाइक, महाराष्ट्र के सीएम देवेन्द्र फडणवीस व केन्द्रीय पर्यटर राज्यमंत्री केजे अल्फ्रोंस के भी शमिल होने की संभावना है। सीएम योगी आदित्यनाथ के आगमन को देखते हुए जिला व पुलिस प्रशासन तैयारियों में जुट गया है।

1/08/2019

बाबा विश्वनाथ का दर्शन कर 2019 के चुनाव का शंखनाद करने वाराणसी आएंगे राहुल गांधी


सरफ़राज़ अहमद
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वाराणसी: कांग्रेस के राष्‍ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी जल्द ही वाराणसी आ सकते हैं। राहुल गांधी अर्धकुम्भ लगने के बाद प्रयागराज पहुंचेंगे और वहां से वो वाराणसी आकर बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद लेंगे। साथ ही यहां होने वाले विभिन्न आयोजनों में भी शिरकत करेंगे।

18 से 20 जनवरी के बीच आ सकते हैं

कांग्रेस पदाधिकारियों की बात करें तो उनके हिसाब से राहुल गांधी 18 से 20 जनवरी के बीच में बनारस आ सकते हैं। उनके कार्यक्रम की रूपरेखा पर कार्य चल रहा है।

शतीकालीन सत्र के बाद बनारस में जुटने लगेंगे नेता

संसद का शीतकालीन सत्र 8 जनवरी को समाप्त हो रहा है। उसके बाद वाराणसी में सभी पार्टियों के कद्द्वार नेताओं के आने का दौर शुरू हो जाएगा। वहीं कांग्रेस के कद्द्वार नेता भी वाराणसी के दौरे पर होंगे जिसमे हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के अलावा 18 जनवरी को कांग्रेस किसान मोर्चा के राष्‍ट्रीय अध्यक्ष का आगमन वाराणसी में हो रहा है। ये सभी किसानों से संबंधित आयोजनों में हिस्सा लेंगे।

किसानों की राजनीति गरमाएंगे राहुल

राहुल गांधी भी यहां बाबा विश्वनाथ के दरबार में दर्शन करने के बाद किसानों के बीच जायेंगे। यहां से वो पूर्वांचल, मध्यप्रदेश और बिहार की राजनीति साधने की कोशिश करेंगे। फिलहाल राहुल गांधी के संभावित कार्यक्रम को देखकर कार्यकर्ताओं में उत्साह का संचार हो गया है।

प्रवासी भारतीयों के साथ लंच करेंगे PM मोदी; बनारसी कचौड़ी, सब्जी और जलेबी का स्वाद चखेंगे...


सरफ़राज़ अहमद
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 21 से 23 जनवरी को होने वाले प्रवासी भारतीय सम्मेलन की तैयारी जोरों पर चल रही है। 22 जनवरी को मोदी प्रवासी भारतीयों के साथ दोपहर में लंच करेंगे। इसमें बनारसी व्यंजन- कचौड़ी, सब्जी, जलेबी, रबड़ी परोसी जाएगी। डीएम सुरेंद्र सिंह ने बताया कि पीएम के लिए हेक्सागोन डाइनिंग टेबल बनाया जा रहा है। फूड कोर्ट एरिया में जर्मन हैंगर निर्माण का कार्य 17 जनवरी तक पूर्ण कर लिया जाएगा।

प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए वाराणसी को और ज्यादा भव्य बनाने की तैयारी की जा रही है। घाटों के रंग-रोगन, उनकी सफाई और आकर्षक बनाने पर काम किया जा रहा है। सम्मेलन में 7 हजार से ज्यादा प्रवासी भारतीय शामिल होने वाले हैं। जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि 23 जनवरी को देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी कार्यक्रम में शिरकत करने वाले हैं। अहमदाबाद की तर्ज पर यहां भी 6 स्थानों पर फूड स्ट्रीट लगने जा रहा है।

प्रवासियों के लिए 42 एकड़ एरिया में 3000 खूबसूरत कॉटेज बन रहे हैं, जहां फाइव स्टार होटेल जैसी सारी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। स्मार्ट सिटी प्रॉजेक्ट के फर्स्ट फेज में इंटिग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, सिटी कमांड कंट्रोल सेंटर, सर्विलांस सिस्टम समेत कई विकास कार्य चल रहे हैं।

1/06/2019

हांगकांग से दिल्ली आ रहे विमान के इंजन में आई खराबी, वाराणसी एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैडिंग



सरफ़राज़ अहमद
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वाराणसी: उत्तर प्रदेश स्थित वाराणसी के बाबतपुर एयरपोर्ट पर रविवार सुबह हॉन्ग कॉन्ग से दिल्‍ली जा रहे स्‍पाइस जेट के विमान की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। विमान में सवार सभी 143 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। आठ घंटे बाद दूसरे विमान से यात्री दिल्‍ली भेजे गए।
प्राप्‍त जानकारी के अनुसार, स्‍पाइस जेट के विमान एसजी 32 ने हॉन्ग कॉन्ग से सुबह 7.40 बजे दिल्‍ली के लिए उड़ान भरी। गया एयरपोर्ट के ऊपर से गुजरने के दौरान पायलट को विमान के इंजन में कुछ खराबी का सिग्‍नल मिला। सूझबूझ का परिचय देते हुए पायलट ने विमान को गया एयरपोर्ट पर ही लैंड कराना चाहा किंतु कोहरा होने के चलते ऐसा हो नहीं सका। इसके बाद एटीसी को सूचना देकर इमरजेंसी लैंडिंग की अनुमति मांगी गई और विमान को डायवर्ट कर वाराणसी लाया गया।

वाराणसी एयरपोर्ट पर सुबह 10 बजे विमान के पहुंचने के पहले से ही फायर, सीआईएसएफ के जवान समेत अन्‍य एजेंसियां किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार थीं। विमान के लैंड करते ही यात्रियों को सकुशल बाहर निकाला गया। विमान से उतरने के बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली।

एयरपोर्ट के डायरेक्‍टर अनिल कुमार राय ने बताया कि अंतरराष्‍ट्रीय विमान होने के कारण कस्‍टम व इमीग्रेशन के अधिकारियों को बुलाकर जांच कराई गई। यात्रियों का दिनभर का समय टर्मिनल भवन में बैठे-बैठे बीता। दूसरा विमान आने पर शाम सात बजे इन्‍हें दिल्‍ली भेजा गया। स्‍पाइस जेट के स्‍थानीय प्रबंधक राजेश सिंह ने बताया कि विमान के इंजन में आई खराबी दूर करने को इंजिनियर बुलाए गए हैं।

1/04/2019

BIG BREAKING- बेहद सुर्खियों में रहने वाली चर्चित महिला IAS "बी चन्द्रकला" के घर CBI का छापा, इस मामले को लेकर बड़ा खुलासा, मचा हड़कंप, जानिए, कौन हैं चंद्रकला

सरफ़राज़ अहमद
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वाराणसी/लखनऊ. बेहद चर्चित महिला आईएएस चंद्रकला एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उनके लखनऊ में योजना भवन के पास सफायर अपार्टमेंट (सरोजनी नायडू मार्ग) में हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने छापा मारा अौर यहां जांच की। सीबीआई ने हमीरपुर में अवैध खनन के मामले में छापेमारी की है। सीबीआई अहम दस्तावेजों के लिए जांच कर रही है। टीम ने घर कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं। छापेमारी से क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।

बता दें कि अखिलेश यादव की सरकार में चन्द्रकला आईएएस की पोस्टिंग पहली बार हमीरपुर जिले में जिलाधिकारी के पद पर की गई थी। आरोप है कि इस आईएएस ने जुलाई 2012 के बाद हमीरपुर जिले में 50 मौरंग के खनन के पट्टे किए थे। जबकि ई-टेंडर के जरिए मौरंग के पट्टों पर स्वीकृति देने का प्रावधान था लेकिन चन्द्रकला ने सारे प्रावधानों की अनदेखी की थी।

जानिए, कौन हैं चंद्रकला

2008 में आंध्र प्रदेश की रहने वाली बी चंद्रकला आईएएस बनी थीं जिसके बाद उन्हें यूपी कैडर दिया गया था। इलाहाबाद और मथुरा में रहते हुए उन्होंने काफी प्रसिद्धि कमाई लेकिन पहली बार उन्हें तब सही से जाना गया जब उनका एक वीडियो वायरल हो गया। ये वीडियो तब वायरल हुआ जब वह बुलंदशहर में डीएम थीं। इस वीडियो में वह सड़क की क्वालिटी को लेकर संबंधित लोगों तो डांटती दिखाई दे रही थीं। इस वीडियो ने उन्हें दुनिया भर में पहचान और फेस दिलाया।

सोशल मीडिया में रहती है एक्टिव

चंद्रकला सोशल मीडिया में काफी एक्टिव रहती हैं। कहीं ना कहीं सोशल मीडिया का उनकी प्रसिद्धि में बड़ा रोल रहा है। फेसबुक पर उनके फैन पेज चल रहे हैं तो कई ग्रुप में चल रहे हैं। यूट्यूब पर उनकी वीडियो की भरमार है। वह खुद फेसबुक पर काफी सक्रिय रहती हैं। इसके अलावा वे जहां भी होती हैं वहां ऐसे कार्यक्रम कराती हैं जो खबरों में आ ही जाता है। जिन दिनों वह बुलंदशहर में थीं उन्होंने 24 घंटे का सफाई अभियान चलवाया था। अपनी पत्नी के लिए ताजमहल बनवाने वाले शख्स को भी उन्होंने तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव से मिलवाया था।

शहर में छापेमारी का दौर लगातार जारी है। शुक्रवार को पूर्व IAS अधिकारी वी के चौधरी के घर पर छापा मारकर 300 करोड़ की जमीन घोटाले के मामले में गोमती नगर से गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं कुछ दिन पहले कानपुर और लखनऊ में पान मसाला, मिठाई और रियल एस्टेट कारोबारी व शेयर ट्रेडिंग कंपनी में आयकर विभाग की छापेमारी में एक करोड़ रुपये से ऊपर नकद, पांच किलो सोना, 15 बैंक लॉकर व 59 प्रॉपर्टी डीड समेत कई दस्तावेज जब्त किए।

राम जन्मभूमि विवाद केस पर सुनवाई 10 जनवरी तक टली, उधर एक बार फिर सुनवाई टलने के बाद सुप्रीम कोर्ट पर फूटा संतों का गुस्सा, मंदिर-मस्जिद विवाद को लेकर दिया बड़ा बयान

सरफ़राज़ अहमद
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कोर्ट की कार्यवाही को लेकर अयोध्या में हिंदू-मुस्लिम पक्षकारों ने अलग-अलग बयान दिए हैं...

वाराणसी/अयोध्या. देश की सबसे बड़ी अदालत में देश के सबसे बड़े मुकदमे अयोध्या के राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद विवाद की सुनवाई एक बार फिर टल गई है। सुप्रीम कोर्ट के 3 जजों की अदालत ने 4 जनवरी को होने वाली सुनवाई को 10 जनवरी तक के लिए टाल दिया है। इतना ही नहीं 10 जनवरी से अब इस मुकदमे की सुनवाई तीन जजों की एक विशेष बेंच करेगी। जिसके लिए अभी जजों का नाम तय नहीं किया गया है। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में हुई इस मुकदमे की सुनवाई को तीन जजों की बेंच ने 1 मिनट में ही पूरा कर लिया और इस मुकदमे में एक और तारीख दे दी है। कोर्ट की कार्यवाही को लेकर अयोध्या में हिंदू-मुस्लिम पक्षकारों ने अलग-अलग बयान दिए हैं।

10 को होगी निर्णायक सुनवाई

राम मंदिर की मांग को लेकर आत्मदाह की धमकी देकर जेल जाने वाले परमहंस दास ने कहा कि अगली तारीख 10 जनवरी को है और 10 का बहुत बड़ा महत्व है। महाराजा दशरथ के नाम में भी दशरथ जुड़ा हुआ था। इसलिए 10 जनवरी से होने वाली सुनवाई राम मंदिर के पक्ष में निर्णायक सुनवाई होगी और हमें विश्वास है कि जल्द ही अब इस मुकदमे में फैसला भी आएगा। लेकिन अगर इस मुकदमे की सुनवाई ना की गई और इसमें टालमटोल किया गया तो यह अनुचित होगा देर से मिलने वाला न्याय भी अन्याय की तरह ही होता है। अगर न्यायालय जल्द से जल्द इस मुकदमे पर अपना फैसला नहीं देती है तो देश का संत समाज न्यायालय को न्यायालय नहीं अन्यायालय कहेगा।

कोर्ट की कार्यवाही में दखल ठीक नहीं

वहीं बाबरी मस्जिद मामले के मुख्य पक्षकार मरहूम हाशिम अंसारी के बेटे और वर्तमान में इस केस के मुद्दई इकबाल अंसारी ने कोर्ट की कार्यवाही पर कहा कि न्यायालय पर किसी का वश नहीं, वह स्वतंत्र है। कोर्ट की कार्यवाही जैसे चल रही है, उसे चलने दिया जाना चाहिए। उसमें दखलअंदाजी उचित नहीं है। जहां तक इस मुकदमे में मुस्लिम पक्षकारों की बात है तो हमारे कहने से न्यायालय कुछ भी नहीं करने वाला। हम तो पहले से ही लगातार कहते हैं कि न्यायालय का जो फैसला आएगा उसे मानेंगे। हमारे कहने पर न्यायालय आज की तारीख में इस मुकदमे में कोई फैसला नहीं सुनाएगा। सभी को कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए और इस मामले को लेकर चल रही राजनीति बंद की जानी चाहिए।

देश के करोड़ों हिंदुओं की आस्था का अपमान

वहीं श्री राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य महंत कमल नयन दास ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट देश के करोड़ों हिंदुओं की आस्था का अपमान कर रही है और यह राष्ट्र का अपमान है। देश का हिंदू समाज अब राम मंदिर निर्माण के लिए आंदोलन करने के लिए आगे आएगा जिसका जिम्मेदार सुप्रीम कोर्ट होगा। 1992 में जो कुछ हुआ उसके लिए भी कोर्ट ही जिम्मेदार थी और एक बार फिर से न्यायालय बार बार हिंदुओं की भावनाओं का अनादर कर रही है जिसके कारण देशभर का हिंदू समाज आक्रोशित है और एक बहुत बड़े आंदोलन की भूमिका बनने जा रही है। इसका जो परिणाम है उसे सुप्रीम कोर्ट को भी भुगतना पड़ेगा।

1/02/2019

राम मंदिर पर PM मोदी के बयान का इक़बाल अंसारी ने किया स्वागत, सत्येंद्र दास बोले- हिंदुओं के साथ धोखा संतों के इस ऐलान ने बढ़ाई बीजेपी की मुश्किल..

सरफ़राज़ अहमद
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वाराणसी/लखनऊ. राम मंदिर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान के बाद माहौल गरमा गया है। एनडीए के सहयोगी दल शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी के लिए भगवान राम कानून से बढ़कर नहीं हैं। रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास समेत कई प्रमुख संतों ने प्रधानमंत्री के बयान पर नाराजगी जताई है। वहीं, राम जन्मभूमि न्यास के वरिष्ठ सदस्य महंत कमल नयन दास और बाबरी मस्जिद के मुख्य मुद्दई इकबाल अंसारी ने प्रधानमंत्री के बयान का स्वागत किया है।

एक जनवरी को टीवी चैनल को दिये इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी सरकार राम मंदिर पर अध्यादेश नहीं लाएगी। कानूनी प्रक्रिया के बाद ही राम मंदिर पर फैसला किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट में जब तक इस मुद्दे पर कानूनी प्रक्रिया चल रही है, अध्यादेश नहीं लाने का विचार नहीं है। इकबाल अंसारी ने कहा कि राम मंदिर मुद्दे पर प्रधानमंत्री ने जो भी कहा, वही ठीक है।

राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने पीएम मोदी के बयान को हिंदुओं के साथ धोखा करार देते हुए कहा कि 2019 में बीजेपी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि रामलला अगर सत्ता देते हैं तो वह सत्ता से बेदखल भी कर सकते हैं। शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि राम मंदिर पर अपनी भूमिका स्पष्ट करने के लिए प्रधानमंत्री का अभिवादन। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि उनके श्रीराम कानून से बड़े नहीं हैं।

फिर क्यों राम के नाम पर वोट मांग रही बीजेपी : नरेंद्र गिरी

पीएम के बयान पर भड़के अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने बीजेपी पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राम मंदिर पर अगर सुप्रीम कोर्ट के जरिये ही फैसला होना है तो फिर भाजपा राम के नाम पर वोट क्यों मांग रही है? उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने राम मंदिर का ताला खुलवाया और पूजा करवाई, लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने राम के नाम पर सिर्फ वोट मांगने का ही काम किया है।

महाकुम्भ में तय होगी रणनीति : विहिप

विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय मीडिया प्रभारी व प्रवक्ता शरद शर्मा ने कहा कि इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री का बहुत देर से आया है। सतों और धर्माचार्यों द्वारा इसकी समीक्षा की जाएगी, क्योंकि उनके ही आह्वान पर विश्व हिंदू परिषद ने देशभर में धर्मसभाओं का आयोजन किया था, जिसमें खुलेतौर पर अध्यादेश लाओ कानून बनाओ की मांग उठी थी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के बयान के बाद अब हम लोगों को अगली रणनीति तय करनी पड़ेगी, जिस पर प्रयागराज के महाकुम्भ में संतों की बैठक के दौरान विचार किया जाएगा।

देखें तस्‍वीरें : जिस गली में PM मोदी ने लगाईं थी झाड़ू, आज वो कैसे अपनी बदहाली पर बहा रहा आंसू

सरफ़राज़ अहमद
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वाराणसी: पीएम नरेंद्र मोदी ने अस्सी के जिस गली में झाड़ू लगाकर देश में स्वच्छता अभियान का आगाज किया था, आज वही गली अपने बदहाल स्‍थिति को लेकर आंसू बहा रहा है। हम बात कर रहे हैं काशी की प्रसिद्ध जगरनाथ गली जिसमें वाराणसी के सांसद नरेन्‍द्र मोदी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद जब दूसरी बार बनारस आए थे तो इसी गली में झाड़ू लगाकर पूरे देश में सफाई अभियान की शुरुआत की थी।

वाराणसी में टॉप आ चुका है ये वार्ड

यह गली वाराणसी के भदैनी वार्ड नंबर 54 में आती है, जिसकी पार्षद मीनू शर्मा हैं। हाल ही में इस वार्ड को स्‍वच्‍छता को लेकर हुई प्रदेश स्‍तर की प्रतिस्‍पर्धा में वाराणसी में पहला स्‍थान भी मिल चुका है। मगर आज हाल ये है कि जिस गली में खुद देश के पीएम ने झाड़ू लगाकर स्‍वच्‍छ भारत अभियान की अलख जगायी थी वो पूरी तरह से खस्‍ताहाल है।

उखड गये पत्थर, जमा है सीवर का पानी

तस्‍वीरों में आप देख सकते हैं कि गली में बिछाया गया पत्थर पूरी तरह से उखड़ गया है, जिसके कारण वहां बड़े बड़े गड्ढे हो गए हैं। इन गड्ढों में सीवर का पानी भर गया है, जिसके कारण इधर से गुजरने वाले राहगीरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खासकर स्कूल पढ़ने जाने वाले छोटे-छोटे बच्चों को तो काफी परेशानी हो रही है।

”क्‍या करें कोई सुनता ही नहीं है…”

इस संबंध में जब ICN NEWS ने भदैनी वार्ड की पाषर्द मीनू शर्मा और उनके पति गोविंद शर्मा से बात की तो उन्‍होंने बताया कि जगन्‍नाथ गली में काम हृदय योजना के तहत जल निगम करा रहा है। मगर इसकी रफ्तार बेहद धीमी है। इसके लिये हम लोगों ने प्रधानमंत्री, मुख्‍यमंत्री सहित कमिश्‍नर, डीएम आदि जिम्‍मेदार लोगों से पत्र लिखकर की है। हमने मांग की है कि पांच जनवरी तक किसी भी हाम में हमारी गली को दुरुस्‍त किया जाए। उन्‍होंने बताया कि कई बार पत्र लिखने के बावजूद काम की गति तेज नहीं हो रही है, सामने प्रवासी भारतीय सम्‍मेलन है और गली का ये हाल है। चूंकि काम हृदय योजना के अंतर्गत आता है और कार्य जल निगम कर रहा है, ऐसे में ये काम नगर निगम का भी नहीं है जो हम इसमें प्रभावी दखल दे सकें।

हो रहा सिर्फ फाइलों का दौरा, जमीन पर आकर देखें मंत्री

पार्षद पति गोविंद शर्मा ने यहां तक आरोप लगाया है कि जिले के नोडल मंत्री सुरेश खन्‍ना जी लगातार वाराणसी दौरे पर आते हैं मगर सिर्फ फाइलों पर ही नजर दौड़ाकर वापस चले जाते हैं, अगर मंत्री महोदय विकास कार्यों की सच्‍चाई जानने गलियों में घूमें तो उन्‍हें विकास की असली हकीकत देखने को मिल जाएगी।

रोज हो रही है गली की खोदाई

वहीं सामाजिक कार्यकर्ता एवं जागृति फाउंडेशन के महासचिव रामयश मिश्र ने इस गली की दुर्दशा पर क्षोभ व्यक्त करते हुए कहा कि आज 4 साल से ऊपर हो गया इस गली में चल रहा सीवर का कार्य अभी तक पूरा नहीं हुआ है। रामयश मिश्र की मानें तो हर दिन इस गली की खुदाई होती है, जैसे मोहनजोदड़ो व हड़पप्पा की खुदाई हो रही है। इस गली की सुध लेने के लिए जिले के अधिकारी भी नहीं आ रहे हैं। साथ ही बात बात पर झाड़ू लेकर फोटो खींचने वाले सत्ताधारी दल के नेता भी इस गली में नजर नहीं आते हैं। गली सीवर जाम से बज बजा रहा है।

जिला प्रशासन नहीं ले रहा सुध

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी जी का संसदीय क्षेत्र होने के बावजूद इस गली के प्रति जिला प्रशासन का उदासीन होना गहरे सवाल खड़ा करता है।

राम मंदिर / सरकार कानून बनाए, कोर्ट के फैसले का और इंतजार नहीं कर सकते: विहिप

सरफ़राज़ अहमद
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एक इंटरव्यू में कहा कि राम मंदिर के मामले में न्याय प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही अध्यादेश लाने पर विचार किया जाएगा। इसके बाद भाजपा के समर्थक दलों और संगठनों ने इस पर नाराजगी जताई। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने इस मुद्दे को लेकर बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उसने सरकार से मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाने की मांग की। इससे पहले मोदी ने कहा था कि सरकार संविधान के तहत ही काम करेगी। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही कोई कदम उठाया जाएगा। विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा, "हमने राम जन्मभूमि पर प्रधानमंत्री का बयान देखा है।

यह मामला 69 साल से कोर्ट में चल रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह मामला उनकी प्राथमिकता में नहीं है। अब यह सुनवाई 4 जनवरी को हो रही है, लेकिन जिस बेंच को सुनवाई करनी थी, उसका गठन नहीं हुआ है। अब यह फिर से सीजेआई की कोर्ट में आ गया है।"आलोक कुमार ने कहा, "हमें लग रहा है कि सुनवाई अभी कोसों मील दूर है। ऐसे में विहिप का फैसला है कि हिंदू समाज सालों तक कोर्ट के फैसले का इंतजार नहीं कर सकता। हम चाहते हैं कि सरकार अध्यादेश लाकर भव्य मंदिर बनाए। इस मामले में आगे की बातचीत प्रयागराज में धर्म संसद होगी। वहां संत तय करेंगे कि हमें आगे क्या करना है।"

उन्होंने कहा, ''हम देश के ज्यादातर सांसदों से मिले। उन्होंने संसद में कानून लाकर मंदिर निर्माण का रास्ता साफ करने का समर्थन किया है। हिंदू समाज लंबे समय से लोकतंत्र की लड़ाई लड़ रहा है। संत समाज हमारे साथ खड़ा है। 31 जनवरी को धर्म संसद में संत जो निर्णय लेंगे, हम उसी पर आगे बढ़ेंगे।''

राम मंदिर के निर्माण पर PM मोदी के उठाए कदम RSS की पुरानी रणनीति का ही हिस्‍सा

सरफ़राज़ अहमद
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राम मंदिर को लेकर अध्‍यादेश लाने के बयान पर राष्‍ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने प्रतिक्रिया देते हुए एक ओर जहां प्रधानमंत्री की पहल को सकारात्‍मक कदम बताया है, तो वहीं इस बात को भी याद दिलाया है कि जनता ने बीजेपी के राम मंदिर निर्माण के वादे पर भरोसा कर वोट दिया था। आरएसएस ने ट्वीट कर बताया है कि बीजेपी 1989 में पालमपुर अधिवेशन पर पारित प्रस्‍ताव के अनुरूप ही काम कर रही हैं। संघ ने राम मंदिर पर प्रधानमंत्री मोदी की पहल को मंदिर निर्माण की दिशा में सकारात्‍मक कदम बताया है।

प्रधानमंत्री ने अयोध्‍या में श्रीराम के भव्‍य मंदिर बनाने के संकल्‍प का अपने साक्षात्‍कार में पुन: स्‍मरण करना भाजपा के पालमपुर अधिवेशन (1989) में पारित प्रस्‍ताव के अनुरूप ही है। संघ के आधिकारिक टि्वटर हैंडल पर ट्वीट किया गया है, 'नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2014 के भाजपा के चुनावी घोषणापत्र में अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए संविधान के दायरे में उपलब्ध सभी संभाव्य प्रयास करने का वादा किया है। भारत की जनता ने उनपर विश्वास व्यक्त कर भाजपा को बहुमत दिया है।'

बता दें कि पीएम मोदी ने एक इंटरव्‍यू में कहा था कि राम मंदिर पर कानूनी प्रक्रिया चल रही है। इसके बाद ही अध्‍यादेश पर विचार किया जाएगा। उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस के नेता वकील के रूप में इसकी सुनवाई में अड़ंगा लगा रहे हैं। वे कांग्रेस से अपील करते हैं कि ऐसा न करें। बीजेपी के मेनिफेस्‍टो में लिखा था कि इसका समाधान निकाला जाएगा।

अयोध्या मुद्दा: शिया वक्फ बोर्ड सुप्रीम कोर्ट में रखेगा पक्ष, कहा- मस्जिद के लिए नहीं चाहिए जमीन

सरफ़राज़ अहमद
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राम मंदिर-बाबरी मस्जिद मामले में सुप्रीम कोर्ट में चल रहे वाद में शिया वक्फ बोर्ड का पक्ष दो अधिवक्ता रखेंगे। इंदिरा भवन स्थित उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड कार्यालय में हुई बैठक में यह फैसला किया गया।

बोर्ड अध्यक्ष सैयद वसीम रिजवी ने कहा कि राम मंदिर के पक्ष में विवाद को खत्म किए जाने में शिया वक्फ बोर्ड की अहम भूमिका कोर्ट में सुनवाई के दौरान रहेगी। उच्चतम न्यायालय में अधिवक्ता एमसी डिन्ग्रा व वरिष्ठ अधिवक्ता एसपी सिंह वक्फ बोर्ड का पक्ष रखेंगे। जरूरत पड़ने पर बोर्ड किसी अन्य अधिवक्ता को भी न्यायालय में उपस्थित कर सकता है।

रिजवी ने आरोप लगाया कि 2 फरवरी, 1944 में सुन्नी वक्फ बोर्ड ने एक विधि विपरीत अधिसूचना जारी करके बाबरी मस्जिद को सुन्नी वक्फ घोषित किया था। उन्होंने दावा किया कि बाबरी मस्जिद का निर्माण मीर बाकी ने करवाया था जो शिया मुसलमान था। इस वजह से शिया वक्फ बोर्ड का पक्ष सुप्रीम कोर्ट में मजबूत है।...

12 जनवरी को अयोध्या से काशी के लिए भाजपा भगाओ,भगवान बचाओ यात्रा निकालेगी आप

सरफ़राज़ अहमद
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आप सांसद संजय सिंह के नेतृत्व में 2 दर्जन से अधिक विधायक और संत इस यात्रा में होंगे शामिल

वाराणसी/अयोध्या : काशी में योगी सरकार द्वारा काशी विश्वनाथ कारीडोर निर्माण के लिए प्राचीन मन्दिरों और इमारतों को तोड़ने की तैयारी किये जाने के खिलाफ जनता की आवाज को बुलंद करने के लिए आम आदमी पार्टी यूपी प्रभारी एवं सांसद संजय सिंह के नेतृत्व में अयोध्या से काशी तक भाजपा भगाओ, भगवान बचाओ यात्रा निकालेगी | इसकी शरुआत 12 जनवरी से मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या के नयाघाट राम पैड़ी से शुरू होगी और 13 जनवरी को काशी में समाप्त होगी

आप सांसद संजय सिंह के नेतृत्व में 2 दर्जन से अधिक विधायक और संत इस यात्रा में होंगे शामिल

आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता सभाजीत सिंह ने बताया की इस यात्रा में दिल्ली विधानसभा के 2 दर्जन से अधिक विधायक व अपना दल कृष्णा पटेल गुट की प्रदेश अध्यक्ष पल्लवी पटेल सहित दूसरे दलों के कई नेता भी शामिल होंगे । उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार पुरातत्व विभाग में दर्ज काशी के प्राचीन मंदिरों को तोड़ रही है | मंदिरों को तोड़ने की प्रकिया पिछले एक साल से चल रही है | भाजपाई अयोध्या में कहते है राम लला हम आयेंगे मंदिर वहीं बनायेंगे लेकिन काशी में कहते है भोले बाबा हम आयेंगे मंदिर सभी तुडवायेंगे | अयोध्या में 176 मन्दिरों व घरों को भी तोड़ने की नोटिस भाजपा सरकार ने दे दी है और ये अंतिम नोटिस है इसके बाद अयोध्या में भी प्राचीन मन्दिरों को तोड़ने की प्रकिया शुरू हो जाएगी |

आप ने लगाया आरोप अयोध्या में राम मंदिर बनवाने की बात करने वाले लोग अयोध्या से काशी तक तुडवा रहे हैं मंदिर

आप प्रवक्ता सभाजीत सिह ने कहा भाजपा सरकार में अधर्मी लोग हैं जो सत्ता के लिए भगवान की जाति खोज रहे हैं | जीवंत मुद्दों शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, रोजगार जैसे तमाम मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने के लिय जनता को धर्म की अफीम पिलाने का काम भाजपा सरकार कर रही है | श्री सिंह ने कहा काशी गलियों, मंदिरों और घाटों का शहर है | काशी अजन्मी है जिसके जन्म की कल्पना नहीं की जा सकती है | भाजपा सरकार प्राचीन मंदिरों को तोड़ने के साथ-साथ उन लोगों को भी बेघर और बदनाम कर रही है जिन्होंने एक समय मुगलों, तुर्कों और अंग्रेजों से काशी के मंदिरों की रक्षा करते हुए अपनी जान दे दी थी |आप प्रवक्ता सभाजीत सिह ने कहा कि कहां की यात्रा 12 जनवरी को सुबह 11 बजे राम पैड़ी से शुरू होगी अयोध्या फ़ैज़ाबाद शहर के मुख्य मार्गों से बीकापुर खजुराहट होते हुये सुल्तानपुर जाएगी तिकोनिया पार्क सुल्तानपुर में सभा होगी उसके बाद यात्रा आगे चलकर लंभुआ चांदा होते हुए गोपालापुर पहुंचेगी जहां रात्रि विश्राम होगा ।13 जनवरी को सुबह गोपालापुर से यात्रा शुरू होगी बनारस जाएगी । श्री सिंह ने कहा कि कई धर्माचार्य साधु संत वह दूसरे दलों के नेता भी शामिल होंगे ।

12/29/2018

वाराणसी: PM मोदी ने देश के पहले अंतराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान को देशवासियों को किया समर्पित, होगा ये लाभ

सरफ़राज़ अहमद
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वाराणसी। अपने एक दिवसीय पूर्वांचल दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले गाजीपुर में जनता को सौगात देने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र बनारस पहुंचे। प्रधानमंत्री का उड़न खटोला 3.35 बजे भुल्लनपुर स्थित पीएसी हेलीपैड पर लैंड किया। वहां से सड़क मार्ग द्वारा पीएम चांदपुर पहुंचे। दक्षिण एशिया और दक्षेस क्षेत्र में चावल अनुसंधान और प्रशिक्षण के क्षेत्र में कार्य करने के लिए 93 करोड़ की लागत से तैयार अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन किया। उसे राष्ट्र को समर्पित किया।

उद्धघाटन करने के बाद पीएम मोदी ने अनुसन्धान केंद्र अधिकारियों संग इस केंद्र का बारीकी से निरीक्षण कर इसकी विशेषताओं की जानकारी ली। इस चावल अनुसन्धान केंद्र से भारत के पूर्वी हिस्से में स्थापित सबसे पहले अंतरराष्ट्रीय केन्द्र से इस क्षेत्र में चावल का उत्पादन बढ़ाने और उसे टिकाऊ बनाने में मदद मिलने की आशा है।

उद्धघाटन से पूर्व आईआरआरआई के निर्देशक सहित गणमान्य लोगों ने पीएम का वेलकम किया। इस दौरान उनके साथ सूबे के राज्यपाल राम नाईक, उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय संचार मंत्री मनोज सिन्हा मौजूद थे। यहां से प्रधानमंत्री बड़ालालपुर स्थित सांस्कृतिक संकुल के लिए रवाना हो गए।