9/30/2018

विवेक मर्डर केस के बाद वाराणसी में अनोखे विरोध: एक बेटी की अपील,पुलिस अंकल...आप गाड़ी रुकवांगे तो "पापा" रुक जाएंगे प्लीज़ गोली मत मारिएगा


पोस्टरवार : एक बेटी की अपील, ‘पुलिस अंकल’ आप गाड़ी रोकेंगे तो ‘पापा’ रुक जाएंगे, प्लीज गोली मत चलाना

वाराणसी: शनिवार की देर रात लखनऊ के हुई एप्पल एरिया मैनेजर की हत्या के बाद पुलिसिया कार्य प्रणाली पर सवाल लगने लगे हैं। पुलिसवालों द्वारा किये गए ऐसी निक्कमी हरकत से प्रदेश की जनता के मन में अपराधियों से ज्यादा अब पुलिस कर्मियों का डर, खौफ, भय बैठ गया है।

इसके असर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र बनारस भी अछूता नहीं रहा। जहा अंशिका नाम की एक बच्ची ने सड़क पर खड़े चार पहिया वाहनों पर एक पोस्टर चिपकाना शुरू किया। उस पोस्टर पर लिखा है ‘पुलिस अंकल आप गाड़ी रोकेंगे तो पापा रुक जाएंगे प्लीज, आप गोली मत चलाना’।

जब इस पोस्टर के बाबत उस बच्ची से बात किया गया तो उसने बताया कि कल की घटना से मै डर गयी हूं। विवेक अंकल के बच्चों की तरह मैं भी अनाथ नहीं होना चाहती। मेरे पापा आयेदिन बिजनेस के काम से देर रात घर आते हैं। अब उनके घर देर से आने से मुझे डर लगने लगा है। कहीं पुलिस उन्हें भी गोली न मार दें। ऐसे में मैने ये पोस्टर बनाया और पापा के कार के आगे-पीछे लगा दिया ताकी पुलिस अंकल उसे पढ़ लें और पापा को गोली न मारे। हालांकि पूरे दिन ये पोस्टर चर्चा का विषय बना रहा।

अपराधियो से डरें या पुलिसवालों से ?

पूर्व पार्षद रविकान्त विश्वकर्मा ने बताया की बच्ची हमलोगों के गाड़ियों पर भी पोस्टर लगाने लगी। जब हमने पूछा कि बेटा ऐसा क्यों कर रही हो तो उसने कहा कि अंकल प्लीज आपको अगर रात को पुलिस रोके तो गाडी रोक दिजियेगा। आंशिक की ये बात सुनकर हमें लगा की ये डर कैसा है। हमें अपराधियों से डरना चाहिए या पुलिसवालों से।

ये था मामला

दरअसल शनिवार कि देर रात लखनऊ स्थित एप्पल कंपनी के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी अपनी कार से जा रहा थे। दो सिपाहियों ने उन्हें रोका पर वो गाड़ी धीमी कर के चलते रहे। उनका ऐसा करना पुलिस वालों को इतना नागवार लगा कि सिपाहियों ने सामने से सीधे उन्हें गोली मार दी। उनकी मौत हो गई। वहीं पुलिसकर्मियों द्वारा किये गए ऐसे कृतज्ञ पर जनता पुलिसिया कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रही।

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