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वाराणसी: देश के सबसे बड़े त्यौहार दीपवाली में एक दिन शेष है। दीपावली के लिए हर कोई सड़कों पर खरीदारी करने के लिए निकला है। कोई दिए तो कंदीले खरीदता दिख रहा है। तो जगह जगह पर मिटटी के दिए में भी इस बार काशी के लोग इंट्रेस्ट दिखा रहे हैं। वहीँ भगवान् गणेश और लक्ष्मी की प्रतिमा खरीदने में भी लोगों का उत्साह चरम पर है।
इधर प्रशासनिक अमला भी इस दीपावली को यादगार बनाने में जुटा है। गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट जाने वाले रस्ते पर लगे एलईडी लाईट- पोस्ट लैम्प पर अतरिक्त लाइटें लगाकर उसे जगमग किया गया है तो वहीं वरुणा नदी पर बने दोनों कचहरी मार्ग के पुलों को आकर्षक विधुत झालरों से सजाया गया है।
शहर के लहुराबीर इलाके में विधुत झालर ले रही मोनिका शर्मा ने बताया कि दीपावली रौशनी का त्यौहार है। हम सभी चाहते हैं कि घर का कोना कोना जगमग करे इसी आशा के साथ हमने आज झालर खरीदी है। उनसे जब पूछा गया कि क्या महंगाई आड़े आ रही है तो उन्होंने कहा कि त्यौहार साल में एक बार आता है और हम साल भर इसकी तैयारी करते हैं। महंगाई है पर दीपवाली तो अब अगले साल ही न आएगी।
वहीं सिगरा इलाके में घर को सजाने के लिए कंदीलें खरीद रहीं सोनी मिश्रा ने बताया कि दीपावली पर कंदीलों का अपना अलग महत्व है। घरों के बाहर कंदीलें लगाने से घरों में रौनक सी आ जाती है। शहर के दुर्गा मंदिर के पास सजने वाली दिए की दुकानों पर भी महिलाओं की भीड़ देखने को मिल रही है। दीयों को लेकर इस बार महिलाओं में क्रेज़ देखने को मिल रहा है। दिए खरीद रही ममता जायसवाल ने बताया कि दिए ही असली रौशनी देते हैं कितना ही घर को झालरों से से सजा लें पर दिए के रौशनी नहीं होती।
शहर के चेतगंज इलाके में सजी गणेश और लक्ष्मी की मूर्तियों की दुकानों पर भी भीड़ उमड़ रही है। महिलाऐं और पुरुष भगवान् की सबसे सलोनी प्रतिमा अपने घर ले जाना चाहते हैं।
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