जौनपुर से रबिन्द्र दुबे की रिपोर्ट
किसानो की फसलो के लिए जानी दुश्मन बन चुके आवारा पशुओ को आसरा देने वाला सरकारी आशियाना अब बेजुबा पशुओ के लिए कब्रगाह बनता जा रहा है। भूख और ठण्ड के चलते अब तक आधा दर्जन से अधिक पशुओ की मौत हो चुकी है। सबसे हैरत की बात यह है कि जब जानवरो की हालत विगड़ती है तो उनका इलाज नही बल्की कब्र पहले ही खोद दिया जाता है। उधर नगर पालिका प्रशासन पशुओ के मौत होने की पुष्टि नही कर रहा है। जबकि गौशाला के केयर टेकर ने पांच जानवरो की मौत होने की बात स्वीकार किया है।
सूबे में योगी सरकार बनते ही प्रदेश के सभी अवैध भूचड़खानो पर ताला लगा दिया गया। स्लाटर हाऊस बंद होने के कारण शहर से लेकर गांव तक आवारा पशुओ की बाढ़ आ गयी है। ये जानवर अपनी भूख मिटाने के लिए गाढ़ी मेहनत से उगाई गयी किसानो की फसलो को अपना निवाला बना रहे है। उधर शहर की सड़को पर आवारा पशुओ ने अपना कब्जा जमा लिया है। जिसके कारण शहर में जाम स्थिति भी बन जाती है कभी कभी ये जानवर हिंसक रूप धारण करके राहगीरो पर हमला बोल देते है। किसान अपनी फसलो को बचाने के लिए और सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए दर्जनो गांवो के ग्रामीणो ने जानवरो को पकड़कर प्राथमिक विद्यालयो बंद कर दिया। यह बात शासन तक पहुंची तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दस जनवरो तक सभी ब्लाक स्तरो पर आवारा पशुओ का आश्रय बनाकर उनके खाने पीने का व्यवस्था करने का आदेश दिया है। सरकार का हुक्म मिलते ही डीएम खुद कई गांवो में जमीने तलास करकर गौशाला बनाने का आदेश दिया है। शहर के आवारा पशुओ के लिए प्यारेपुर गांव में खुले आसमान के निचे आश्रय बनाया गया है । इस गौशाला का केयर टेकर ने बताया कि खाने पीने की व्यवस्था कम होने के कारण अब तक आधा दर्जन पशुओ की मौत भूख और ठण्ड के कारण हो चुकी है। कई पशुओ की हालत खराब है उनका इलाज न कराकर उनके लिए पहले से ही कब्र खोदकर तैयार कर दिया गया है।
प्रिंस केयर टेकर
उधर नगर पालिका परिषद के ई ओ कृष्णचंद्र ने जानवरो की मौत होने की खबर को एक सिरे से खारिज करते हुए कहा कि पशुओ के मरने की खबर मिली थी मैने खुद जाकर पता किया तो यह खबर झूठी निकली। आश्रय में खाने पीने की कोई कमी नही।
किसानो की फसलो के लिए जानी दुश्मन बन चुके आवारा पशुओ को आसरा देने वाला सरकारी आशियाना अब बेजुबा पशुओ के लिए कब्रगाह बनता जा रहा है। भूख और ठण्ड के चलते अब तक आधा दर्जन से अधिक पशुओ की मौत हो चुकी है। सबसे हैरत की बात यह है कि जब जानवरो की हालत विगड़ती है तो उनका इलाज नही बल्की कब्र पहले ही खोद दिया जाता है। उधर नगर पालिका प्रशासन पशुओ के मौत होने की पुष्टि नही कर रहा है। जबकि गौशाला के केयर टेकर ने पांच जानवरो की मौत होने की बात स्वीकार किया है।
सूबे में योगी सरकार बनते ही प्रदेश के सभी अवैध भूचड़खानो पर ताला लगा दिया गया। स्लाटर हाऊस बंद होने के कारण शहर से लेकर गांव तक आवारा पशुओ की बाढ़ आ गयी है। ये जानवर अपनी भूख मिटाने के लिए गाढ़ी मेहनत से उगाई गयी किसानो की फसलो को अपना निवाला बना रहे है। उधर शहर की सड़को पर आवारा पशुओ ने अपना कब्जा जमा लिया है। जिसके कारण शहर में जाम स्थिति भी बन जाती है कभी कभी ये जानवर हिंसक रूप धारण करके राहगीरो पर हमला बोल देते है। किसान अपनी फसलो को बचाने के लिए और सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए दर्जनो गांवो के ग्रामीणो ने जानवरो को पकड़कर प्राथमिक विद्यालयो बंद कर दिया। यह बात शासन तक पहुंची तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दस जनवरो तक सभी ब्लाक स्तरो पर आवारा पशुओ का आश्रय बनाकर उनके खाने पीने का व्यवस्था करने का आदेश दिया है। सरकार का हुक्म मिलते ही डीएम खुद कई गांवो में जमीने तलास करकर गौशाला बनाने का आदेश दिया है। शहर के आवारा पशुओ के लिए प्यारेपुर गांव में खुले आसमान के निचे आश्रय बनाया गया है । इस गौशाला का केयर टेकर ने बताया कि खाने पीने की व्यवस्था कम होने के कारण अब तक आधा दर्जन पशुओ की मौत भूख और ठण्ड के कारण हो चुकी है। कई पशुओ की हालत खराब है उनका इलाज न कराकर उनके लिए पहले से ही कब्र खोदकर तैयार कर दिया गया है।
प्रिंस केयर टेकर
उधर नगर पालिका परिषद के ई ओ कृष्णचंद्र ने जानवरो की मौत होने की खबर को एक सिरे से खारिज करते हुए कहा कि पशुओ के मरने की खबर मिली थी मैने खुद जाकर पता किया तो यह खबर झूठी निकली। आश्रय में खाने पीने की कोई कमी नही।
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