लाखों लड़कियों की तरह मैं भी एक विद्यर्थि के नाते यहाँ पुराने शहर वाराणसी आयी वही साधारण जिंदगी के साथ ख़ुद को व्यस्त रखने लगी,,कभी सोचा न था कि बिना किसी उद्देश्य के आगे चल पाऊँगी, पर अचानक जिंदगी ने कुछ यूं करवट ली कि उन लाखों मे से एक अपनी अलग पहचान बनी,,
क्यों?? नही पता,
पर कैसे ? पता है।
अब यही करवट मेरी जिंदगी, मेरे सपनें और मेरा उद्देश्य है। कभी सोचा भी न था, कि इस भीड़ भरी शहर जहाँ रोड़, ट्रैफिक, रोजगार इत्यादि से बरकरार लोगों की नजर मुझ पर पड़ेंगी, और इस पुराने शहर में एक नया जुनून निखरेगा,,
नही पता कहाँ? से आया ये जुनून,
मेरी स्वतंत्रता थी या मेरा आत्मविश्वास या कहले मेरी परवरिश, पर कुछ तो था जो मुझे इस भीड़ आगें ले आया।
हाँ मैं अपने मंजिल के पहले सीढ़ी पर हूँ,, पर अब आ गयी हूँ तो आगें जाऊंगी।। क्योंकि अच्छा लगता हैं,जब आपकी एक अपनी पहचान बनती है,,लाखों भीड़ मे से भी आपको पहचान लिया जाता हैं,, संघर्ष तो बहुत है पर जब आपकी अपनी खुद की पहचान हो तो ये संघर्ष अच्छा लगता हैं,, इसलिए जिंदगी के उद्देश्य को निश्चित करना ज्यादा जरूरी हैं और उसे पूरा करने कर लिये दौड़ना उससे भी ज्यादा,,,
और हाँ अगर उस संघर्ष के पल मे कोई और भी आपके साथ चल रहा हो तो वो ज्यादा उत्साह पूर्वक।।
आयुषी श्रीमाली
पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी
क्यों?? नही पता,
पर कैसे ? पता है।
अब यही करवट मेरी जिंदगी, मेरे सपनें और मेरा उद्देश्य है। कभी सोचा भी न था, कि इस भीड़ भरी शहर जहाँ रोड़, ट्रैफिक, रोजगार इत्यादि से बरकरार लोगों की नजर मुझ पर पड़ेंगी, और इस पुराने शहर में एक नया जुनून निखरेगा,,
नही पता कहाँ? से आया ये जुनून,
मेरी स्वतंत्रता थी या मेरा आत्मविश्वास या कहले मेरी परवरिश, पर कुछ तो था जो मुझे इस भीड़ आगें ले आया।
हाँ मैं अपने मंजिल के पहले सीढ़ी पर हूँ,, पर अब आ गयी हूँ तो आगें जाऊंगी।। क्योंकि अच्छा लगता हैं,जब आपकी एक अपनी पहचान बनती है,,लाखों भीड़ मे से भी आपको पहचान लिया जाता हैं,, संघर्ष तो बहुत है पर जब आपकी अपनी खुद की पहचान हो तो ये संघर्ष अच्छा लगता हैं,, इसलिए जिंदगी के उद्देश्य को निश्चित करना ज्यादा जरूरी हैं और उसे पूरा करने कर लिये दौड़ना उससे भी ज्यादा,,,
और हाँ अगर उस संघर्ष के पल मे कोई और भी आपके साथ चल रहा हो तो वो ज्यादा उत्साह पूर्वक।।
आयुषी श्रीमाली
पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी
आप के शब्द पढ़ के बहुत ही अच्छा लगा
ReplyDeleteअगर व्यक्ति संघर्ष करे तो कठिन रास्ता भी सरल हो जाता है ।
Aws
ReplyDeleteMa app sa
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