9/07/2018

वाराणसी: डीजल पेट्रोल की बढ़ी कीमतों का विरोध, खच्चर से खीचीं गई कार


वाराणसी: पेट्रौल-डीजल के दाम मे नित्य-प्रतिदिन बेलगाम-बेतहाशा हो रहे बढ़ोत्तरी व साढे चार साल मे अपने सबसे उच्चतम दर पर पहुंचे पेट्रौल-डीजल के मूल्य पर देश की आक्रोशित जनता की आवाज सरकार तक पहुंचाने एंव पेट्रौल-डीजल को जी० एस० टी० के दायरे मे लाने की मॉग को लेकर सामाजीक संस्था सुबह-ए-बनारस क्लब के र्बैनर तले संस्था के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल के नेतृत्व मे मैदागीन चौराहे से रस्सी के सहारे गदहा (खच्चर) से कार को विशेश्वर गंज मंडी तक खिचवा कर एक अनोखा एवं व्यंग्यात्मक प्रदर्शन किया गया। उपरोक्त अवसर पर बोलते हुए संस्था के अध्यक्ष मुकेश जायसवाल ने कहा कि जिस प्रकार पेट्रौल-डीजल के दामो मे वृद्धी हो रहा है,उसको वहन करना अब आम आदमी के हद के बाहर होता जा रहा है।इस बढ़े हुए बेलगाम तेल के दाम का बोझ अब सिर्फ गदहा, (खच्चर) ही वहन कर सकता है,जो घाटा मुनाफा का हीसाब रखने मे असक्षम होता है। ज्ञात हो कि कच्चा तेल सस्ता होने के बावजूद सरकार डीजल-पेट्रोल के दामो मे भारी इजाफा करके जनता को लूट रही है,सरकार अपने 2014 के चुनाव के पहले किए गए वादो को भूल चुकी है,और अपने तरफ से डीजल-पेट्रौल के बढ़ते हुए दामो से उपभोक्ताओ को राहत देने के लिए उत्पाद शुल्क मे कटौती की सम्भावनाओ से भी इन्कार कर रही है।आज डीजल जिस तेजी से बढ़ रहा है,उससे ढुलाई-भाड़ा मे निश्चीत रुप से बढ़ोत्तरी होगा,जिसका सिधा असर मंहगाई पर पड़ेगा। रोजमर्रा के वस्तु के साथ-साथ खाने-पिने की चिज मे बढ़ोत्तरी होना लाजिमी है। सर्वविदित है कि पूववर्ती सरकार के समय अन्तरराष्ट्रिय बाजार मे जब कच्चा तेल प्रति डालर के रुप मे शतक का आंकडा पार कर चुका था,तब भी पेट्रौल-डीजल इतना मंहगा नही हुआ था। जितना वतर्मान समय मे हो रहा है। वतर्मान सरकार आम जनता के आर्थिक रुप से सिधे जुड़े इस गम्भीर मुद्दे पर उदासीनता अपना रही है,एक तरफ वह एक देश एक टैक्स का नारा देती है,वही दुसरी तरफ दोहरी नीति अपनाते हुए ज्यादा कोष अर्जित करने के चक्कर मे पेट्रो पदार्थों को जी० एस० टी० के दायरे मे लाने से कतरा रही है। कार्यक्रम मे मुख्य रुप से- मुकेश जायसवाल, नन्दू भईया टोपीवाले, चन्दशेखर चौधरी, अनिल केशरी, अनिल सोनी,वल्लभ अग्रवाल, सुनील अहमद खान, डा० मनोज यादव, पंकज पाठक, विष्णु शर्मा, संजू विश्वकर्मा, सुरेश सेठ, अभिषेक विश्वकर्मा, विजय जायसवाल, विकाश जायसवाल । आदि लोग शामिल थे।

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