वाराणसी: पेट्रोल-डीजल के मूल्य मे हर रोज केंद्र सरकार के शह पर निजि कंपनियों द्वारा किए जा रहे अप्रत्याशित रुप से बढ़ोत्तरी से साढ़े चार साल मे अपने सबसे उच्चतम दर पर पहुंचें पेट्रोल-डीजल के मूल्य पर देश की आक्रोशित जनता की आवाज सरकार तक पहुंचाने व पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे मे लाने की मांग को लेकर सामाजिक संस्था सुबह-ए-बनारस क्लब के बैनर तले चल-चल मेरे हाथी, ओ मेरे साथी, चल ले चल तेल के अभाव मे पड़े खटारा को खिचकर के तर्ज पर विश्वेश्वरगंज चौराहे पर हाथी से रस्सी के सहारे कार खिचवा कर पेट्रोल-डीजल के मूल्य वृद्धि का व्यग्यात्मक रुप से विरोघ-प्रदर्शन किया गया। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि जिस तरह से मंहगें कच्चा तेल का रोना रोकर सरकार पेट्रोल-डीजल के मूल्य मे वृद्धि करने का निजि कंपनी को छूट दे रक्खी है, और निजि कंपनियां मनमानी पर उतारू हैं। इससे देश की जनता के अन्दर आक्रोश की भावना पनपती जा रही है।
वाराणसी में पेट्रोल 82 रुपया प्रति लीटर वडीजल 74 रुपया प्रति लीटर का ऑकड़ा पार कर चुका है, वहीं मुम्बई में पेट्रोल 90 रुपया प्रति लीटर तक पहुंच गया है, जो जल्द ही शतक का आंकड़ा पार करने के करीब पहुंच चुका है। इस मुद्दे पर जनता सरकार की खामोशी पर हैरानहै। पिछले दिनो केंद्र सरकार ने पेट्रोल-डीजल के मुद्दे पर बैठक भी किया था। पर कहावत ढाक के तीन पात साबित हुआ। आखिर कब चेतेगी सरकार ? न तो सरकार पेट्रोल-डीजल पर जरूरत से ज्यादा थोपे गए एक्साईज डयूटी को घटा रही है और न तो एक देश एक टैक्स का नारा देने के बाद पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे मे ला रही है।
यह समस्या देश के लिए गम्भीर रूप धारण करती जा रही है। आगे चलकर जिसका अनदेखी करना सरकार के बूते की बात नहीं होगी।
कार्यक्रम में मुख्य रुप से नन्द, चन्दशेखर चौधरी, अनिल केशरी, प्रदीप गुप्ता, विष्णु शर्मा, अहमद खान, मनोज यादव, पंकज पाठक, संजू विश्वकर्मा, अभिषेक विश्वकर्मा, बल्लभ अग्रवाल, रामजी रस्तोगी आदि लोग शामिल रहे।
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