रूपाणी ने दावा किया कि पिछले 48 घंटों में कोई अनहोनी घटना नहीं हुई है। राज्य के गृहमंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने कहा कि प्रवासियों की सुरक्षा के लिहाज से औद्योगिक क्षेत्रों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। उधर, उत्तर भारतीय विकास परिषद के अध्यक्ष महेश सिंह कुशवाहा ने दावा किया कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार के करीब 20,000 लोग गुजरात से बाहर चले गए हैं।
पुलिस ने बताया कि साबरकांठा जिले में 28 सितंबर को एक 14 माह की मासूम के साथ बलात्कार के आरोप के बाद राज्य के उत्तरी छह जिलों में हिन्दी भाषी लोगों के खिलाफ हिंसा भड़क उठी थी। सरकार ने कहा कि इस बलात्कार के आरोप में बिहार के एक मजदूर के पकड़े जाने के बाद भड़की हिंसा के खिलाफ अभियान में 431 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 56 प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं। रूपाणी ने कहा कि पुलिस ने स्थिति पर काबू पा लिया है। उन्होंने राजकोट में कहा, ‘हम कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और परेशानी की स्थिति में लोग पुलिस को बुला सकते हैं। हम उन्हें सुरक्षा मुहैया कराएंगे।’
जडेजा ने सोमवार को गांधीनगर में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि स्थिति पर नियंत्रण के लिए गुजरात सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से केंद्र को अवगत करा दिया गया है। कांग्रेस का नाम लिए बिना जडेजा ने कहा कि यह पता लगाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं कि क्या यह उन लोगों की साजिश है जो 22 साल से गुजरात की सत्ता से बाहर हैं।
पुलिस ने हमलों के सिलसिले में ठाकोर सेना के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया है और कई प्राथमिकियों में संगठन का भी नाम लिया गया है। संगठन के अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर ने आरोप लगाया है कि समुदाय के युवकों को फंसाया जा रहा है। ठाकोर के आरोप के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में जडेजा ने कहा कि शांति बाधित करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जडेजा ने कहा कि पुलिस एक समुदाय के किसी निर्दोष व्यक्ति को परेशान नहीं कर रही है। लेकिन जो लोग गुजरात की शांति को बाधित कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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