जीवन मे यही सही गुरु का मार्गदर्शन हो तो सफलता मिलनी तय है । ऐसे ही एक सफल बच्चें की दांस्ता आपको हम बताएंगे जिसने महज छः साल के उम्र में ही अपना ही नही बल्कि अपने माता पिता और देश का नाम दुनिया मे रौशन किया है। जी हाँ हम बात कर रहे है काशी के अर्जुन की।
अर्जुन ने छः साल की उम्र में राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिया में ढेरों मेडल जीते है और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम भी दर्ज कराया है। अर्जुन के इस सफलता के पीछे कोई और नही बल्कि उसके गुरु उसके पिता का हाथ है ।
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