2/16/2024

नरेंद्र मोदी ने डेढ़ दशक पहले देखा था ग्लोबल कैपिटल सक्सचेंज का सपना जो गिफ्ट सिटी के रूप मे हुआ साकार

नरेंद्र मोदी ने डेढ़ दशक पहले देखा था ग्लोबल कैपिटल सक्सचेंज का सपना जो गिफ्ट सिटी के रूप मे हुआ साकार 
 
पीएम मोदी की विकसित भारत बनाने की सोच को पूरा करने मे गिफ्ट सिटी महत्वपूर्ण  निभाएगी भूमिका



गिफ्ट सिटी को प्रदूषण व खुदाई मुक्त शहर के लिए बनाई गई यूटिलिटी टनल 

गिफ्ट सिटी मे बैंक ऑफ़ अमेरिका,मार्गन स्टेनली, गूगल, डिक्कन यूनिवर्सिटी जैसे अंतरराष्ट्रीय विवि,  एयर इंडिया की एयर क्राफ्ट, इंडिगो, लिर्जिंग एक्टिवितिज, सिंगापुर की एसजीएक्स जैसी लगभग 40 कंपनियों ने काम शुरू कर दिया है।



GIFT SITY क्या है :-
सरकार गिफ्ट सिटी एक्सचेंजों पर भारतीय कंपनियों की सीधी इक्विटी लिस्टिंग के लिए एक नियामक ढांचे पर काम कर रही है। गिफ्ट सिटी  अब विस्तार के लिए तीन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित कर रही है: नए जमाने की वित्तीय सेवाएं व प्रौद्योगिकी, हरित पूंजी व टिकाऊ वित्तपोषण, और क्षेत्र का भौतिक विस्तार। 





काशी के सांसद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देश को विकसित भारत की ओर ले जाने की दूरगामी सोच को काशी वासियों पहुंचने की छोटी सी कोशिश है :-


गुजरात गांधीनगर साबरमती नदी के तट पर गिफ्ट सिटी का निर्माण किया जा रहा है।जिसका क्षेत्रफल 886 एकड़ का है जिसमे से 62 लाख मिलियन वर्गफिट निर्मित क्षेत्र है। इसमें से 22 प्रतिशत आवासीय 11 प्रतिशत सोसल स्पेस बाकी 67 प्रतिशत कमर्शियल के लिए सुरक्षित है।
नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री हुआ करते थे उन्होंने गुजरात मे ग्लोबल कैपिटल सक्सचेंज को लेकर रणनीति बनानी शुरू कर दी थी जो अब जाकर गिफ्ट सिटी के रूप मे साकार हुई। आप सोच सकते है की नरेंद्र मोदी की सोच पहले से ही देश के प्रति कितनी महत्वाकॉक्षी थी।


गिफ्ट सिटी निर्माण गांधीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लगभग 12 किमी दूर किया जा रहा है।
 गिफ्ट सिटी गुजरात की व्यापारिक और राजनीतिक राजधानी अहमदाबाद और गांधीनगर को जोड़ता है। इसे प्रमुख घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों से अच्छी तरह जुड़े होने का भी लाभ मिलेगा।
 उद्यमियों की आकांक्षाओं और महत्वाकांक्षाओं को आकार देने और पूरा करने के उद्देश्य से समर्पित फिनटेक सैंडबॉक्स और अपेक्षित स्टार्टअप अनुकूल वातावरण प्रदान करता है।
गांधीनगर गिफ्ट सिटी एक अंतराष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र है।जिसके लिए नवीनतम तकनीकों के साथ उत्कृष्ट योजना, डिजाइन और इंजीनियरिंग के साथ विशाल बुनियादी ढांचे की आवश्यकता होगी।सभी सुविधाओं को ध्यान मे रखकर यूटिलिटी टनल
गिफ्ट सिटी को एक अत्याधुनिक वित्तीय केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है।जिसको लेकर विशाल बुनियादी ढांचा प्रणालियों के संबंध में, गिफ्ट ने शहर भर में सभी उपयोगिताओं को एक सुरंग में रखकर "खुदाई मुक्त शहर" का दृष्टिकोण विकसित किया ताकि भविष्य में मरम्मत,रखरखाव,नवीनीकरण, उन्नयन के लिए सड़कों की खुदाई करने की आवश्यकता न हो। कई उपयोगिता सुरंग में सुगम पहुंच, उपयोगिताओं को अलग करने, उचित जल निकासी, प्रकाश व्यवस्था और रखरखाव और सुरक्षा जैसी अन्य दीर्घकालिक चिंताओं के लिए प्रावधान किए गए हैं।
गिफ्ट सिटी के भीतर सुरंग की कुल लंबाई लगभग 16 किमी है।सुरक्षा के उद्देश्य से वेंटिलेशन प्रणाली, कृंतक प्रतिरोधी प्रणाली और आग और धुआं जांच प्रणाली प्रदान करने की ब्यवस्था है। सुरंग का आकार उपयोगिताओं की संख्या और आकार के आधार पर अलग-अलग किया गया है।

यूटिलिटी टनल पावर केबल्स, जल उपचार संयंत्र (डब्ल्यूटीपी) के लिए कच्चे पानी की आपूर्ति पाइप लाइन के साथ-साथ डब्ल्यूटीपी से विभिन्न विकासों के लिए उपचारित जल आपूर्ति पाइप लाइन, डिस्ट्रिक्ट कूलिंग पाइप (डीसीपी) से विभिन्न तक ठंडे पानी की आपूर्ति सहित सभी उपयोगिताओं को समायोजित है । विकास और डीसीपी के लिए रिटर्न पाइप लाइन, आईसीटी केबल, स्वचालित अपशिष्ट संग्रह पाइप लाइन, अग्नि हाइड्रेंट जल पाइप लाइन, आदि सुरक्षा के दृष्टिकोण से सुरंग को दो खंडों में विभाजित किया गया है जो भौतिक रूप से एक दूसरे से अलग हैं। गीला खंड पानी, आईसीटी और अन्य से संबंधित उपयोगिताओं को ले जाता है जबकि सूखा खंड बिजली के तारों को ले जाता है और ऊपर से पहुंच होती है। गीले सेक्शन को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि सामग्री संभालने या रखरखाव करने वाले वाहन इसमें प्रवेश कर सकें।
आर.एम.श्रीवास्तव / डी.के सिंह (पत्रकार)

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