वाराणसी। डीजीपी ओ पी सिंह की आज एंटीकरप्शन न्यायालय में पेशी हुई। पेशी के दौरान सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। पेशी के उपरांत डीजीपी बनारस बार गए और वहां पदाधिकारियों से मुलाकात की। अनौचारिक वार्ता के दौरान कहा कि वाराणसी ने एएसपी के दौरान रिश्वत के मामले में मुझे न्यायालय ने बुलाया था। न्यायालय के आदेशों का सम्मान करते हुए मैं न्यायालय में आया था। जैतपुरा थाने के समीप हुई हत्या मामले में पूछने पर कहा कि इस सम्बन्ध में बात करेंगे।
विदित हो कि 1987 में सुरियावां भदोही निवासी लालचन्द उपाध्याय व सुरेश चन्द्र उपाध्याय ने उप संचालक चकबन्दी आर के दुबे को रिश्वत देने का प्रयास कर रहे थे। जिन्हें वर्तमान डीजीपी जो उस समय एसपीसिटी के पद पर तैनात रहे ड्राइवर के माध्यम से गिरफ्तार कराया था। उस दौरान उप संचालक चकबन्दी आर के दुबे की तहरीर पर मुकदमा कायम हुआ था। आज उसी मामले में डीजीपी ओ पी सिंह सहित दस गवाहों को एंटीकरप्शन न्यायालय में तलब किया गया।
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