यह ह्रदय विदारक घटना विपक्ष के लिए बनी संजीवनी*
वाराणसी। मंगलवार को जीटी रोड पर निर्माणाधीन फ्लाई ओवर हादसे में मृतक लोगों के प्रति संवेदना शून्य राजनैतिक दल जहाँ अपनी-अपनी राजनैतिक विसात बिछाने की जुगाड़ में लगे हैं वहीं काशी की धर्मपरायण जनता जो पाश्चात्य सभ्यता की और अग्रसर है उनमे सेल्फ़ी का क्रेज इतना बढ़ चुका है कि घटना स्थल पर पंहुच कर सेल्फ़ी लेने में मस्त दिखाई दे रहे हैं। किसी को इस बात का इल्म नहीं है की जिन परिवारों पर असमय ही दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है उनकी सुधि ले सकें। फ्लाई ओवर हादसे के बाद प्रदेश सरकार के उप-मुख्यमंत्री के साथ ही शहर दक्षिणी के विधायक व प्रदेश सरकार में मंत्री मंगलवार की रात्रि लगभग 9.30 पर काशी पंहुच कर घटनास्थल व अस्पतालों में घायलों का हाल-चाल जानने के बाद सर्किट हाउस पंहुच कर आराम फरमाने में मसगूल थे कि सूबे के मुखिया के आने की जानकारी पाकर आनन-फानन में प्रेसवार्ता कर सेतु निगम के अधिकारियों को निलम्बित किये जाने की जानकारी दे दी। सूबे के मुखिया भी देर रात काशी पंहुच कर घटना स्थल पर गए और घायलों का हाल चाल जानने के उपरान्त मृतकों के परिवार वालों व घायलों को आर्थिक सहायता का झुनझुना पकड़ा दिया। लेकिन किसी ने भी इसकी तह में जाने का प्रयास नहीं किया कि आखिर घटना में कौन-कौन लोग दोषी हैं। जबकि सेतु निगम के अधिकारियों के साथ ही साथ जिला प्रशासन की भूमिका भी संदिग्ध रही। लेकिन एक पक्षीय कार्यवाही कर दुर्घटना से उपजने वाले विवाद को शांत करने का प्रयास किया। वहीं विपक्षी दलों को मानों फ्लाई ओवर हादसे के बाद राजनीति चमकाने के लिए मानों संजीवनी मिल गई और सुसुप्तता अवस्था में पड़े विपक्षी दलों की गतिविधियां तेज हो गईं। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर काशी पंहुचे और घटना स्थल का निरिक्षण कर घायलों का हाल जानने के बाद कर बचकाना हरकत करने से बाज नहीं आये। राजबब्बर ने मीडिया से बात करते हुए कहा जनता का कहना है कि काशी में विकास के नाम पर कई मंदिर तोड़ दिए गए हैं इसी विध्वंस का नतीजा फ्लाई ओवर हादसा है। वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी द्वारा घटना स्थल से मात्र कुछ ही दूरी पर सड़क को अवरुद्ध कर श्रधांजलि सभा किये जाने से आमजन को हो रही परेशानियों का ध्यान न रखा जाना उनकी भी मानसिकता को उजागर करता है। श्रधांजलि सभा को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष डॉ पियूष यादव ने कहा कि काशी के सांसद ने लोकसभा चुनाव के दौरान कहा था कि मैं स्वयं नहीं आया मुझे गंगा ने बुलाया है। वो ये बताएं कि वो कौन गंगा थी जिसने उन्हें बुलाया था। क्या उनके संसदीय क्षेत्र में फ्लाई ओवर का बीम गिरने से दर्जनों लोगों की मौत होने के बाद अब नहीं बुला रही हैं।
वाराणसी। मंगलवार को जीटी रोड पर निर्माणाधीन फ्लाई ओवर हादसे में मृतक लोगों के प्रति संवेदना शून्य राजनैतिक दल जहाँ अपनी-अपनी राजनैतिक विसात बिछाने की जुगाड़ में लगे हैं वहीं काशी की धर्मपरायण जनता जो पाश्चात्य सभ्यता की और अग्रसर है उनमे सेल्फ़ी का क्रेज इतना बढ़ चुका है कि घटना स्थल पर पंहुच कर सेल्फ़ी लेने में मस्त दिखाई दे रहे हैं। किसी को इस बात का इल्म नहीं है की जिन परिवारों पर असमय ही दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है उनकी सुधि ले सकें। फ्लाई ओवर हादसे के बाद प्रदेश सरकार के उप-मुख्यमंत्री के साथ ही शहर दक्षिणी के विधायक व प्रदेश सरकार में मंत्री मंगलवार की रात्रि लगभग 9.30 पर काशी पंहुच कर घटनास्थल व अस्पतालों में घायलों का हाल-चाल जानने के बाद सर्किट हाउस पंहुच कर आराम फरमाने में मसगूल थे कि सूबे के मुखिया के आने की जानकारी पाकर आनन-फानन में प्रेसवार्ता कर सेतु निगम के अधिकारियों को निलम्बित किये जाने की जानकारी दे दी। सूबे के मुखिया भी देर रात काशी पंहुच कर घटना स्थल पर गए और घायलों का हाल चाल जानने के उपरान्त मृतकों के परिवार वालों व घायलों को आर्थिक सहायता का झुनझुना पकड़ा दिया। लेकिन किसी ने भी इसकी तह में जाने का प्रयास नहीं किया कि आखिर घटना में कौन-कौन लोग दोषी हैं। जबकि सेतु निगम के अधिकारियों के साथ ही साथ जिला प्रशासन की भूमिका भी संदिग्ध रही। लेकिन एक पक्षीय कार्यवाही कर दुर्घटना से उपजने वाले विवाद को शांत करने का प्रयास किया। वहीं विपक्षी दलों को मानों फ्लाई ओवर हादसे के बाद राजनीति चमकाने के लिए मानों संजीवनी मिल गई और सुसुप्तता अवस्था में पड़े विपक्षी दलों की गतिविधियां तेज हो गईं। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर काशी पंहुचे और घटना स्थल का निरिक्षण कर घायलों का हाल जानने के बाद कर बचकाना हरकत करने से बाज नहीं आये। राजबब्बर ने मीडिया से बात करते हुए कहा जनता का कहना है कि काशी में विकास के नाम पर कई मंदिर तोड़ दिए गए हैं इसी विध्वंस का नतीजा फ्लाई ओवर हादसा है। वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी द्वारा घटना स्थल से मात्र कुछ ही दूरी पर सड़क को अवरुद्ध कर श्रधांजलि सभा किये जाने से आमजन को हो रही परेशानियों का ध्यान न रखा जाना उनकी भी मानसिकता को उजागर करता है। श्रधांजलि सभा को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष डॉ पियूष यादव ने कहा कि काशी के सांसद ने लोकसभा चुनाव के दौरान कहा था कि मैं स्वयं नहीं आया मुझे गंगा ने बुलाया है। वो ये बताएं कि वो कौन गंगा थी जिसने उन्हें बुलाया था। क्या उनके संसदीय क्षेत्र में फ्लाई ओवर का बीम गिरने से दर्जनों लोगों की मौत होने के बाद अब नहीं बुला रही हैं।
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