7/10/2018

माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी का मणिकर्णिका घाट पर हुआ अंतिम संस्कार, बेटे ने दी मुखाग्नि


डॉन बजरंगी का मणिकर्णिका घाट पर अंतिम संस्कार, घाट से लेकर रोड़ तक तैनात रही पुलिस

13 वर्षीय बेटे आकाश वीर सिंह उर्फ समीर ने दी मुखाग्नि

परिवार ने की सीबीआई जांच की मांग, कहा कानूनी लड़ाई लड़कर दिलाएंगे दोषियों को सजा

सरफ़राज़ अहमद

वाराणसी: डॉन प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी के शव का मंगलवार को मणिकर्णिका घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि बजरंगी के बेटे आकाश वीर सिंह उर्फ समीर ने दी। घाट पर मौजूद मुन्ना बजरंगी के परिजनों ने हत्याकांड में सरकार और प्रशासन की मिली भगत का आरोप लगाया। मुन्ना बजरंगी के भाई हत्याकांड के लिए सीबीआई जांच की मांग भी की है इसके साथ ही परिवार ने कानूनी लड़ाई लड़ कर आरोपियों को सजा दिलाने की बात कही है। बजरंगी के अंतिम संस्कार को लेकर मणिकर्णिका घाट से लगायत रोड तक प्रशासन चौकन्ना था। बजरंगी की लाश को लेकर परिजन पूरे दयालपुर (जौनपुर) स्थित घर से निकले तो साथ में पुलिस भी चल रही थी। शव यात्रा मणिकर्णिका घाट पहुंचने से पहले वहां पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई थी। दोपहर एक बजे बजरंगी के पुत्र आकाश वीर सिंह उर्फ समीर ने मुखाग्नि दी।

मणिकर्णिका घाट पर मौजूद मुन्ना बजरंगी के परिजनों ने इस हत्या कांड में धनंजय सिंह, मंत्री मनोज सिन्हा, प्रदीप कुमार सिंह उर्फ पीके, रिटायर्ड डिप्टी एसपी जेएन सिंह,महाराज सिंह और विकास उर्फ राजा सहित प्रशासनिक अधिकारियों और सरकार पर आरोप लगाया कि सोची समझी साजिश के तहत बागपत जिला कारागार मुन्ना बजरंगी की हत्या की गई है। परिजनों ने मांग की है कि मुन्ना बजरंगी हत्याकांड की सीबीआई जांच कराई जाए साथ ही इस मामले में जो भी दोषी पाया जाए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। बागपत जिला कारागार में सुनील राठी से मुन्ना बजरंगी की हुए विवाद के मामले पर बजरंगी के चचेरे भाई राजेश सिंह ने बताया कि जेल के अंदर बजरंगी को ले जाने से पहले उनकी तलाशी ली गई थी। फिर बैरक के अंदर पिस्टल कहां से आ गई!

*अगर उसके हाथ में होता असलहा*

भाई ने कहा मुन्ना बजरंगी शेर था, अगर उसके हाथ में असलहा होता तो कोई बच नहीं पाता। बजरंगी की हत्या में मौजूदा सरकार के कुछ नेता और पुलिस अधिकारी शामिल हैं।

*अपनों के चेहरे पर बजरंगी के मौत का गम*

मणिकर्णिका घाट पर मुन्ना बजरंगी के शव यात्रा में पहुंचे लोगों के चेहरे पर बजरंगी के मौत का साफ गम नजर आ रहा था। मुखाग्नि देने के बाद बजरंगी का 13 वर्षीय पुत्र समीर सिंह कुछ दूर जाकर एक खाट पर बैठ गया। समीर के अगल-बगल बजरंगी के भाई गोपाल सिंह गुड्डू, राजेश सिंह, समर सिंह सहित अन्य परिजन बैठ गए। उनकी आंख से आंसू जो गिरना शुरू हुआ आधे घंटे बाद भी बंद नहीं हुआ। इसके अलावा पूरे दयालपुर गांव से आए बजरंगी के परिचितों के साथ ही अन्य लोगों केचेहरे पर बजरंगी के मौत का गम साफ नजर आ रहा था।

*कानूनी लड़ाई लड़कर दिलाएंगे दोषियों को सजा*

जान के बदले जान लेने के तर्ज पर काम करने वाले मुन्ना बजरंगी की मौत के बाद परिजन और उसके करीबियों की हिम्मत पूरी तरह से टूट चुकी है। सुपारी किंग कहे जाने वाले बजरंगी के परिजनों का कहना है कि वह कानूनी तौर-तरीके से लड़ाई लड़कर दोषियों सजा दिलाएंगे। बजरंगी के मौत का बदला गोलियां चलाकर नहीं ली जाएंगी।

No comments:

Post a Comment