वाराणसी: पिछले कई दिनों से दुर्गाकुंड मलिन बस्ती को दूषित पेयजल मिल रहा था। इसकी शिकायत पर पार्षद ने वहां के लिए ट्यूबवेल पास करवाया इसपर काम चल रहा था लेकिन सोमवार की रात जब जल निगम के ठेकेदार वहां से सामान बटोरने लगाए बिना कार्य के तो स्थानीय लोगों ने उन्हें सामान नहीं ले जाने दिया। इसी बात को नगर निगम पहुंचे मलिन बस्ती के सफाई कर्मियों ने स्थानीय पार्षद के नेतृत्व में नगर आयुक्त का घेराव किया।
नगर आयुक्त डॉ सुनील बंसल को किसी तरह वहां से उनके सुरक्षाकर्मियों ने निकाला। नगर आयुक्त दौड़ते हुए अपनी गाडी तक पहुंचे और वहां से चलते बने।
नगर निगम से दौड़कर निकले आयुक्त साहब
नगर निगम वाराणसी कार्यालय में उस समय अफरा तफरी का माहौळ हो गया जब अपने आफिस की सीढ़ियों से उतरा रहे नगर आयुक्त के पीछे तेज़ी से एक दर्जन से अधिक लोग दौड़ पड़े। ऐसे में उन्होंने तेज़ी से अपनी गाडी की तरफ क़दम बढ़ाए और वहां से चलते बने।
दुर्गाकुंड मलिन बस्ती में है पानी की समस्या
इस सम्बन्ध में वहां धरना दे रहे वार्ड नंबर 14 के पार्षद पति अनिल शर्मा ने बताया कि दुर्गाकुंड मलिन बस्ती के लिए मैंने काफी मशक्कत के बाद एक ट्यूबेल पास करवाया था, जिसका काम भी शुरू हो गया था। 480 फुट के आस पास बोरिंग भी पूरी हो चुकी थी। कल रात को जब जल निगम के कर्मचारी वहां पहुंचे तो उन्होंने कार्य शुरू ना करके वहां से सामान बटोरना शुरू कर दिया।
रोक दिया बोरिंग का काम
स्थानीय लोगों ने मुझे सूचना दी मैं वहां पहुंचा तो उन्होंने कहा कि अब यहाँ काम नहीं होगा जिसपर मैंने सामान वहां से नहीं ले जाने दिया। आज जब हम लोग यहां इस मामले में नगर आयुक्त से मिलने पहुंचे तो उन्होंने हमारी बातें नहीं सुनी जब हमने उन्हें रोकना चाहा तो उन्होंने बलपूर्व हमें पीछे करवाकर यहां से चलते बने।
आयुक्त साहब दें जवाब
अनिल शर्मा ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री जी कहते हैं कि करोड़ों रूपये पार्षदों ने अपने मद से क्षेत्र के विकास के लिए खर्च किये लेकिन हम खर्च कैसे करें जब हमारा कार्य अधूरे में रोक दिया जाता है। हम जानना चाहते है आयुक्त साहब से कि आखिर आधी रात में कौन सा फैक्स आया शासन प्रशासन का कि वो बोरिंग रोक दी गयी है।
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