सरफ़ाज़ अहमद
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वाराणसी : विश्व की सबसे प्राचीन नगरी काशी की प्राचीनता पुरे विश्व में प्रसिद्ध है। इसी प्राचीनता को देखने के लिए देश-विदेश से सैलानी इस धरती पर आते हैं। इस पवित्र धरती पर विदेशियों का आना कोई नई बात नहीं है लेकिन इस बार जो विदेशी आ रहे हैं दरअसल वो विदेशी नहीं बल्कि अपने ही देश के वो लोग है जो अब सात समुन्दर पार जाकर अपना आशियाना बना चुकें हैं। जिन्हें हम प्रवासी कहते हैं।
धर्म नगरी वाराणसी जनवरी 2019 में 21 से 23 तक इन्ही प्रवासियों का स्वागत करेगा क्योंकि के धरती पर मेहमान बन कर आ रहे हैं। इनके स्वागत को लेकर प्रशासन पिछले कई महीनो से तैयारी कर रहा है ताकि आने वाले मेहमानो को काशी की अतिथि देवो भवः पररम्परा में कोई कमी नजर ना आ सकें
लेकिन इन सब तैयारियों में खास बात ये रहेगी कि इस आधुनिक युग में भी काशी की पौराणिकता और परम्परा को ही आने वाले मेहमानों के सामने रखा जायेगा। जिसमें आधुनिकता का सिर्फ तड़का मात्रा ही शामिल होगा।
शनिवार को वाराणसी पहुंचे बनारस के सांसद और पीएम मोदी ने खुद इसकी जिम्मेदारी ली है, उन्होंने कहा कि आने वाले मेहमानों को काशी प्रभावित करें इसके लिए प्रवासियों को काशी की प्राचीनता के साथ आधुनिक काशी दिखाया जाएगा। पीएम मोदी ने ये भी कहा कि आने वाले प्रवासियों का वो खुद बनारस के सांसद के रूप में यहाँ मौजूद रहकर उनका स्वागत करेंगे।
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